कमिश्नर ने किया सेमरिया में तहसील कार्यालय एवं छात्रावास का आकस्मिक निरीक्षण
अधीक्षक को निलंबित, नायब तहसीलदार को चेतावनी एवं
दो रीडरों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश
रीवा 19 जुलाई 2019. कमिश्नर रीवा संभाग डॉ. अशोक कुमार भार्गव आज अपने औचक निरीक्षण के दौरान रीवा जिले के सेमरिया नगर में पहुंचे। उन्होंने यहां तहसील कार्यालय एवं अनुसूचित जनजातीय सीनियर बालक छात्रावास का आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान तहसील कार्यालय एवं छात्रावास में कई अव्यवस्थाएं सामने आईं। कमिश्नर डॉ. भार्गव ने लापरवाही पूर्वक कार्य करने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों पर कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने छात्रावास में अव्यवस्थाएं पाये जाने पर अधीक्षक एसके त्रिपाठी को निलंबित करने के निर्देश दिए। वहीं तहसील कार्यालय में अव्यवस्थाएं पाए जाने एवं लापरवाही बरतने पर परिवीक्षाधीन नायब तहसीलदार प्रवीण त्रिपाठी को चेतावनी जारी करने एवं रीडर लालमणि साकेत व जगदीश प्रसाद साकेत को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।
कमिश्नर डॉ. भार्गव सेमरिया में आकस्मिक भ्रमण के दौरान सबसे पहले तहसील कार्यालय पहुंचे जहां लोगों की भीड़ लगी हुई थी। कमिश्नर डॉ. भार्गव को लोगों ने अपनी समस्याएं बताईं और आवेदन भी दिए। उन्होंने गंभीरतापूर्वक जनता की समस्याएं सुनीं और उनका निराकरण भी किया। समस्याओं के निराकरण के संबंध में उन्होंने उपस्थित एसडीएम एवं तहसीलदार को आवश्यक निर्देश दिए। तहसील कार्यालय में प्रवेश करते समय मुख्य द्वार पर कमिश्नर डॉ. भार्गव को रैम्प नजर नहीं आया। इस पर उन्होंने रैम्प बनवाने के निर्देश दिए। उन्होंने तहसीलदार कक्ष में पहुंचकर प्रकरणों एवं अन्य पंजियों का निरीक्षण किया जो सही ढंग से संधारित नहीं पायी गईं। तीन दिन से कोई कार्यवाही विवरण लिखा नहीं पाया गया। सेवा पुस्तिकाएं एवं पासबुक ठीक से कई महीनों से संधारित नहीं पाई गईं। फाइलों का रख-रखाव ठीक नहीं पाया गया। तहसील कार्यालय में साफ-सफाई का अभाव पाया गया। तहसीलदार एवं कर्मचारियों की नेम प्लेट लगी हुई नहीं पायी गई। सूचना का अधिकार अधिनियम एवं लोक सेवाओं के प्रदान की गारंटी अधिनियम का बैनर लगा नहीं पाया गया। विभिन्न पंजियों में पेज क्रमांक एवं प्रमाणीकरण नहीं पाया गया। इस पर उन्होंने कड़ी नाराजगी व्यक्त की और एक साल से परिवीक्षाधीन नायब तहसीलदार प्रवीण मिश्रा को जिम्मेदारी एवं निष्ठा पूर्वक कार्य नहीं करने पर चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि पूरी तरह सचेत रहकर रूचि एवं तत्परता पूर्वक कार्य करें। उन्होंने तहसीलदार को भी इस संबंध में समझाइश दी। तहसील कार्यालय में तीन शिक्षक अटैच पाये गये जो कि वहां का कार्य देख रहे थे। इस पर कमिश्नर ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए शिक्षकों को तहसील कार्यालय से तत्काल कार्यमुक्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को अपने शिक्षकीय दायित्व का निर्वहन कर बच्चों का भविष्य संवारने का कार्य करना चाहिए। इस पर एसडीएम ने जानकारी दी कि इनको रिलीव करने के लिए आज आदेश जारी कर दिया गया है।
तहसील कार्यालय में निरीक्षण के बाद कमिश्नर डॉ. भार्गव जनजातीय कार्य विभाग द्वारा संचालित अनुसूचित जनजातीय सीनियर बालक छात्रावास पहुंचे। उन्होंने यहां अनेक अव्यवस्थाएं देखी। छात्रावास परिसर में अधीक्षक एसके त्रिपाठी द्वारा पौधे नहीं लगवाये गये थे। परिसर में गंदगी फैली हुई थी। कमिश्नर ने अधीक्षक से पूंछा कि आप यहां कितने साल से कार्यरत हैं तो अधीक्षक ने जवाब दिया कि मैं यहां चार साल से पदस्थ हूं। इस पर उन्होंने कहा कि चार साल से आपने यहां कुछ नहीं किया। छात्रावास में बच्चे उपस्थित नहीं पाये गये। अधीक्षक ने बताया कि अभी 14 बच्चों का प्रवेश हुआ है। जबकि छात्रावास 50 सीटर है। कमिश्नर ने कहा कि आपने बच्चों का छात्रावास में प्रवेश कराने के लिए कोई रूचि नहीं दिखाई है। निरीक्षण के दौरान छात्रावास में कहीं भी सुविचार एवं सूक्तियां लिखी नहीं पाई गईं। बच्चों के लिए भेजी गई टीवी कार्टून में बंद पाई गई। मनोरंजन कक्ष की टीवी भी खराब पायी गई एवं किताबें धूल खाती हुई मिलीं। बच्चों को तकिया, चादर, कम्बल आदि सामान नहीं दिया गया था। खाने-पीने की सामग्री का स्टॉक रजिस्टर बना हुआ नहीं पाया गया। इस पर कमिश्नर ने कहा कि कितने बच्चों को भोजन दिया जा रहा है और उनको भोजन के लिए क्या सामग्री मंगाई गई इसका रिकार्ड नहीं रखना गंभीर अनियमितता है। छात्रावास में पीने के पानी के लिए आरओ भेजा गया लेकिन लगा हुआ नहीं पाया गया। अधीक्षक कक्ष की अलमारी में एक्सपायरी तिथि के मसालों के पैकेट रखे हुए पाए गए। इस पर कमिश्नर ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि बच्चों की सेहत से खिलवाड़ नहीं करें। खाद्य सामग्री एवं सब्जियां रखने के लिए भंडार कक्ष नहीं पाया गया। उपस्थिति रजिस्टर में चार बच्चों की छुट्टी दर्ज थी लेकिन उनके आवेदन नहीं पाये गये। छात्रावास की मेस, किचन, मनोरंजन कक्ष, अधीक्षक कक्ष आदि में अत्यधिक गंदगी एवं अस्त-व्यस्त रिकार्ड देखने को मिला। छात्रावास के अंदर अधीक्षक की मोटर साइकिल रखी पाई गई। इस पर कमिश्नर ने कहा कि छात्रावास क्या मोटर साइकिल रखने का गैरेज है। मोटर साइकिल को यथा स्थान बाहर रखवायें। शौचालय में नल टूटे हुए पाये गये एवं शौचालय का पानी छात्रावास की गैलरी में इधर-उधर फैल रहा था। इस पर कमिश्नर ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए समस्त व्यवस्थाएं दुरूस्त करने के निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान एसडीएम सिरमौर ओमनारायण सिंह, तहसीलदार सेमरिया मणिराज सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।