जिनके परिश्रम की पराकाष्ठा से निखर रहा विन्ध्य और बढ रहा मध्यप्रदेश है

17 अगस्त 1964 में रीवा विश्व प्रसिद्ध संविदाकार, क्षेत्र के महान समाजसेवी आदरणीय भैया लाल शुक्ल तथा श्रीमती विद्य्या देवी के द्वितीय पुत्र के रुप में आपका जन्म रीवा में हुआ। आप की माता जी स्वर्गीय श्रीमती विद्द्या देवी
अत्यधिक धर्मपरायण महिला थी ।विपरीत से विपरीत परिस्थितियों में पूरी  बुलंदी के साथ खड़े रहने का गुण जहां आपने अपने पिता से पाया तो करुणा धर्म पर तथा मानवता का गुण आपको अपनी माता जी से उत्तराधिकार के रूप में प्राप्त हुए।
आज की पी के  स्कूल तब की मोंटेसरी स्कूल कहलाती थी जहां आप की प्रारंभिक शिक्षा हुई इसके बाद मॉडल स्कूल तथा रीवा इंजीनियरिंग कॉलेज से आपने  सिविल इंजीनियरिंग की शिक्षा प्राप्त की। छात्र राजनीति में आप ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और आप इंजीनियरिंग कॉलेज के अध्यक्ष रहे ।इंजीनियरिंग शिक्षा के बाद आप अपने पुश्तैनी व्यवसाय संविदा कारी में कई वर्षों तक सक्रिय रहे ।आपने कई बड़े प्रोजेक्ट अपनी देखरेख में पूर्ण कराएं ।
संविदाकारी के साथ-साथ आप राजनीति में सदैव सक्रिय रहे ऐसा भी समय है जब आप पूर्ण रुप में राजनीति में सक्रिय होकर समाज सेवा में रत हो गए। 2003 से लगातार आप रीवा से विधायक तथा प्रदेश की भाजपा सरकार में कद्दावर मंत्री के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं ।आवास-एवं-पर्यावरण विधि विधाई ,वन, खनिज व ऊर्जा, जनसंपर्क उद्योग, नवकरणीय ऊर्जा, प्रवासी भारतीय जैसे विभागों का उत्तरदायित्व  संभाल चुके हैं । वर्तमान में आप उद्योग एवं खनिज मंत्री के रूप में प्रदेश की सेवा करें हैं ।
आप जितना दिखने मे  सुंदर हैं उतने ही मन से भी सुंदर हैं। कॉलेज के समय में जहां आपको किसी हीरो से कम नहीं समझा जाता था वहींं आज आप अपने राजनीतिक जीवन में यथार्थतः है हीरो हैं। आप सदैव ही गंभीर स्वभाव के रहे हैं ।आपने अपने पैसे और पद का कभी दुरुपयोग नहीं किया ।सकारात्मकता और लोगों की मदद करने का आपका स्वभाव हमेशा से रहा है ।विश्वसनीयता आपकी सबसे बड़ी पूंजी है ।आज भी लोग आपको इन्हीं गुणों के कारण पूर्ण विश्वास के साथ अपना रहे हैं। अपने जो भी कार्य करने का ठाना है उसे पूरा करने का उच्चतम स्तर तक प्रयास और प्रयास को पूर्णता में बदला है ।परिश्रम की पराकाष्ठा आपका ध्येय वाक्य बन चुका है। धीर गंभीर मृदुभाषी स्वभाव सकारात्मक सोच वाले स्वभाव ने  रीवा में ही नहीं प्रदेश की जनता को भी आपका मुरीद बना दिया है ।
आज प्रदेश के सबसे लोकप्रिय मंत्री के रूप में आप जाने जाते हैं लेकिन इस लोकप्रियता ने आपके ऊपर बड़ी जिम्मेदारी का दायित्व भी सौंपा है एक व्यक्ति जो भी आप के संपर्क में आता है या कोई परेशानी में होता है आपसे मदद सहयोग की आशा  रखता है आप भी सदैव जन की आशा आकांक्षा में खरा उतरने का पूरा प्रयास करते हैं।
 जब पूरे देश में राजनीति में अपराधीकरण की पीड़ा प्रगटीकरण हो रहा हो ऐसे दौर में रीवा को आप जैसा संत तुल्य नेतृत्व मिलना बाकाई किसी  चमत्कार से कम नहीं है ।
परम आदरणीय दीनदयाल जी उपाध्याय के अंत्योदय विचार धारा का मूर्त रूप आपके स्वभाव से प्रकट होता है मंत्री बनने के पहले और बाद में भी दोनों ही परिस्थितियों में आपका समाज में उच्चतम स्थान रहा है ।धन वैभव पद-प्रतिष्ठा आपके पास सदैव रही है आपने अपने स्वभाव से जनता की सेवा में सहायक बना दिया इसी कारण आपके सामने गरीब से गरीब व्यक्ति पूरी आत्मीयता और विश्वास के साथ अपनी बात कहने का सामर्थ आपके स्नेह मयी स्वभाव के कारण रख सकता है ।
विपरीत से विपरीत परिस्थितियों को आप मुस्कुराकर पार कर लेते हैं ।पहली बात तो आप नाराज नहीं होते  अगर कभी नाराज हुए तो भी संयमित तरीके से, बदला लेने की प्रवृत्ति का आप में सर्वथा अभाव है।
 अपनी सुरक्षा करना प्रकृति का नियम है लेकिन आप कभी बदले की राजनीति में विश्वास नहीं करते आपका कथन है कि सब अपने हैं बदला किससे। कुछ समय पहले एक घटना घटी कुछ विरोधी विचारधारा वाले राजनीतिक दलों ने एक जुलूस निकाला जुलूस  निश्चित मार्ग के विपरीत आपके अमहिया आवास की तरफ से निकला ।उसमे शामिल कुछ शरारती तत्वों ने आप के मकान की तरह पत्थर उछाल दिया जिससे आपके निवास की खिड़की का एक बड़ा कांच टूट गया ।आप भोपाल में थे आप के निवास में कार्यरत कर्मचारियों ने आप को इसकी सूचना दी और संबंधी जनों के खिलाफ एफ आई आर करने की बात कही। आपने उन्हें मना कर दिया अपने कर्मचारियों को कहा कि कांच दूसरा लगवा लो बदला किसी बात का हल नहीं है ।कुछ समय बीता वही विरोधी लोगों ने आप से माफी मांगी ।वह भी आपके इस स्वभाव के कायल हो गए ।
आप अपने स्वभाव से लोगों को जोड़ते हैं तोड़ते नहीं ।आपके स्वभाव में एक अद्भुत तादात्म है। आप एक और जहां बहुत बड़े बड़े प्रोजेक्ट को मूर्तरूप करने का सपना देखते हैं उसे यथार्थ में बदलते हैं तो  गरीब से गरीब व्यक्ति का कैसे कल्याण हो इस दिशा में कार्य करते हैं ।आपके द्वारा अभी तक किए गए कार्य और जो कार्य हो रहे हैं वह सब इसका प्रमाण हैं।

