क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य सेवायें डॉ. सालम को कमिश्नर ने दी विदाई
रीवा 31 जुलाई 2019. कमिश्नर डॉ. अशोक कुमार भार्गव ने क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य सेवायें डॉ. एस.के. सालम के सेवानिवृत्त होने पर शाल, श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह भेंटकर जिला चिकित्सालय में भावभीनी विदाई दी। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि विदाई का क्षण अविस्मरणीय होता है। यह खुशी एवं दुख दोनों का मिश्रण होता है। कोई भी कर्मचारी सेवानिवृत्त होता है तो उसकी सम्मान के साथ विदाई करने की परम्परा कायम रहनी चाहिए।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने डॉ. सालम के कार्यकाल की सराहना की। उन्होंने कहा जहां साधना होती है वहां साधन अपने आप जुट जाते है। इसी के परिणाम स्वरूप खसरा-रूबेला अभियान में रीवा संभाग ने प्रदेश में नंबर एक स्थान प्राप्त किया। डॉ. सालम ने 1980 से सेवा प्रारंभ की जो बिना किसी दाग एवं परेशानी के पूरी हुई। जब इन्सान परेशान हो जाता है तब डॉक्टर एवं भगवान को याद करता है। डॉक्टर जैसे पवित्र व्यवसाय को अच्छे ढंग से करना बड़ी उपलब्धि है। डॉक्टर को समाज आशा भरी जिंदगी से देखता है। डॉ. सालम ने लगन, निष्ठा, मेहनत से कार्य किया। विपरीत परिस्थितियों में कामयाब हुये। अपने आपको स्वस्थ और प्रसन्न रखें। समाज को अपने अनुभव से लाभांवित करें। जिम्मेदारी का निर्वहन पूरी निष्ठा के साथ करें। डॉक्टर कभी सेवानिवृत्त नहीं होता।
डॉक्टर सालम ने कहा कि ईश्वर की कृपा से मुझे अपने घर से अच्छे संस्कार मिले जिसकी बदौलत मैं अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन कर पाया। कोई भी व्यक्ति खराब नहीं होता है उससे अच्छे से व्यवहार करने की जरूरत होती है। उनके कार्यकाल में सब लोगों ने अच्छा काम किया। इसी के कारण रीवा संभाग खसरा-रूबेला अभियान में नंबर एक रहा। कमिश्नर डॉ. भार्गव के मार्गदर्शन एवं नेतृत्व मिलने से ऐसा संभव हुआ। उन्होंने कहा कि कोई भी काम अपनी क्षमता के अनुसार मन लगाकर करना चाहिए। विदाई समारोह में डॉ. एस.के. त्रिपाठी, डॉ. संजीव शुक्ला, डॉ. आर.एस. पाण्डेय, डॉ. एन.पी. पाठक, डॉ. पी.के. अग्निहोत्री, डॉ. ए.पी. द्विवेदी, डॉ. अनंत मिश्रा, डॉ. हरीशचन्द्र पाण्डेय सहित अन्य चिकित्सक एवं समस्त स्टाफ मौजूद था। कार्यक्रम का संचालन अनुश्रवण मूल्यांकन अधिकारी विजय विजय तिवारी ने किया।