इच्छा शक्ति हो तो कम संसाधनों में भी शत प्रतिशत लक्ष्य होते हैं पूरे – कमिश्नर
स्वरोजगार योजनाओं के लक्ष्यों की शत प्रतिशत पूर्ति करें – कमिश्नर डॉ. भार्गव
रीवा 17 फरवरी 2020. कमिश्नर कार्यालय सभागार में आयोजित बैठक में रीवा संभाग के कमिश्नर डॉ. अशोक कुमार भार्गव ने टी.एल. पत्रों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि सीएम हेल्पलाइन तथा अन्य आवेदन पत्रों का समय सीमा में निराकरण करके ऑनलाइन प्रतिवेदन प्रस्तुत करें। स्वरोजगार योजनाओं के लंबित प्रकरणों को बैंकों से स्वीकृत दिलाकर इनका वितरण करायें। सभी स्वरोजगार योजनाओं में शत प्रतिशत लक्ष्य पूर्ति सुनिश्चित करें। बैठक में कमिश्नर ने आगामी बोर्ड परीक्षाओं के संबंध में निर्देश देते हुए कहा कि 2 मार्च से शुरू हो रही माध्यमिक शिक्षा मण्डल की बोर्ड परीक्षाओं के लिए सभी आवश्यक प्रबंध करें। किसी भी परीक्षा केन्द्र में किसी भी स्थिति में अनुचित साधनों का उपयोग न हो। कमिश्नर ने गेंहू उपार्जन के लिए किसानों के पंजीयन तथा आपके सरकार आपके द्वार शिविर के साथ नि:शुल्क उपचार शिविर लगाने के निर्देश दिये।
बैठक में स्वास्थ्य विभाग की विभिन्न योजनाओं की प्रगति की जानकारी प्रस्तुत की गयी। इस संबंध में कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कहा कि रीवा संभाग ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में कई उपलब्धियाँ अर्जित की हैं। इच्छा शक्ति हो तो कम संसाधनों से भी शत प्रतिशत लक्ष्य पूरे होते हैं। लक्ष्य पूरा न होने का कारण संसाधनों की कमी नहीं इच्छा शक्ति की कमी होती है। रीवा संभाग ने स्वास्थ्य विभाग के मिजेल्स रूबेला टीकाकरण, दस्तक अभियान, निरोगी काया अभियान तथा मिशन इन्द्रधनुष में शत प्रतिशत उपलब्ध अर्जित करके प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। इन अभियानों की लक्ष्य पूर्ति में स्वास्थ्य विभाग के प्रयासों के साथ-साथ शिक्षा विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, राजस्व विभाग तथा महिला एवं बाल विकास विभाग का भी सराहनीय योगदान रहा। विभिन्न विभागों के समन्वय नियमित समीक्षा तथा कुशल नेतृत्व के कारण रीवा संभाग को यह उपलब्धि हासिल हुई है। असंचारी रोगों के जांच के अभियान के दौरान संभाग में 4 लाख 76 हजार व्यक्तियों की नि:शुल्क जांच की गयी।
बैठक में कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कहा कि रीवा संभाग को सुगम्य संभाग बनाने के लिए सभी शासकीय भवनों तथा प्रमुख सार्वजनिक स्थलों में रैम्प एवं सुगम्य शौचालय का निर्माण किया जा रहा है। दिव्यांग अधिकार अधिनियम के प्रावधानों के तहत प्रत्येक दिव्यांग को हर शासकीय भवन में बाधारहित आवागमन की सुविधा देना कानूनी रूप से अनिवार्य है। पीड़ित दिव्यांगों के प्रति मानवीय दृष्टिकोण रखते हुए 25 फरवरी तक रैम्प निर्माण का शत प्रतिशत लक्ष्य पूरा करें। कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कहा कि सभी अधिकारी अपने विभागीय दायित्व के निर्वाहन के साथ-साथ स्वयं तथा परिवार के सदस्याओं का हर वर्ष नियमित रूप से हेल्थ चेकअप करायें। अधिकारियों के लिए जिला चिकित्सालय में 23 फरवरी को नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर लगाया जायेगा। संभाग तथा जिला स्तर के सभी अधिकारी इससे लाभ उठायें।
बैठक में कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कहा कि टीकाकरण अभियान के तहत संभाग के सभी जिलों में निर्माण स्थल, जेल, खदान में काम करने वाले मजदूरों के बच्चों तथा सभी दिव्यांग बच्चों को जीवन रक्षक टीके लगाये गये। कमिश्नर ने बाल ह्दय उपचार योजना से 91 बच्चों के ह्दय के सफल नि:शुल्क ऑपरेशन कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग को बधाई दी। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं की जानकारी सभी अधिकारियों को उपलब्ध करायें। इन योजनाओं का व्यापक प्रचार प्रसार करें जिससे अधिकतम लोग इनका लाभ उठा सके। कमिश्नर ने परिवार कल्याण कार्यक्रम की कम उपलब्धि पर नाराजगी व्यक्त करते हुए लापरवाह बीएमओं को नोटिस देने तथा 31 मार्च के पूर्व शत प्रतिशत लक्ष्य पूरा कराने के निर्देश दिये। बैठक में कमिश्नर ने प्रत्येक पंचायत में पारदर्शिता के साथ युवा ग्राम शक्ति समिति के गठन के निर्देश जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को दिये। उन्होंने संयुक्त संचालक स्वास्थ्य को शुद्ध के लिए युद्ध अभियान के प्रभावी क्रियान्वयन के निर्देश दिये।