 जमीन से लेकर आसमान तक आप विकास कार्यों को अमलीजामा पहना रहे हैं ।चाहे गरीबों के लिए प्रधानमंत्री आवास ,मुख्यमंत्री आवास या फिर नई कलेक्ट्रेट जैसा भवन विन्ध्य मे विकासकार्यों की एक लंबी फेहरिस्त है ।बाणसागर ,बाईपास, बस स्टैंड ,झरिया पुल विवेकानंद प्रतिमा ,कलेक्ट्रेट खनिज कार्यालय, वन विभाग कार्यालय, टाइगर सफारी ,रानी तालाब ,चिरहुला तालाब, जिला चिकित्सालय, सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, कृष्णा राज कपूर ऑडिटोरियम, माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय, रिंग रोड ,रीवा हनुमना रोड, सौर ऊर्जा प्लांट, रेलवे ओवरब्रिज, फ्लाईओवर ,सरकारी स्कूलों का उन्नयन भवन व विस्तारीकरण, बिजली उत्पादन ,लो कास्ट एयरपोर्ट निर्माण ,ओपन जिम ,रिवरफ्रंट ,पंचमठा का विकास, सोलर लाइट ,गांधी हॉस्पिटल के सुचारु संचालन में मदद, नया नगर निगम भवन ,विंध्य महोत्सव, विंध्य रिट्रीट, 5 नये व्यावसायिक संस्थान, कुलपति निवास, उज्जैन कुंभ का बेहतरीन कवरेज ,पत्रकार कल्याण योजनाएं, प्रदेश को निवेश प्रिय प्रदेश बनाना ,नवकरणीय तथा ऊर्जा के क्षेत्र में प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाना ,बसामन मामा मंदिर निर्माण, गोवंश अभ्यारण निर्माण ,बसामन मामा पर्यावरण पुरस्कार, गौशाला, अटल कुंज, ढेकहा से करहिया मार्ग, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट ,सामुदायिक भवन ,सीवर लाइन ,सड़कों का जाल, मीठे जल की व्यवस्था, फिल्टर प्लांट, गरीबों के लिए आवास ,स्पोर्ट कांप्लेक्स, अनुसूचित जाति जनजाति कल्याण हॉस्टल ,पर्यटन पर्यावरण रोजगार की दिशा में कार्य, सब्जी तथा फल मंडी का निर्माण, स्वास्थ्य शिक्षा सड़क बिजली पानी कानून व्यवस्था सामाजिक न्याय आर्थिक न्याय सुचिता की राजनीति, गाय गरीब गंगा जैसी अपने बिहार नदियों के संगम कार्य लंबी फेहरिस्त है में से कुछ कार्यों की चर्चा हम लेते हैं

