विद्यार्थी कक्षा के साथ शिक्षकों के व्यवहार से भी सीखता है
कॅरियर काउंसलिंग और व्यक्तित्व विकास प्रकोष्ठ श्रेणी में भी अब पुरस्कार
स्व. लक्ष्मण सिंह गौड़ पुरस्कार समारोह सम्पन्न
मैं अपने विभाग की कमियाँ दूर करूँगा, आप अपनी कमी दूर करें, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता सुधारी जा सके। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने यह बात स्व. श्री लक्ष्मण सिंह गौड़ स्मृति पुरस्कार समारोह में कही। श्री गुप्ता ने कहा कि अब कॅरियर काउंसलिंग और व्यक्तित्व विकास प्रकोष्ठ में बेहतर कार्य करने वाले प्राध्यापकों को भी पुरस्कृत किया जायेगा। उन्होंने बताया कि पुरस्कारों की संख्या 248 कर दी गयी है। अगले वर्ष से स्व. श्री गौड़ की पुण्य-तिथि 11 फरवरी को ही सम्मान समारोह किया जायेगा।
श्री गुप्ता ने कहा कि श्री गौड़ राजनैतिक के साथ-साथ सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यकर्ता भी थे। उन्होंने संस्कृति की रक्षा के लिये हिन्द-रक्षक सेना गठित की थी। श्री गुप्ता ने कहा कि कॉलेजों की अधोसंरचना सुधारने और पदों की पूर्ति के प्रयास लगातार किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा परिसरों का वातावरण ठीक कर भारत को विश्व गुरु के रूप में पुनर्स्थापित करने के प्रयास करें। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी कॉलेज में सीखने के उद्देश्य से आता है तो वह केवल क्लास-रूम में ही नहीं, बल्कि आपके आचरण-व्यवहार से भी सीखता है। श्री गुप्ता ने कहा कि संस्कारविहीन शिक्षा घातक है।
उच्च शिक्षा राज्य मंत्री श्री दीपक जोशी ने स्व. श्री गौड़ के सामाजिक एवं सांस्कृतिक कार्यों के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि होली के दिन चलने वाला फाग चल-समारोह और नवरात्रि में गरबा की शुरूआत का श्रेय भी श्री गौड़ को है। उन्होंने पुरस्कार की जगह सम्मान शब्द का उपयोग करने की बात कही। विधायक श्रीमती मालिनी लक्ष्मण सिंह गौड़ ने स्व. श्री गौड़ के कृतित्व का उल्लेख किया।
पुरस्कार स्वरूप प्राचार्य को एक लाख, शिक्षक को 75 हजार एवं विद्यार्थी संवर्ग को प्रथम पुरस्कार 50 हजार तथा द्वितीय पुरस्कार 30 हजार रुपये, प्रशस्ति-पत्र, स्मृति-चिन्ह तथा शॉल-श्रीफल भेट कर सम्मानित किया गया
उच्च शिक्षा के क्षेत्र में सत्र 2011-12 में उत्कृष्ट कार्य करने वाले प्राचार्य संवर्ग से सर्वश्री डॉ. चित्रलेखा चौहान जबलपुर, डॉ. शिवनारायण यादव बड़वानी, डॉ. जे.पी.एन. पाण्डेय सागर तथा शिक्षक संवर्ग से सर्वश्री डॉ. स्नेहलता श्रीवास्तव इंदौर, डॉ. एम.एल. सोनी भोपाल, डॉ. रवीन्द्रनाथ तिवारी रीवा, डॉ. रेणुबाला शर्मा सागर एवं विद्यार्थी संवर्ग से कु. अर्चना घोषी, श्री अतुल सिंह राजावत भोपाल, कु. प्रेरणा दुबे इंदौर, श्री सत्यम सम्राट आचार्य महू, श्री श्रीकृष्णा भारके बैतूल को सम्मानित किया गया।
सत्र 2012-13 में उत्कृष्ट कार्य के लिये प्राचार्य संवर्ग से सर्वश्री डॉ. हर्षवर्धन सतना, डॉ. सतीशचन्द्र जैन विदिशा, डॉ. आर.के. तुगनावत इंदौर, शिक्षक संवर्ग से डॉ. श्रीमती शशिकिरण नायक भोपाल, डॉ. पी.के. जैन भोपाल, डॉ. सुभाषचन्द कौशिक दतिया, डॉ. आभा तिवारी जबलपुर, विद्यार्थी संवर्ग से कु. शिखा त्रिपाठी महू, कु. जागेश्वरी नेमा सागर, कु. प्रेरणा दुबे इंदौर, कु. रागिनी चौहान शिवपुरी एवं कु. ट्विंकल शर्मा महू को पुरस्कृत किया गया। समारोह में प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा श्री के.के. सिंह, आयुक्त उच्च शिक्षा श्री उमाकांत उमराव और प्राध्यापक उपस्थित थे।