रीवा के लक्ष्मणबाग में रामानुज संस्कृत विश्वविद्यालय के शुभारंभ को लेकर जनसंपर्क व पीएचई मंत्री राजेन्द्र शुक्ल के मुख्य आतिथ्य में नगर के विद्वतजनों की एक बैठक आयोजित की गई। बैठक में कई विषयों पर विचार -विमर्श किया गया।
बैठक में इस बात की जानकारी दी गई कि मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान सितंबर महीने के अंतिम सप्ताह संस्कृत विश्वविद्यालय का भूमि पूजन करेंगे। इस संबंध में तैयारियों के निर्देश दिए गए हैं। प्रारंभ में विश्वविद्यालय के लिए 30 करोड़ का बजट प्रस्तावित किया गया है। विश्वविद्यालय जबतक अपने पूर्ण अस्तित्व में आए तबतक के लिए संस्कृत शिक्षा का एक केन्द्र शुरू होगा जिसमें अध्ययन अध्यापन और परीक्षा की गतिविधियों का संचालन होगा। लक्ष्मणबाग संस्थान में युद्धस्तर पर इसकी तैयारी की जा रही है।
उपस्थित प्रमुख विद्वानों में प्रो.अंजनी पान्डेय व डा.रामनरेश तिवारी (सेवानिवृत्त अति.संचालक उच्च शिक्षा) ने प्रस्ताव रखा कि विन्ध्य के गौरव की पुनर्स्थापना हेतु मुख्यमंत्री जी के निर्णय के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित किया जाना चाहिए। इस हेतु विद्वतजनों का एक प्रतिनिधिमंडल भोपाल जाकर मुख्यमंत्री के प्रति आभार प्रकट करें। इस प्रस्ताव को सर्वसम्मति से स्वीकृत दी गई। मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि संस्कृत के विद्वानों की आकांक्षा के अनुरूप ही यहां विश्वविद्यालय प्रारंभ होगा जो देश का प्रमुख शिक्षा केन्द्र होगा।
बैठक में नगरनिगम अध्यक्ष व्यंकटेश पान्डेय, डा.बलराम पान्डेय, रामायण तिवारी, सत्यजीत पान्डेय, दीनानाथ शास्त्री, राजेन्द्र चतुर्वेदी, भागवताचार्य अनिल कृष्ण शास्त्री, डा.प्रभाकर चतुर्वेदी, राम दरबार व ब्रह्मशक्ति के डा.पंकज मिश्र, प्रवीण शर्मा, अरुण मिश्र, सतीश सिंह , धनेन्द्र द्विवेदी, आकाश मिश्र समेत कई विद्वतजन उपस्थित रहे।