प्रदेश में 7 से 9 अप्रैल तक पल्स पोलियो अभियान
एक करोड़ से अधिक बच्चों को “दो बूंद जिंदगी” की खुराक पिलाने का लक्ष्य
भोपाल : मंगलवार, अप्रैल 2, 2019
प्रदेश में 7 से 9 अप्रैल तक एक चरण में पल्स पोलियो अभियान चलाया जायेगा। इस वर्ष अभियान के दौरान एक करोड़ 13 लाख बच्चों को ‘दो बूंद जिंदगी” की खुराक पिलाने का लक्ष्य है। इसके लिये प्रदेश में 45 हजार 431 बूथ स्थापित किये जायेंगे। प्रदेश में 90 हजार 861 टीम और 9 हजार 86 सुपरवाइजर तथा हाई रिस्क एवं पहुँचविहीन क्षेत्रों के लिये मोबाइल दल तथा मेला स्थलों, हाट-बाजार, एयर पोस्ट, रेलवे, बस स्टेण्ड और शासकीय अस्पतालों में ट्रांजिट बूथ स्थापित किये जा रहे हैं।
अभियान को सफल बनाने के लिये न्यूनतम 80 प्रतिशत पल्स पोलियो बूथ कव्हरेज सुनिश्चित करने के लिये सभी जिलों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया जायेगा। आशा कार्यकर्ता सभी पालकों के घरों में जाकर जीरो से 5 वर्ष तक उम्र के बच्चों की सूची तैयार करेंगे तथा 7 अप्रैल को पास की आँगनवाड़ी में स्थापित पोलियो बूथ पर उन बच्चों को लाकर ‘दो बूंद जिंदगी” की खुराक पिलायेंगे।
आयुक्त, स्वास्थ्य ने कहा कि देश के आसपास पाकिस्तान एवं अफगानिस्तान में अभी भी पोलियो केसेस पाये जाने के कारण देश में पोलियो का खतरा विद्यमान है। उन्होंने कहा कि इस परिस्थिति को ध्यान में रख कम्युनिटी की इम्युनिटी बढ़ाये रखने के लिये शत-प्रतिशत बच्चों को सुरक्षित बनाये रखना सबकी संयुक्त जिम्मेदारी है और इसे सभी ईमानदारी से निभायें। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि अभियान की सफलता के लिये इस वर्ष ”जीरो एरर” एवं ”जीरो टॉलरेंस” की स्थिति बनायें। इसमें सभी संवर्गों की जिम्मेदारियाँ तय करें। अभियान के पहले ही जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में समस्त संभावित समस्याओं का निराकरण सुनिश्चित करें।
पोलियो रविवार 7 अप्रैल को
आज हुई राज्य-स्तरीय टॉस्क फोर्स की बैठक में निर्देश दिये गये कि ”पोलियो रविवार” 7 अप्रैल के सफल संचालन के लिये समस्त आँगनवाड़ी एवं शालाओं में प्रातः 8 बजे से सायं 5 बजे तक अभियान संचालित करने के पूर्व 5 और 6 अप्रैल को बूथ स्थल के ग्राम/वार्ड में प्रभात फेरी और जन-जागृति रैली निकाली जाये। बूथ की पहचान कायम करने के लिये बूथ टीम के लीडर पीले रंग का एक बैनर एवं एक पोस्टर अवश्य लगायें। जिला टीकाकरण अधिकारी अभियान की कार्य-योजना इस प्रकार बनायें कि एक भी क्षेत्र और एक भी बच्चा ‘दो बूंद जिंदगी” की खुराक पीने से वंचित न रहे।