महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय का अष्टम दीक्षांत समारोह संपन्न
कडी मेहनत कर किसी विषय में विद्यार्थी विशेषज्ञता हासिल कर आगे बढें- राज्यपाल श्री टंडन
दुनिया को ज्ञान विज्ञान की देन हमारे पूर्वजों की देन है-राज्यपाल
रीवा 4 मार्च 2020 प्रदेश के राज्यपाल एवं कुलाधिपति श्री लालजी टंडन के मुख्य आतिथ्य में महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय का अष्टम दीक्षांत समारोह संपन्न हुआ। समारोह में कृषि, कला, अभियांत्रिकी एवं प्रोद्योगिकी, ग्रामीण विकास एवं व्यवसाय प्रबंध, विज्ञान एवं पर्यावरण संकाय सहित पी0एच0डी0 तथा स्वर्ण पदक विजेता विद्यार्थियों को उपाधियां प्रदान की गई। इस अवसर पर विद्यार्थियों को संबोधित करते हुये महामहिम राज्यपाल एवं कुलाधिपति श्री लालजी टंडन ने कहा है कि उपाधियों को प्राप्त करने के बाद जीवन के नए रास्ते खुल जाते हैं। उन्होंने कहा कि अपना गौरव व सम्मान बढाने के लिये किसी विधा में कड़ी मेहनत कर विशेषज्ञता हासिल करनी चाहिए। आज देश बहुत तेजी से बदल रहा है। हम नए भारत की तरफ बढ़ रहे हैं। हजारों साल पुरानी हमारी संस्कृति हैं। दुनिया को ज्ञान-विज्ञान की देन हमारे पूर्वजों की देन है। सारी दुनिया में क्रांतिकारी परिवर्तन लाने में भारतीय मूल्य के नागरिकों की भूमिका रही है। हमारी शिक्षा पद्वति हमेशा श्रेष्ठ रही है। हमारे ऋषि मुनियों ने सारी दुनिया को ज्ञान दिया है। हमें दुनिया में अपनी पहचान को फिर से कायम करने का मौका मिला है। दुनिया को ज्ञान देने वाला हमारा देश भारत ही था। मेडीकल साइंस में आज भारत किसी से कम नहीं है। आज सारी दुनिया सुश्रुत को फादर आफ सर्जरी स्वीकार करती है। दुनिया में शिक्षा, ज्ञान, विज्ञान अब अर्थ से जुड गए हैं। कोटिल्य ने सारी दुनिया को सबसे पहले अर्थशास्त्र की सीख दी। शून्य की खोज भी भारत के महान गणितज्ञ आर्य भट्ट ने की। नानाजी देशमुख ने शिक्षा के क्षेत्र में कई प्रयास किए।
राज्यपाल श्री टंडन ने कहा कि भारत की मूल आत्मा ग्रामों में रहती है। इसी को ध्यान में रखते हुए इस विश्वविद्यालय की शुरूआत नानाजी देशमुख ने की। उन्होंने नानाजी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व की सराहना की। उन्होंने कहा कि नानाजी के योगदान के लिए उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया। उनकी सोच से ही ग्राम विकास का माडल चित्रकूट में देखने को मिलता है। उन्होनें कहा कि आज हमें अपनी जडों को मजबूत करने की आवश्यकता है। उन्होंने बेटियों को आगे बढने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि बेटियां भी बेटों की तरह आगे बढ रही हैं। हर जगह, हर क्षेत्र में हमारी बेटियां आगे बढ रही हैं। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी विभिन्न क्षेत्रों में शोध कार्य पर ध्यान देंगे तो उनके जीवन के लिए बेहतर होगा। यदि आप किसी एक विषय में आगे बढेगें तो देश के लिए अहम योगदान दे सकते हैं। कला संकाय के छात्रों ने राज्यपाल को उनके चित्र की प्रतिकृति भेंट की।
विशिष्ट अतिथि राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद बैंगलौर के अध्यक्ष प्रो0 वीरेन्द्र सिंह चैहान ने कहा कि चित्रकूट की महिमा अनुपम है। शिक्षा ग्रहण करने के लिये यह अच्छा स्थान है। देश के विकास के लिए विद्यार्थियों की अहम भूमिका होती है। विद्यार्थियों को मेहनत कर आगे बढना चाहिए। भारत विभिन्न क्षेत्रों में प्रगति कर रहा है। जिसमें विद्यार्थियों का सबसे महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी अपना लक्ष्य निर्धारित कर आगे बढ़ें। दीक्षांत समारोह में विद्यार्थियों को देश की समृद्वि, विकास एवं अपने कर्तव्य पथ पर अग्रसर होने की शपथ दिलाई गई। महामहिम राज्यपाल एवं कुलाधिपति ने विश्वविद्यालय की विभिन्न संकायों के छात्र छात्राओं को पदक एवं उपाधियां प्रदान की। समारोह में पुरातन छात्रों का भी सम्मान किया गया। समारोह में कुल 120 शोध उपाधि धारकों को डिग्रियां प्रदान की गई। इनमें 64 छात्र एवं 56 छात्राएंे शामिल थी। समारोह में 42 छात्र छात्राओं को गोल्ड मेडल प्रदान किए गए।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 नरेशचंद गौतम ने स्वागत उदबोधन प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि यह विश्वविद्यालय विभिन्न चुनौतियों का सामना करते हुए आगे बढ रहा है। उन्होंने कहा यह विश्वविद्यालय पिछडे क्षेत्र में स्थित है जिसे आवश्यक संसाधनों एवं आर्थिक मदद की आवश्यकता है। इस मौके पर विधायक श्री नीलांशु चतुर्वेदी, संभागायुक्त डा0 अशोक कुमार भार्गव, आईजी श्री चंचल शेखर, कलेक्टर श्री अजय कटेसरिया, अपर कलेक्टर श्री आईजे खलखो, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री गोतम सोलंकी, अनुविभागीय अधिकारी श्री एच0के0 धुर्वे, जनप्रतिनिधि, शिक्षाविद, गणमान्य नागरिक, छात्र-छात्राएं एवं अभिभावकगण बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
दीक्षांत समारोह के पूर्व प्रदेश के राज्यपाल एवं कुलाधिपति श्री लालजी टंडन की अध्यक्षता में महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय के रजत जयंती भवन में प्रबंध मंडल की 56 वीं बैठक आयोजित की गई। बैठक में प्रबंध मंडल के सदस्यगण सहित विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 नरेश चंद गौतम, कुलसचिव राकेश कुमार चैहान मौजूद थे। बैठक में पिछली बैठक के पालन प्रतिवेदन एवं विश्वविद्यालय की विभिन्न गतिविधियों पर चर्चा की गई।