आंखों के बिना दुनिया की खूबसूरती अर्थहीन है – कमिश्नर डॉ. भार्गव
लायंस नेत्र चिकित्सालय रीवा में कार्यक्रम आयोजित
रीवा 12 दिसंबर 2019. लायंस नेत्र चिकित्सालय रीवा में मोतियाबिंद के ऑपरेशन के बाद मरीजों को डिस्चार्ज किया गया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि कमिश्नर रीवा संभाग डॉ. अशोक कुमार भार्गव ने कहा कि नैतिक मूल्यों के संक्रमण के इस दौर में लायंस क्लब द्वारा समाज सेवा के अनुष्ठान का विपरीत परिस्थितियों में भी संकल्प बना हुआ है जो सराहनीय कदम है। उन्होंने कहा कि आँखों के बिना दुनिया की खूबसूरती अर्थहीन है। आँखे सिर्फ देखती ही नहीं है बल्कि मनोभावों को भी व्यक्त करती हैं आँखों से बड़ी कोई तराजू नहीं हो सकती है। कई बच्चे जन्म से और कई लोग दुर्घटना में अपनी आँखे खो देते हैं ऐसे कई कारण है जिससे आँखों की रोशनी जाने का खतरा बना रहता है। इन सब के प्रति सुरक्षा रखें ताकि खूबसूरत दुनिया को हमारी आँखे देख सकें। उन्होंने कहा कि कुछ लोग अज्ञानतावश मोतियाबिंद का समय पर इलाज नहीं कराते हैं अत: लोगों को बिना किसी हिचक और डर के मोतियाबिंद का ऑपरेशन करा लेना चाहिए। लायंस क्लब इस दिशा में अच्छा कार्य कर रहा है। यह संगठन समाजसेवा के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण का भी काम कर रहा है। पीड़ित मानवता की सेवा के लिए यह सदैव तत्पर रहता है। बहुत से लोग नेत्रदान करना चाहते हैं लेकिन जानकारी के अभाव की वजह से नहीं कर पाते हैं। इसके लिए आवश्यक जानकारी लोगों तक पहुंचाने के लिए प्रचार-प्रसार करना बहुत जरूरी है। हमें नेत्रदान करने के लिए अवैज्ञानिक और निराधार धारणाओं को तोड़ने की आवश्यकता है।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कहा कि लायंस क्लब नि:स्वार्थ भाव से पीड़ितों को सेवाएं उपलब्ध करा रहा है। बच्चों को भी अपने माता-पिता की सेवा हर संभव परिस्थितियों में करना चाहिए। आँखों से संबंधित समस्याओं का तत्काल इलाज कराना चाहिए। इंसान ही फरिश्ता और देवता हो सकता है यदि उसके मन में दूसरों के कल्याण और सेवा करने की भावना जागृत हो जाये। उन्होंने कहा कि सुख बांटने से बढ़ता है और दुख बांटने में घटता है। इसलिए अपने मन में हमेशा परोपकार की भावना रखें। उन्होंने लायंस क्लब के पदाधिकारियों से कहा कि पीड़ित मानवता की सेवा के लिए भविष्य में भी इसी तरह कार्य करते रहे।
कार्यक्रम में कमिश्नर डॉ. भार्गव ने मरीजों को दवाइयां एवं फल वितरित किए। उन्होंने चिकित्सालय का निरीक्षण भी किया। कार्यक्रम में लायंस क्लब के चेयरमेन डॉ. ए.के. तिवारी एवं वायस चेयरमेन डॉ. ए.के. खान ने भी अपने विचार व्यक्त किया। डॉ. खान ने कहा कि इस नेत्र चिकित्सालय में अभी तक 19 हजार 64 मोतियाबिंद के ऑपरेशन किये जा चुके है। चिकित्सालय में प्रतिवर्ष 1200 से अधिक ऑपरेशन किए जा रहे हैं। अंत में प्रोफेसर डॉ. बी.पी. सूटी ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में डॉ. एस.के. सालम, डॉ. राजेश सिंह, डॉ. हरिशंकर दीक्षित, उप संचालक सतीश निगम सहित अन्य अधिकारी चिकित्सालय स्टाफ मरीज और उनके परिजन उपस्थित थे।