बाणसागर बांध की पूर्णता तथा इसकी जीवनदायिनी नहरों से विन्ध्य का कायाकल्प

14 मई 1978 को इस बांध की आधारशिला जनता पार्टी की सरकार के दौरान प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई ने रखी थी। योजना को 10 वर्ष में पूरा होना था लेकिन इस विन्ध्य की जीवनदायिनी परियोजना को पूर्ण होने की वजाय बंद होने की  बता हो रही थी ।आप जब पहली बार 2003 में भाजपा से रीवा के विधायक चुने गए प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी तो आपने मुख्यमंत्री जी के सामने केवल एक मांग रखी की विन्ध्य की इस जीवनदायिनी बाण सागर परियोजना को पूर्ण करा दिया जाए ।पूूरा रीवा  सूखे की मार झेल रहा है यह क्षेत्र पानीदार हो जाए यहां के किसानों के साथ सभी को एक समृद्ध जीवन मिल सके क्योंकि सिंचाई के अभाव से खेती का बुरा हाल था ।रोजगार के कम साधन थे पलायन यहां से काफी हो रहा था भाजपा सरकार ने आप का मान रखा है और ताबड़तोड़ काम कर  भारत रत्न माननीय प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई जी के कर कमलों से उनके जन्मदिन 25 सितंबर 2006 को प्रारंभ करा दिया ।यह कार्य विन्ध्य की तस्वीर और तकदीर बदलने वाला था। गांव गांव आपने नहरों का जाल बिछा दिया। सूखे जलाशयों में पानी भरवाया, पूरे क्षेत्र का जलस्तर बढ़ा जहां खेती किसानी पानी के अभाव से दूर हो गई थी आदमी के पीने के लिए पानी उपलब्ध नहीं हो रहा था वहां जानवरों की कौन बात करें पशुपालन लगभग समाप्ति की ओर था लेकिन बाणसागर के पानी ने पूरे क्षेत्र में नए जीवन का संचार किया है। उत्पादकता बड़ी है किसानों की आय बढ़ी है पलायन रुका है जो शासकीय कर्मचारियों व्यापारी भी रीवा छोड़कर इंदौर और भोपाल में घर बनाने लगे थे उन्होंने भी फिर से रीवा की तरफ रुख किया पूरे क्षेत्र में पर्यावरण में एक नया सुधार आया है।
आप एक कुशल योजनाकार है इसलिए आपने पहले क्षेत्र में पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की।कृषि के क्षेत्र मे मध्यप्रदेश देश मे लगातार  कुल कृषि उत्पादन के क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर रहा है और कृषि कर्मण पुरस्कार प्राप्त कर रहा है ।इस पुरस्कार में विंध्य ने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है और उस योगदान को देने लायक बनाया है इस बाणसागर बांध उस की जीवनदायिनी नहरों ने।
आप की दूरदृष्टि दृढ़ निश्चय और लोगों की भलाई की दिन रात सेवा वाली सोच ने बाण सागर पूर्ण कराया ।प्रदेश में 2003 से लेकर 2017 तक कृषि उत्पादन में एक नई क्रांति आई गेहूं का जहां 2003 में 49.23 लाख मीट्रिक टन होता था 2017 में 219 लाख मीट्रिक टन हुआ धान 10.3 2 लाख मिट्टी 10 से बढ़ाकर 80.98  दलहन 34.88 लाख मीट्रिक टन से 91.6 900000 मीट्रिक टन तथा तिलहन 56.24 लाख मीट्रिक टन से 69.3 60 मीट्रिक टन हो गया है और इस प्रगति में विंध्य तथा इस बाणसागर परियोजना का महत्वपूर्ण योगदान है आज प्रदेश की वार्षिक कृषि विकास दर 18.8% से ज्यादा की है इस प्रगति में इस बाणसागर ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

बायपास फ्लाईओवर सड़कों का उन्नयन एवं विस्तारीकरण

सड़क के क्षेत्र मैं अभूतपूर्व प्रगति हुई।पहले बड़े वाहन भी रीवा शहर के अंदर से जाते थे और उसका परिणाम रहता था कि किसी ना किसी परिवार के सदस्य का एक्सीडेंट के कारण से बीच से चले जाना या अपाहिज हो जाना शहर के अंदर की सड़क यमराज का रूप धारण कर चुकी थी। यातायात का दबाव इतना ज्यादा बढ़ गया था और इसको  रोका नहीं जा सकता था साथ ही इसमें चालकों की लापरवाही और इजाफा कर देती थी। आपने अपने पहले ही कार्यकाल में यह प्रयास किया कि रीवा का प्रस्तावित बाईपास निर्मित हो जाए जिससे बड़े वाहन शहर के बाहर से जाने लगे और शहर के अंदर यातायात का दबाव कम हो जाए ।रीवा को एक और बड़ी सौगात थी उन परिवारों के लिए सुरक्षा कवच था जिसका कोई न कोई सदस्य इन सड़कों को आवागमन के लिए इस्तेमाल कर रहा था। रीवा से हनुमना सड़क आज कार्यरत अवस्था में है ।रीवा से चाकघाट, बेला से जबलपुर , बेला से सतना की सड़क आदि लगभग बन चुकी है । रीवा मे रतहरा से चोरहटा तक की सड़क फोरलेन  बननी है ।

शहर के अंदर जल भराव के कारण सड़क खराब होती हैं कंक्रीट सड़क इसका इलाज है ।रीवा से सिरमौर रोड भी 165 करोड़ की लागत से फोर लाइन निर्मित हो रही है।रीवा मे सिरमौर चौराहे से विश्वविद्यालय बायपास तक कांक्रीट का कार्य चल रहा है। रीवा से वाया मझियार सिरमौर तक सड़क का कार्य प्रगति पर है ।शहर के अंदर सड़कों का जाल लगभग बिछ चुका है ।वहीं निर्माण कार्य शेष रहता है जहां नई बसाहट है। सिरमौर रोड स्टेडियम के पास से करहिया मंडी तक नई सड़क निकल चुकी है ।नदी में पुल बन चुका है यह सड़क इस क्षेत्र में रीवा के नए विकास का मार्ग प्रशस्त करेगी। सिरमौर चौराहे का फ्लाईओवर अग्रसोची  सदा सुखी की तर्ज पर कराए गए निर्माण हैं। यह निर्माण न कराया गया होता तो आज भयावहता का अंदाजा नही लगाया जा सकता है। रीवा रेलवे मोड़ तिराहे पर रेलवे ओवरब्रिज का कार्य प्रारंभ हो चुका है ।अभी तक होता यह था कि पहले रेल लाइन बिछती थी उसके बरसों बाद कभी रेलवे ओवरब्रिज बनता था ।कुछ जगह तो आज भी ओवर ब्रिज नहीं बने आप जैसा दूर दृष्टि रखने वाले नेतृत्व इस दिशा में पहले ही कार्य प्रारंभ करा दिया ।जब तक रेल लाइन बिछेगी उसके पहले रेलवे ओवर ब्रिज बन चुका होगा। यातायात का सुगम संचालन संभव रहेगा। रेलवे ओवरब्रिज तीन भुजीय है। यह  सतना रीवा की और सीधा तथा एक भुजा इसकी रेलवे स्टेशन की तरफ रहेगी। रेलवे स्टेशन की तरफ का आवागमन भी निर्बाध रुप से होता रहे। बस स्टैंड के पास भी इसी तरह का त्रि भुजीज पुल निर्मित होगा। टेंडर हो चुका है चुनाव के बाद यह भी निर्माण कार्य प्रारंभ हो जाएगा। सीधी भुजा रीवा से मनगवां की ओर रहेगी एक भुजा शहडोल रोड की तरफ इसके यातायात के दबाव को कम करने में बहुत मददगार होगी। वैसे तो सैकड़ों पुल-पुलियों का निर्माण आपके माध्यम से हो चुका है चाहे झिरिया के पुल का उन्नयन हुआ हो ,चाहे निपनिया पुल का उन्नयन होने वाला है। अपने हमेशा विकास कार्यों को प्राथमिकता दी है। रतहरा से सिलपरा रिंग रोड कार्यरत है तो सिलपरा से चोरहटा  हवाई पट्टी की तरफ रिंग रोड का निर्माण कार्य होना है। जिसका कार्य बरसात के बाद प्रारंभ हो जाएगा प्रदेश स्तरीय सड़कों के निर्माण में बेला से लखनादौन तक की फोरलेन सड़क का निर्माण द्रृत गति से चल रहा है। जिस तरह से केंद्र में सड़क एवं परिवहन मंत्री श्री नितिन गडकरी का कार्य है उसी तरह से निर्माण के क्षेत्र में यहां आपका कार्य । चारों तरफ सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है आप अपने भाषणों में हमेशा कहते हैं अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति से एक बार किसी ने  कहा कि आप अमीर हैं इसलिए आपके यहां की सड़के अच्छी है तो अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि ऐसा नहीं है हमारी सड़के अच्छी हैं इसलिए हम अमीर हैं। प्रदेश की सरकार इसी सोच के साथ आगे बढ़ रही है और विंध्य में आपने इस कार्य को आगे बढ़ाया है।

