सकारात्मक दिशा में आगे बढ़कर नये जीवन की शुरूआत करें बंदी – कमिश्नर डॉ. भार्गव

केन्द्रीय जेल में वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता का समापन कार्यक्रम आयोजित

रीवा 08 दिसम्बर 2019. केन्द्रीय जेल रीवा में वार्षिक उत्सव कार्यक्रम के तहत साहित्यिक एवं खेलकूद प्रतियोगिता का समापन कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का आयोजन कमिश्नर रीवा संभाग डॉ. अशोक कुमार भार्गव के मुख्य आतिथ्य में हुआ। कार्यक्रम में जिला एवं सत्र न्यायाधीश ए.के. सिंह, पुलिस महानिरीक्षक चंचल शेखर, एडीजे तेजेन्द्र सिंह आजमानी, राघवेन्द्र सिंह चौहान एवं एच.के. मिश्रा विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद थे। कार्यक्रम में बंदियों द्वारा मार्च पास्ट, भजन, सैला, गैड़ी नृत्य, लोक रंजनी कार्यक्रम एवं देशभक्ति गीतों की प्रस्तुति दी गई।
इस अवसर पर कमिश्नर रीवा संभाग डॉ. अशोक कुमार भार्गव ने बंदी भाइयों-बहनों को संबोधित करते हुए कहा कि इस वार्षिक उत्सव कार्यक्रम के माध्यम से बंदियों को सकारात्मक दिशा में कार्य करने का मौका मिला है। उन्होंने कहा कि समस्याएं आदमी के धैर्य की परीक्षा लेती हैं। समस्याओं से जूझते हुए यदि अपने आपको व्यक्ति कमजोर महसूस करता है तो वह अपराध की दिशा में अग्रसर होता है। उन्होंने कहा कि जेल में साहित्य को लेकर आप सबने चिंतन किया जो सराहनीय कार्य है। साहित्य से ही व्यक्ति सकारात्मक चिंतन की ओर मोड़ लेता है। जेल वास्तव में सुधार गृह है जहां अपने आप को बदलने और नई जिंदगी की शुरूआत करने का मौका मिलता है।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कहा कि हमारी सांस्कृतिक चेतना समन्वय का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि बंदी पिछली बातों को भुलाकर आगे का जीवन अच्छा व्यतीत करने की कोशिश करें। यह जिदंगी एक सौगात और अवसर है जिसे अर्थवान बनाने की कोशिश करें। उन्होंने कहा कि संतोष से ही जीवन सार्थक होता है। उन्होंने कहा कि अवसर को पहचानकर उसे कामयाबी में बदलने की कोशिश करें। यह जिंदगी गूंज की तरह है, हम जैसा दूसरों को देते हैं वैसा ही हमें मिलता है। खुशी बांटने से ही खुशी मिलती है।
मुख्य अतिथि कमिश्नर डॉ. भार्गव एवं अन्य अतिथियों ने विभिन्न खेलकूद एवं सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं के प्रतिभागियों को पुरस्कार स्वरूप शील्ड, ट्रॉफी एवं प्रमाण पत्र वितरित किए। जेल में महिला बंदियों के बच्चों को खिलौने भी वितरित किए गए। कार्यक्रम में जिला एवं सत्र न्यायाधीश ए.के. सिंह, पुलिस महानिरीक्षक चंचल शेखर, एडीजे तेजेन्द्र सिंह आजमानी ने भी अपने विचार व्यक्त किए। जेल अधीक्षक अनिल सिंह परिहार ने प्रतियोगिता का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ कल्याण अधिकारी डीके सारस ने किया। कार्यक्रम में जेलर रविशंकर सिंह सहित जेल स्टाफ, बंदीगण आदि उपस्थित थे। इस अवसर पर पुलिस महानिरीक्षक ने बंदियों के कल्याण के लिए 10 हजार रूपये देने की घोषणा की। जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने बंदियों को अपनी आत्मा को पवित्र बनाने के लिए प्रेरित किया।

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