सिरमौर विकासखण्ड में तालाबों के पुनर्भरण से मिटी आम जनता की प्यास

रीवा 21 जून 2019. रीवा जिले के सिरमौर विकासखण्ड में टमस, बीहर, महाना जैसी नदियां बहती हैं। इनमें कई विश्व प्रसिद्ध जल प्रपात हैं। लेकिन पिछले दो वर्षों से औसत से कम वर्षा होने एवं इस वर्ष लगातार अधिक तापमान रहने के कारण नदियां एवं तालाब सूख गये हैं। उनमें पानी की मात्रा इतनी कम हो गयी है कि उसका उपयोग किया जाना संभव नहीं है। इस जल संकट से निपटने के लिए कलेक्टर ओमप्रकाश श्रीवास्तव के विशेष प्रयासों से सिरमौर क्षेत्र के 22 गांवों में तालाबों के पुनर्भरण का कार्य किया गया है। बहुउद्देशीय बाणसागर परियोजना की अपर पुरवा नहर परियोजना से सिरमौर क्षेत्र के 22 ग्राम पंचायतों में 22 तालाबों को भरा गया है। इन तालाबों में वर्तमान में पर्याप्त पानी उपलब्ध है। पानी की मात्रा घटने पर बाणसागर परियोजना द्वारा नहरों में पुन: पानी छोड़कर तालाबों का पुनर्भरण किया जाता है।
सिरमौर विकासखण्ड की ग्राम पंचायत उमरी, दुलहरा, जामू, हटवा, पिपरी, बदरावं गौतमान, पड़री, खैरहन, मऊ, मरैला, डोल, पल्हान, पाली, हर्दी, बेलबा सुरसरी सिंह, भमरा, पिपरा, मौहरा, कोटा, नेबूहा, तेंदून तथा हरदुआ के एक-एक तालाबों को नहरों से भरा गया है। तालाबों में संचित पानी ग्रामीणों की प्यास बुझा रहा है। सिंचाई के साथ-साथ बाणसागर बांध की नहरें सिरमौर विकासखण्ड को पेयजल समस्या से मुक्ति दिलाने का साधन बन गई हैं। तालाबों के पुनर्भरण से पेयजल समस्या का निदान हुआ है।

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