रानी तालाब का ऐतिहासिक सुंदरीकरण

पुुरानेे समय से रीवा रानी तालाब के मेड में स्थित मां काली की प्रतिमा यहां के लोगों की आस्था का केंद्र रही हैैं। आस्था के केंद्र में राजतंत्र के समय बघेल वंश की रानी द्वारा तालाब का निर्माण कराया गया था आस्था भक्ति और विश्वास का यह केंद्र कालांतर में इतना प्रदूषित हो गया कि इस तालाब में पानी की जगह केवल  कीचड़ रह गया था ।मेड़ पर लोगों ने अतिक्रमण  कर अपने-अपने घर बना लिए थे ।इनके घरों से निकलने वाली सारी गंदगी का प्रवाह इसी तालाब पर था ।मां भगवती पर आस्था रखने वाले और रीवा के वासियों के लिए बड़ा ही पीड़ादायक था जैसा की सर्वविदित है कि आपकी माताश्री एक अत्यधिक धर्मपरायण महिला थींं और वह लगभग प्रतिदिन मां भगवती के दर्शन करने आती थी ।उनके समय का भी तालाब आपने देखा था और इसके सुुंदर करने के पहले के वर्षों तक इस की क्या स्थिति हो गई थी उसे भी आपने देखा है। आप पहला चुनाव जीतकर ही मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री बना दिए गए थे रीवा की प्यारी जनता ने अपने लाडले मुन्ना को 50000 से ज्यादा मतों के अंतर से विजई बनाकर राजधानी भेजा था ।आपके पास आवास एवं पर्यावरण विभाग का दायित्व था ।नदी झील संरक्षण योजना के तहत आपने रीवा के रानी तालाब का कायाकल्प करने का बीड़ा उठाया। काार्य कठिन था लगभग असंभव की स्थिति वाला लेेेकिन कहते हैं कि साफ नीति और नेक नियती हो तो ईश्वर भी मदद करता है। और यह तो साक्षात मां भगवती की सेवा थी उनके परिसर का सुंदरीकरण था ।मां भगवती ने अपना आशीर्वाद दिया और बाधाओं को पूरा करते हुए रानी तालाब का ऐसा सौंदर्यीकरण हुआ कि यह रीवा का एक नया पर्यटन केेंद्र बनने मे सफल होने के साथ ही पर्यटन के स्थल के रुप में भी है लोगों को अपनी ओर लुभाने लगा है।यह काार्य कितना महत्वपूर्ण है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि यह सुंदरीकरण नए कार्यों के लिए देश में उदाहरण बन गया है और गैर शासकीय स्तर पर कहा जाता है कि अगर रीवा में रानी तालाब का सुंदरीकरण हो सकता है तो किसी भी तालाब का सुंदरीकरण हो सकता है ।इस ऐतिहासिक तालाब का संरक्षण संवर्धन एवं सुंदरीकरण तथा मां भगवती के नवनिर्मित भव्य विशाल मंदिर का निर्माण अपने आप में आने वाली पीढ़ियों के लिए एक अविस्मरणीय कार्य ऐसे हैं कि कुछ कार्य देव प्रेरणा से होते हैं यह कार्य भी ऐसा ही है। कई करोड़ की लागत से सजा सांवरा मां भगवती का मंदिर और तालाब आपकी धर्मपरायणता सेवा भाव की यशगाथा को अमर रखने का कार्य है ।

रानी तालाब की तरह ही चिरहुला तालाब का भी भव्य सुंदरीकरण किया गया है भगवान बजरंगबली का चिरहुला स्थित मंदिर पूरे विन्ध्य की श्रद्धा का केंद्र है। तालाब भी अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा था अपने इसका भी जीर्णोद्धार कराकर एक और बहुत बड़े पुण्य का कार्य किया है विक्रम में रतहरा तालाब का भी संरक्षण और संवर्धन किया जाएगा यह कार रीवा के आज के लिए अविस्मरणीय कार्य

