कृषकों की आय दुगनी करने के लिए हर संभव प्रयास किये जाय – कमिश्नर
समस्त पात्र किसानों का फसल बीमा किया जाय
रीवा 11 मई 2020. रीवा एवं शहडोल संभाग कमिश्नर डॉ. अशोक कुमार भार्गव ने आज 12 मई को कृषि उत्पादन आयुक्त की आयोजित होने वाली वीडियो कान्फ्रेंसिंग समीक्षा बैठक की तैयारियों की समीक्षा करते हुए निर्देश दिये कि कृषि विभाग कृषकों की आय दुगनी करने के लिए हर संभव प्रयास करें। उन्होंने कहा कि कृषि की वैज्ञानिक तकनीकों का उपयोग करते हुए अधिक उत्पादन वाले बीजों की बोवाई की जाय। इसके साथ ही कृषकों को उद्यानिकी, पशुपालन, मत्स्य पालन एवं दुग्ध उत्पादन से जोड़कर उनको समृद्धि शाली बनाने हेतु प्रयास किये जाय। कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कहा कि समस्त पात्र किसानों का प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत बीमा किया जाय ताकि किसानों की फसलों की क्षति होने पर बीमा दावा की राशि का भुगतान कर उन्हें सहायता दी जा सके। उन्होंने कहा कि आगामी खरीफ सत्र के लिए बेहतर कार्य योजना बनायी जाय।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कहा कि खरीफ सत्र के दौरान यूरिया, डीएपी, पोटाश, उर्वरकों का पर्याप्त मात्रा में भण्डारण सुनिश्चित किया जाय ताकि बोनी के समय किसानों को उनकी आवश्यकता के अनुसार उर्वरक उपलब्ध कराया जा सके। उन्होंने कहा कि किसानों को बोनी के लिए उच्च गुणवत्ता के बीज समय पर उपलब्ध करायें जाय जिससे फसल का प्रचुर मात्रा में उत्पादन हो सके। समीक्षा बैठक में बताया गया कि रीवा संभाग में बाणसागर बहुउद्देशीय वृहद परियोजना से सिचाई क्षेत्र में वृद्धि हुई है। 1171 हजार हेक्टेयर में 741 हजार हेक्टेयर क्षेत्र सिंचित हो गया है। खरीफ सत्र 2020 के लिए 1019 हजार हेक्टेयर बोनी के लिए बीज एवं उर्वरक की व्यवस्था की जा रही है। खरीफ सत्र में 97119 Ïक्वटल बीज की मांग के विरूद्ध 86512 Ïक्वटल बीज उपलब्ध है। शेष 11 हजार Ïक्वटल बीज की पूर्ति निजी विक्रेताओं के माध्यम से करायी जायेगी। उन्होंने कहा कि कृषि विभाग नकली खाद एवं बीज विक्री करने वाले व्यापारियों के विरूद्ध लायसेंस समाप्त करने, उनके विरूद्ध एफआईआर दर्ज कराने की प्रभावी कार्यवाही करें। उन्होंने कहा कि प्राथमिक सहकारी समितियों को ऑनलाइन किया जाय। कमिश्नर ने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का संबंधित कंपनियां भरपूर प्रचार-प्रसार करें ताकि अधिक से अधिक किसान इस योजना का लाभ ले सके। उन्होंने कहा कि किसानों का स्वाइल हेल्थ कार्ड तैयार कर उनका मृदा परीक्षण किया जाय। क्षेत्र में धारवाड़ पद्धति से अरहर की बोनी को प्रोत्साहित किया जाय। इसी प्रकार श्रीपद्धति से धान की फसल की बोनी को बढ़ावा दिया जाय।
कमिश्नर ने उद्यानिकी विभाग के प्रगति की समीक्षा करने के दौरान निर्देश दिये कि किसानों को उनकी प्याज का समुचित मूल्य मिले इसके इंतजाम किये जाय। किसानों को उद्यानिकी फसले, फल, सब्जी, फूल लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाय। उन्हें भण्डारण हेतु कोल्ड स्टोरेज का निर्माण करने के लिए प्रेरित किया जाय। बताया गया कि रीवा संभाग में वर्ष 2018-19 में उद्यानिकी का रकवा 161359 हेक्टेयर था जिसे वर्ष 2019-20 में 226409 हेक्टेयर बढ़ाया गया। वर्ष 2020-21 में रकवा बढ़ाकर 343855 हेक्टेयर किया जायेगा। जिससे उद्यानिकी फसलों का उत्पादन बढ़ेगा। इसके लिए विभिन्न योजनाएं जैसे फल, सब्जी, मसाला, औषधि, पुष्प क्षेत्र में कृषकों को अनुदान सहायता दी जा रही है। कृषकों को विकसित उद्यानिकी क्षेत्रों का भ्रमण कराकर एवं प्रशिक्षण प्रदान कर उद्यानिकी फसलों का उत्पादन लेने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। उद्यानिकी विकास योजना के अन्तर्गत 33353 कृषकों को लाभांवित किया गया है। छोटे एवं मध्यम किसानों के लिए फेसिंग का निर्माण कर अनुदान सहायता दी जाती है। शिक्षित युवा कृषक पाली हाउस में गुलाब की व्यवसायिक खेती कर बनारस, नई दिल्ली एवं नागपुर के बाजार में विक्रय कर रहे हैं। संभाग में 39 पाली हाउस, 9 शेडनेट हाउस, 5 कोल्ड स्टोरेज, 101 पैक हाउस, 389 प्याज भण्डार गृह, 4 रायपनिंग चेम्बर एवं 11149 किसानों के यहां Ïस्प्रकलर सेट स्थापित किये गये हैं।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कहा कि मुख्यमंत्री गौ-संवर्धन योजना के तहत 104 गौशालाओं के निर्माण के लक्ष्य के विरूद्ध अब तक 54 गौशालाओं का निर्माण पूर्ण किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि दुग्ध संघ द्वारा रीवा में 229 एवं शहडोल में 19 कुल 248 दुग्ध समितियां संचालित हैं। इनके द्वारा 7183 किलो दूध प्रतिदिन संकलित किया जा रहा है। दुग्ध संघ द्वारा प्रतिदिन 7148 किलो दूध का विक्रय किया जाता है। बताया गया कि सतना जिले के मझगवां एवं सिंगरौली जिले के चितरंगी में दुग्ध शीत केन्द्र संचालित किये जा रहे हैं।
बैठक में संयुक्त आयुक्त पीसी शर्मा, उपायुक्त के.पी. पाण्डेय, उप संचालक सतीश निगम, संभागीय प्रबंधक सीएम द्विवेदी, संयुक्त संचालक कृषि सीएस सिगोदिया, संयुक्त संचालक पशु चिकित्सा डॉ. राजेश मिश्रा, क्षेत्रीय प्रबंधक लाल सिंह, जिला रजिस्टार सहकारी समिति बी.के. पाण्डेय, उप संचालक मत्स्य आरएस मिश्रा, बीज प्रमाणीकरण बीएन त्रिपाठी, आरएस भदौरिया, जीएम मार्कफेड, नेहा तिवारी सहित संभागीय अधिकारी उपस्थित थे।