मार्तण्ड स्कूल में संपन्न हुआ विधिक साक्षरता शिविर अनुशासन से छात्रों का व्यक्तित्व विकसित होता है
रीवा 15 जनवरी 2020. जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री अरूण कुमार सिंह के मार्गदर्शन में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मार्तण्ड स्कूल क्रमांक-2 में विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। अतिरिक्त जिला न्यायाधीश श्री मुकेश यादव ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि कोई विद्यार्थी जब एक समय में एक काम करता है तो वह अपने कार्य के प्रति समर्पित रहता है। विद्यार्थी जीवन एक ऐसा जीवन है जिससे जिंदगी के रास्ते खुलते है। इसलिए अनुशासन उसके जीवन का मूलमंत्र होता है। यदि विद्यार्थी अध्ययन के अतिरिक्त किसी भी प्रकार की आपराधिक प्रवृत्ति में भाग लेता है तो उसका जीवन संकटग्रस्त हो जाता है। इसलिए अध्ययन और मनोरंजन के साथ खेलकूद में समय देने से वह विकास के पथ पर बहुत आगे बढ़ता है।
सुश्री श्वेता परते न्यायिक मजिस्ट्रेट ने इस अवसर पर कहा कि छात्र स्कूल में पढ़ने आते है। यदि अपना पूरा ध्यान पढ़ने में लगाते है निश्चित रूप से वे एक अच्छे नागरिक बनेगें। 18 साल से कम उम्र के बच्चे आपराधिक रूप से पकड़े जाते है तो उनका मुकदमा बाल न्यायालय में चलता है भले ही वह दण्डित हो पर उसका प्रभाव नौकरी में नहीं पड़ता, किन्तु गलत दिशा में जाने से पूरा जीवन प्रभावित होता है। श्री अभय कुमार मिश्रा जिला विधिक सहायता अधिकारी ने कहा कि जिन बच्चों के विरूद्ध कोई अपराध न्यायालय में चल रहा है, यदि वह गरीब छात्र है या नहीं भी है तो विधिक सहायता की ओर से उन्हें मुफ्त में अधिवक्ता उपलब्ध कराया जाता है।
डॉ. विवेक द्विवेदी ने इस अवसर पर मोटर व्हीकल एक्ट के संबंध में बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि आज सबसे ज्यादा दुर्घटना युवाओं के साथ हो रही है। हेलमेट अवश्य लगाये साथ ही प्रत्येक बालक एवं युवा वाहन चलाने के पूर्व वाहन का बीमा, रजिस्ट्रेशन और लाइसेंस जरूर बनवाएं। अन्यथा आपके द्वारा की गई दुर्घटना का भार आपके माता-पिता को भुगतना पड़ता है। स्कूल के प्राचार्य श्री अमरीश सिंह करचुली ने अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर श्रीमती मीना सिंह और श्रीमती नसरीन खान पीएलव्ही उपस्थित थे।