महाराजा मार्तंड सिंह जूदेव व्हाइट टाइगर सफारी

सफेद बाघ रीवा राज्य की वैश्विक पहचान है रीवा जहां महान गायक तानसेन बुद्धि सम्राट बीरबल सरस्वती पुत्र बाणभट्ट की स्थली होने का गौरव प्राप्त करता है तो विश्व को सफेद बाघ से परिचय कराने वाला यह रीवा अपने इस अद्भुत प्रकृति की देन के लिए भी जाना जाता है। 27 मई 1951 को एक सफेद बाघ शावक महाराज मार्तंड सिंह द्वारा पकड़ा गया था उसका नाम उन्होंने मोहन रखा था ।उसी की संतति आज पुरे दुनिया में सफेद बाघ के रूप में है लेकिन पूरी दुनिया को सफेद बाघ  से रोमांचित करने वाला विन्ध्य जब 1976 में रीवा में रहे विराट नामक सफेद बाघ की मृत्यु हो गई तो सफेद बाघ विहीन हो गया। 1976 के बाद 2015 तक रीवा सफेद बाघ की कहानी कहने वाला बनकर रह गया था इतने वर्षों तक यह क्षेत्र अपने इस प्रकृति की अद्भुत अनुपम देन से वंचित रहा ।आपने अपने मन में शुरू से ही इस बात को ठान लिया था कि हमारा गौरव हमारी मातृभूमि मे फिर से आना चाहिए ।आपको मध्य प्रदेश सरकार में वन मंत्री का उत्तरदायित्व मिला और आप परिश्रम की पराकाष्ठा के साथ लग गए अपने इस सपनों को साकार करने में। संकल्प की दृढ़ता और परिश्रम की पराकाष्ठा थी की  फरवरी 2012 को रीवा से लगे मुकुंदपुर के मध्य प्राकृतिक जंगल में वाइट टाइगर सफारी निर्माण का भूमि पूजन संपन्न हुआ।आखिर कार सपने के साकार होने का वह दिन भी आ गया जब वाइट टाइगर सफारी का निर्माण इस स्तर का हो गया कि वहां सफेद बाघ आ सकें ।9 नवंबर 2015 को मोहन के वंशज के रूप में विंध्या नाम की बाघिन ने मुकुंदपुर  वाइट टाइगर सफारी में पूर्वजों की जन्मभूमि पर अपने पैर रखे। 40 वर्षों के इंतजार के बाद यह दिन आया था पूरा विन्ध्य अपनी पहचान की स्वागत पर उमड़ पड़ा था। धीरे-धीरे और जानवर आए और 3 अप्रैल 2016 को इस वाइट टाइगर सफारी का लोकार्पण प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की उपस्थिति में हुआ। उन्होंने सदैव रीवा के इस सपूत का पग पग पर साथ दिया है आज वाइट टाइगर सफारी हमारी पहचान के साथ पर्यटन तथा रोजगार का भी एक मुख्य केंद्र बन गया है ।हजारों की संख्या में प्रतिदिन यहां पर्यटक आते हैं देश-विदेश से पर्यटक यहां आने लगे हैं वाइट टाइगर सफारी विश्व में रीवा की एक नई पहचान बन गई है ।दुनिया में कहीं भी प्राकृतिक जंगल में इस तरह से सफेद बाघ घूमते हुए नहीं मिलते भागीरथ कार्य में कठिनाइयां तो बहुत आई पर अपने धुन  के लिए पक्के श्री शुक्ल ने उन सभी बाधाओं को दरकिनार करते हुए विन्ध्य के गौरव और पहचान को उनकी मातृभूमि में लाने के यादगार कार्य में सफल रहे।

नया बस स्टैंड तथा क्षेत्र का विकास

रीवा के बढ़ते स्वरूप और यातायात के दबाव को देखते हुए एक नए बस स्टैंड की आवश्यकता थी। अग्र सोची सदा सुखी की तर्ज पर आपने कार्य किया और एक नए बस स्टैंड का सामान में निर्माण कराया इसके आसपास व्यावसायिक कांप्लेक्स का भी निर्माण हुआ यह विकास निर्माण कार्य रीवा के विकास में अपना योगदान दे रहा है। इससे जहां एक नए व्यवसायिक क्षेत्र का विकास हुआ है वहीं शहर के इस भाग से आने वालों को सुविधा प्राप्त हुई। क्षेत्र में अब बढ़ते हुए यातायात के दबाव को देखते हुए एक फ्लाइओवर भी निर्माणाधीन हो रहा है।

स्वामी विवेकानंद प्रतिमा तथा पार्क

कथनी और करनी में एकरूपता होनी चाहिए स्वामी विवेकानंद जहां युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत हैं वहीं भारत को परम वैभव तक पहुंचाने वाली एक सोच भी हैंं। देश स्वामी जी की 150वीं सदी मना रहा था ।आपने युवाओं के प्रेरणा स्रोत स्वामी विवेकानंद जी की प्रतिमा कालेज चौराहे के पास स्थापित कराई। इससे युवाओं के प्रेरणा स्रोत की प्रतिमा से उन्हें प्रतिपल मार्गदर्शन प्राप्त होता रहे। आज यह पार्क तथा प्रतिमा लोगों के आकर्षण का केंद्र है ।स्वामी जी की यह प्रतिमा मध्य प्रदेश की सबसे ऊंची अष्टधातु की प्रतिमा है तथा इसे रीवा के ही मूर्तिकार बावनी परिवार द्वारा बनाया गया है ।उठो जागो और तब तक न रुको जब तक लक्ष्य की प्राप्ति ना हो जाए की प्रेरणा देने वाली यह प्रतिमा अपनी सुंदरता के लिए भी प्रसिद्ध है ।सुबह शाम यहां शहरवासी घूमने आते हैं छात्र प्रेरणा पाते हैं ।अभी हाल के ही दिनों में आपने यहां पर ओपन जिम के उपकरण लगवा दिए हैं जहां लोग व्यायाम करते हुए मिलते हैं। बूढ़े क्या जवान सभी यहां अपनी सेहत के अनुसार व्यायाम करते हुए मिल जाते हैं । यह जगह व्यायाम के साथ मनोरंजन का भी एक अच्छा स्थल है ।चारों तरफ खूबसूरत हरियाली है जहां लोगों को सुकून मिलता है

