शत-प्रतिशत दिव्यांगों का मतदान कराकर रीवा जिले का गौरव बढ़ायें – कमिश्नर डॉ. भार्गव
रीवा 02 मई 2019. कमिश्नर रीवा संभाग रीवा डॉ. अशोक कुमार भार्गव ने सेक्टर अधिकारियों को सम्बोधित करते हुये कहा कि रीवा जिले में शत-प्रतिशत दिव्यांगजनों का मतदान कराकर रीवा जिले का गौरव बढ़ाने के लिए समस्त सेक्टर अधिकारी संकल्पित हों। हम सब टीम भावना के साथ काम करें तो कोई भी काम अधूरा नहीं रहेगा। यह काम पूरे होसले एवं सम्बल के साथ करें । उन्होंने कहा कि हमें सार्वभौमिक मताधिकार मिला है यह अवसर खोना नहीं है बल्कि मतदान करने का अधिकार का उपयोग कर लोकतंत्र का भाग्य विधाता बनना है।
इस अवसर पर कलेक्टर ओमप्रकाश श्रीवास्तव, जिला पंचायत सीईओ, हरि सिंह मीणा, अपर कलेक्टर एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी इला तिवारी, समस्त एआरओ, जनपद सीईओ एवं सेक्टर अधिकारी उपस्थित थे।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कहा कि दिव्यांगजनों को मतदान केन्द्र तक लाने के लिए मुफ्त परिवहन सुविधा उपलब्ध कराई जाय। उन्होंने कहा कि दिव्यांग मतदाताओं का शत-प्रतिशत मतदान कराने के लिए मतदान सामूहिक समन्वय एवं सम्बल के साथ कार्य करना है। जिले में लगभग 6 हजार दिव्यांग मतदाता हैं और 2 हजार 300 से अधिक मतदान केन्द्र बनाये गये हैं। मतदान सामग्री के वितरण के समय पीठासीन अधिकारी के सामग्री के साथ दिव्यांगजनों की सूची उपलब्ध कराई जायेगी। दिव्यांगजनों को प्रात: 7 बजे से 9 बजे तक 2 घंटे में मतदान करा दिया जाये। उन्होंने कहा कि विगत 29 अप्रैल को सीधी जिले में मतदान के दौरान 94 प्रतिशत दिव्यांग मतदाताओं ने मतदान किया। यदि हम पूरी आस्था, विश्वास, निष्ठा एवं संकल्प के साथ इस काम में जुट जायें तो कोई भी शक्ति नहीं जो हमें इस काम से रोक सके। उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र के महापर्व की सुंदरता ही है जो हमें मतदान का अधिकार प्रदान करती है। प्रारंभिक दौर में अमेरिका, इंग्लैड, स्टिजरलैड में नागरिकों को मतदान का अधिकार नहीं दिया गया था। इस देश में लोकतंत्र ने हमें अद्भुत अधिकार दिये हैं।
उन्होंने निर्वाचन डियूटी के महत्व को समझाते हुये बताया कि अंडमान निकोबार द्वीप में एक मतदान केन्द्र में मतदान कराने 24 घंटे पहुंचने में लगते हैं। मतदान कर्मी पहले स्टीमर, नाव एवं डोगें से पहुंचते हैं। इसी प्रकार सोपमेन आदिवासी इलाके में झोपड़ी नुमा मतदान केन्द्र बनाये जाते हैं ताकि लोकतंत्र का सच्चा सेवक आदिवासी आकर मतदान करें। गुजरात के गिर नेशनल पार्क में लोकतंत्र का सच्चा रक्षक भरतदास रहता है। मतदान कर्मियों की 6 लोगों की टीम जाती है और मतदाता के लिए इंतजार करती है कि मतदाता आये और मतदान करें। यह भारतीय लोकतंत्र का चमत्कार है जहां हर नागरिक की गरिमा का सम्मान किया जाता है। दिव्यांग मतदाता भी हमारी तरह मतदाता हैं उन्हें भी सार्वभौमिक वयस्क मतदाता का अधिकार दिया गया है। वोट चाहे दिव्यांग व्यक्ति दे या सामान्य व्यक्ति दे सभी के वोटों का मूल्य एक समान है।
कलेक्टर ओमप्रकाश श्रीवास्तव ने कहा कि इस बार मतदान प्रतिशत की जानकारी पीठासीन अधिकारी नहीं देंेगे उनके स्थान पर समस्त सेक्टर अधिकारी मतदान प्रतिशत की जानकारी हर दो घंटे के अन्तराल में देगें। समस्त सेक्टर अधिकारी पीठासीन अधिकारियों, बीएलओ, कन्ट्रोल रूम एवं एआरओ का मोबाइल नंबर सेव कर रखें। उन्होंने कहा कि निर्वाचन सामग्री वितरण के लिए हर विधानसभा में दस-दस काउंटर बनाये जायेंगे। इनमें अलग-अलग रंग के बोर्ड लगाये जायेंगे। उन्होंने बताया कि मतदान कर्मियों के बीमारी के समय तत्काल उपचार के लिए प्रत्येक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं प्राथमिक स्वास्थ्य में एक-एक चिकित्सक की डियूटी लगाई गई है। उन्होंने कहा कि सामग्री जमा करते समय ए और बी केटेगरी की ईव्हीएम तो वहीं जमा होगी लेकिन सी और डी केटेगरी की ईव्हीएम रात्रि 12 बजे के बाद कलेक्ट्रेट में खुले आठ वेयर हाउस में जमा करनी होगी। समस्त सेक्टर अधिकारियों के वाहनों में जीपीएस सिस्टम लगाया जायेगा। मतदान सामग्री जमा करने के दूसरे दिन प्रेक्षक के साथ समीक्षा की जायेगी। यह समीक्षा सेक्टर अधिकारी को ही कराना है।
जिला पंचायत के सीईओ हरि सिंह मीणा ने बताया कि रीवा नगर निगम क्षेत्र में पांच प्रत्येक विकासखण्ड में पांच-पांच और नगर पालिका क्षेत्र में तीन-तीन आदर्श मतदान केन्द्र बनाये जाने हैं। इन मतदान केन्द्रों को बनाते समय भव्यता एवं सुंदरता का ध्यान दिया जाये।
उप जिला निर्वाचन अधिकारी इला तिवारी ने कहा कि मतदान कर्मी अपने निर्धारित मतदान केन्द्र में ही रूके। उन्होंने बताया कि 202 मतदान केन्द्रों में वेव काÏस्टग एवं 202 मतदान केन्द्रों में सीसीटीवी लगा है।
प्रशिक्षण में जिला ई-गवर्नेंस मैनेजर आशीष दुबे ने मतदान प्रतिशत एप स्टाल करने की जानकारी देते हुये समस्त सेक्टर अधिकारियों के मोबाइल पर मतदान प्रतिशत एप स्टाल कराया तथा बताया कि माकपोल तत्काल पश्चात से हर दो घंटे में मतदान प्रतिशत की जानकारी भेजी जाय। 9 बजे मतदान प्रतिशत की जानकारी में महिला एवं पुरूषों की संख्या लिखनी है। मतदान का अंतिम आकड़ा शाम 6 बजे के बाद देना है।