नया कलेक्ट्रेट तथा अन्य शासकीय भवन

रीवा का नया कलेक्ट्रेट भवन देश में सबसे खूबसूरत कलेक्ट्रेट भवनों में से एक है। पुराने कलेक्ट्रेट भवन को ऐतिहासिक रूप से संरक्षित करना तथा वर्तमान अवश्यकताओं के अनुरूप नवीन कलेक्ट्रेट भवन का निर्माण कराना आपकी सकारात्मक आशावादी सोच का परिणाम है ।आज की युवा पीढ़ी देश के संस्थानों की तुलना विदेशों के संस्थानों से करती ऐसे में यह कलेक्ट्रेट भवन उन सभी वर्तमान मांगों को पूरा करता है जिसकी कल्पना की जा सकती है ।बहुत ही सुंदरता के साथ निर्मित यह भवन रिकॉर्ड समय में निर्मित हुआ है आपकी एक सबसे अच्छी आदत है कि आप जिस कार्य का भूमि पूजन करते हैं उसका लोकार्पण भी तय समय पर हो भूमि पूजन के दिन से ही प्रयासरत हो जाते हैं । भूमि पूजन के समय आप लोकार्पण की जिम्मेदारी को भी ले लेते हैं। इसी का परिणाम है कि आज नवीन कलेक्ट्रेट रीवा की एक नई पहचान है। विधि विधायी मंत्री थे तो इस विभाग की आवश्यकताओं के अनुरूप भवनों का निर्माण कराया ।आप खनिज एवं उद्योग विभाग का दायित्व संभाल रहे हैं तो इस विभाग के भी नए भवनों का निर्माण कराया है। आज प्रदेश के पूरे जिलों में नए खनिज कार्यालय कार्यरत हैं। सभी विभागों के कार्यालयों की बेहतरी के लिए भी काम किया है रीवा में खनिज कार्यों के अनुसंधान के बहुत ही सुंदर भवन आपने निर्मित कराया है।

अच्छे कार्यालय से कार्यकुशलता बढ़ती है जो कार्यालय में काम करते हैं उनकी तथा जो कार्यालय में काम से आते हैं उनकी भी मनःस्थिति अच्छी रहती है ।कार्यस्थल के वातावरण का प्रभाव कार्य पर पड़ता है इसको देखते हुए आपने कार्यालयों को आधुनिक कराने का कार्य किया है।

कृष्णा राज कपूर ऑडिटोरियम

2 जून 20 18 को इसका इसका उद्घाटन रणधीर कपूर और उनके परिवार के हाथों हुआ

द ग्रेट शो में राज कपूर के नाम से ऑडिटोरियम बनाकर अपने इतिहास को वर्तमान से मिलाने का काम किया है ।स्वतंत्रता के  कुछ वर्ष पहले जब रीवा राज्य था यहां के आईजी पुलिस के रूप में स्वर्गीय श्री करतार नाथ मल्होत्रा अपनी सेवाएं दे रहे थे। जहां कृष्णा राज कपूर ऑडिटोरियम बना है वहीं पर उनका सरकारी आवास हुआ करता था। स्वतंत्रता के बाद यह रीवा एसपी का निवास रहा है ।करतार नाथ मल्होत्रा की बेटी कृष्णा मल्होत्रा की शादी भारतीय थिएटर तथा सिनेमा की जानी मानी हस्ती पृथ्वीराज कपूर के बड़े बेटे राज कपूर के साथ 12 मई 1946 को इसी बंगले में हुई थी। यहीं पर मुंबई से राज कपूर जी की बारात आई थी। मशहूर अदाकार प्रेमनाथ ,राजेंद्र नाथ कृष्णा जी के भाई थे।इस तरह यह स्थान कला प्रेमियों का स्थल रहा है ।यहां के कलाप्रेमियों समाजसेवियों को एक अच्छे ऑडिटोरियम की आवश्यकता बहुत वर्षों से थी और यह मांग राजेन्द्र शुक्ल के कार्यकाल में ही पूर्ण हुई। आडिटोरियम का नाम महान कलाकार राज कपूर जी के नाम पर रखने का निर्णय लिया राज कपूर जी का संबंध यहां कृष्णा मल्होत्रा जी के कारण से हुआ इसलिए आपने कृष्णा जी को समर्पित करते हुए इसका नाम कृष्णा राज कपूर ऑडिटोरियम करने का निश्चय लिया। प्रदेश सरकार ने आपकी सकारात्मक सोच पर अपनी सहमति प्रदान की ।भूमिपूजन के अवसर तथा लोकार्पण के अवसर पर श्री राज कपूर जी के जेष्ठ पुत्र श्री रणधीर कपूर जी रीवा आए थे ।लोकार्पण अवसर पर आपके साथ उमा चोपड़ा जो कृष्णा कपूर जी की छोटी बहन है जिनका जन्म इसी बंगले में हुआ था इनके  पति मशहूर खलनायक प्रेम चोपड़ा,प्रेम नाथ जी के पुत्र किशन मल्होत्रा और उनकी पत्नी के साथ कई फिल्मी हस्तियां रीवा आई थी।इस निर्माण से जहां रीवा के कला प्रेमियों को अत्याधुनिक स्तरीय मंच प्राप्त हुआ है वही रीवा को देश विदेश स्तर पर  तथा बालीवुड में प्रचार मिला है ।प्रतिवर्ष राज कपूर जी के स्मृति  पुरस्कृत करने का भी निर्णय लिया गया है। कपूर परिवार के सदस्यों के साथ  यहां फिल्म निर्माण  की संभावना तलाश कर रहे हैं। क्षेत्र मे पर्यटन के साथ रोजगार के अन्य साधन स्रोतों का विकास भी हो सके इस कारण भी यह लोकार्पण हुआ है ।कोई ना कोई कार्यक्रम यहां पर लगातार हो रहा है जो भी इसको देखता है इसके निर्माण के सूत्रधार रीवा विधायक मध्यप्रदेश शासन के उद्योग एवं खनिज मंत्री शुक्ल की तारीफ किए बिना नहीं रहता।
रीवा में नए नगर निगम भवन का भी निर्माण लगभग पूर्णता की ओर है उसके लोकार्पण पश्चात जहां अभी नगर निगम कार्यालय लग रहा है वह भी राजतंत्र के समय की नाट्यशाला है मंत्री ने उसके भी संरक्षण को प्राथमिकता के साथ करने का संकल्प लिया है।

सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल तथा जिला चिकित्सालय

रीवा जिला चिकित्सालय आज अपनी पूरी क्षमता के साथ कार्यरत है 3 महीने के अंदर सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल का लोकार्पण भी होने जा रहा है। यह पूरे विन्ध्य के लिए स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में एक बहुत बड़ी सौगात है। 50 करोड़ की कीमत से ज्यादा की लागत से निर्मित हुआ यह हॉस्पिटल 6 मंजिला है । इस हॉस्पिटल में कार्डियोलॉजी यूरोलॉजी यूरोलॉजी आदि संबंधित स्वास्थ्य सुविधाएं प्राप्त होगी ।विन्ध्य के लिए यह बड़ी सौगात है। रीवा सीधी सिंगरौली उमरिया सतना पन्ना आदि के मरीज यहां आएंगे ।गंभीर बीमारियों से ग्रसित मरीज इंदौर-भोपाल मुंबई दिल्ली नागपुर जैसे शहरों की तरफ जाते हैं लोकार्पण के पश्चात उनको रीवा में भी यह सुविधा मिलने लगेगी। हास्पिटल के पास ही आवासीय भवनों का निर्माण होना है। यह 18 मंजिला भवन होंगे यह निर्माण अभी तक का रीवा का सबसे ऊंचा निर्माण होगा ।इसके साथ ही प्राइवेट सेक्टर में भी इस दिशा में बहुत काम किया है रीवा में प्राप्त हो रही सुविधाओं के कारण फिर सेक्टर ने यहां कई नए हॉस्पिटल खुले हैं ।रीवा के लोगों की स्वास्थ्य सुविधा में यह बड़ा कदम है ।

रीवा अल्ट्रा मेगा सौर ऊर्जा संयंत्र

आपने मध्य प्रदेश शासन के ऊर्जा नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा विभाग का दायित्व संभाला है ।आज प्रदेश में गांव को 24 घंटे बिजली उपलब्ध है इसका श्रेय यशस्वी मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में आपको ही जाता है ।देश में मध्य प्रदेश गुजरात के बाद दूसरा ऐसा राज्य बना था जहां पर बिजली की उपलब्धता सर प्लस तथा 24 घंटे अवाध रूप से उपभोक्ताओं को मिलना प्रारंभ हुई ।जब मुख्यमंत्री जी ने प्रदेश को 24 घंटे बिजली देने की सोच ली तो उन्होंने अपने अन्य साथियों से भी इस संबंध में सलाह लें उनके अन्य साथियों ने कहा कि मुख्यमंत्री जी ऐसी घोषणा मत कीजिए जो पूरी ना हो सके यह बहुत कठिन कार्य  है ।मुख्यमंत्री जी ने राजेन्द्र शुक्ल जी से इस संबंध में बात की तो आपने कहा कार्य कठिन जरूर है लेकिन असंभव नहीं ।आपने असंभव से लगने वाले कार्य को संभव कर दिखाया ।आज प्रदेश अंधेरे के कलंक से निकलकर उजाले की ओर है। प्रदेश बिजली उत्पादन में सर प्लस स्टेट है ।2003 में जहां 2900 मेगावाट बिजली उत्पादन करने वाला यह प्रदेश था वर्ष 17 तक उत्पादन क्षमता 18364 मेगावाट तक हो गई है ।स्थिति ऐसी है कि अगले 30 वर्षों तक की मांग अनुसार विद्युत उपलब्धता की व्यवस्था प्रदेश में है।प्रदेश  में खेती के लिए 10 घंटे तथा घरों के लिए 24 घंटे बिजली उपलब्ध है। इसके साथ आपने नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में अविस्मरणीय कार्य किया है। रीवा के गुढ के पास बघवार में 750 मेगा वाट का सौर ऊर्जा संयंत्र से उत्पादन प्रारंभ हो चुका है। लोकार्पण देश के सबसे लोकप्रिय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के कर कमलों से होना प्रस्तावित है। यह निर्माण भी आपके परिश्रम की पराकाष्ठा  का ही परिणाम है ।देश ही नहीं विश्व के इस बड़े सोलर प्लांट के निर्माण में बड़ी बाधा आई लेकिन आप बाधाओं से विचलित हुए बिना अपने ध्येय में लगे रहे ।यह कार्य रीवा विंध्य प्रदेश और देश का नाम रोशन करने वाला है। पूरा विश्व पर्यावरण खतरों से जूझ रहा है प्रदूषण रहित विकास चाहता है तब आपने ग्रीन एनर्जी के इतने बड़े कार्य को मूर्त रूप दे दिया है ।आम मानव क्या संपूर्ण जीव जगत ऋणी रहेगा क्योंकि आपने अपने कार्यकाल के दौरान सौर ऊर्जा को अत्यधिक लोकप्रिय बनाने का कार्य किया है ।पहले ऊर्जा उत्पादन में दंड लगता था आपने ऐसी व्यवस्था बनाई कि सरकारी संस्थान या व्यक्ति भी बिजली बनाये और उपयोग के बाद बची बिजली को सरकार को बेंच सकें।  पिछली सरकारों मे अगर जनरेटर से भी बिजली पैदा करते थे तो वह गैरकानूनी थी ।आज आप अपनी बिजली पैदा करिए और सरकार को दीजिए यह कानून का परिणाम यह रहा कि गांव की खेतों में सौर ऊर्जा का उत्पादन प्रारंभ हुआ।इसके लिए सोलर पंप मिलने लगे और रीवा में 750 मेगा वाट का सौर ऊर्जा प्लांट स्थापित हो गया ।प्लांट की बिजली दुनिया में सबसे सस्ती बिजली और अनुबंध ऐसा की उत्पादन के साथ ही खरीददार भी उपलब्ध है ।दिल्ली की मेट्रो सेवा के लिए यहां से बिजली जाएगी हजारों करोड़ के प्रोजेक्ट निर्माण के लिए जहां वित्तीय संसाधन जुटाने में सरकारों को पसीना आ जाता है कुशल मार्गदर्शन में स्थिति यह रही कि वर्ल्ड बैंक खुद पैसा लगाने के लिए तैयार बैठा था यह तब होता है जब नीति सही हो और नियत साफ।

कांप्लेक्स का निर्माण एवं खेल सुविधाओं का विस्तार

रीवा स्टेडियम तथा आईटीआई तथा इंजीनियरिंग कॉलेज से लगे हुए 10 एकड़ के क्षेत्र में सपोर्ट कांप्लेक्स का निर्माण कार्य प्रगति पर है ।यह रीवा के लिए एक अद्भुत निर्माण होगा इस इमारत को रोम कालीन खेल परिसर कोलोसियम की तर्ज पर बनाया जा रहा है । संरचना कोलोसियम की तरह रखी गई है स्पोर्ट कांप्लेक्स रीवा के विकास में चार चांद लगाने का कार्य करेगा निर्माण के बाद यहां पर राष्ट्रीय स्तर के सभी इंडोर खेलों का आयोजन हो सकेगा। निर्माण से रीवा तथा आसपास के प्रतिभावान खिलाड़ियों के लिए एक सुनहरे अवसर का निर्माण होगा यहां से भी प्रदेश तथा विश्व स्तर के खिलाड़ी निकल सकेंगे निर्मित हो रहे स्पोर्ट काम्प्लेक्स का निर्माण कार्य दिन रात चल रहा है जिससे समय पर रीवा के खेल प्रेमियों को इस की सौगात मिल सके।

फिल्टर प्लांट मीठे जल की व्यवस्था एवं सीवर लाइन तथा ट्रीटमेंट प्लांट

रीवा की बढ़ती आबादी तथा बसाहट की आवश्यकता अनुसार मीठे जल की उपलब्धता नहीं हो पा रही थी ।इसमें भी आपने भागीरथ कार्य किया है ।पानी फिल्टर प्लांट उनकी कार्य क्षमता बढ़ाने के साथ नये फिल्टर प्लांट का भी निर्माण किया गया है ।विश्वविद्यालय के पास निर्मित किए गए फिल्टर प्लांट से आधे रीवा को पानी की सप्लाई होगी पिछले वर्ष 15 अगस्त के दिन आपने इस नवनिर्मित 13 एमएलडी क्षमता वाले फिल्टर प्लांट को रीवा की जनता की सेवा में समर्पित किया। मुख्यमंत्री शहरी पेयजल योजना एवं अमृत योजना के तहत 100 करोड़ रुपए की लागत से शहर में 28 पानी की टंकियां पांच फिल्टर प्लांट का निर्माण तथा मीठा पानी पहुंचाने के लिए 48 किलोमीटर पाइप लाइन बिछाई गई ।एक तरफ मीठे पानी की उपलब्धता पर आपने कार्य किया है तो दूसरी और गंदे पानी की निकासी तथा उसके सही निष्पादन के कार्य को भी प्राथमिकता के साथ किया है ।पूरे शहर में सीवर लाइन का जाल बिछाया जा रहा है जिससे घर घर से निकलने वाला सीवर जल सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट तक पहुंचाया जा सके निर्माण पहले ही किया जा चुका है। यहां पर इस गंदे जल को शुद्ध करके नदी नालों में प्रवाहित किया जाएगा ।नदी जल के प्रदूषण को रोंका जा सकेगा। ठोस अपशिष्ट से खाद बनाई जाएगी ।200 करोड़ रुपए की लागत से शहर में सीवर लाइन का कार्य प्रगति पर है। इस कार्य से घरों से निकलने वाला गंदा पानी शुदि होकर नदी नालों में जाएगा तथा हमारे शहर को प्रदूषण मुक्त बनाने में मदद करेगा ।वह सब शेष प्रबंधन इस दिशा में भी कार्य गांव के साथ प्रगति पर है 150 करो रुपए की लागत से पहाड़िया ग्राम में कचरे से बिजली बनाने का कार्य चल रहा है दिशा में भी आपका प्रयास है कि अच्छे से अच्छा कार्य हो ऐसे कार्य हैं जहां बाधाएं आना स्वभाविक है लेकिन जन कल्याण की दिशा में आप सदैव तत्पर रहते हैं तात्कालिक फायदा न देखते हुए आप दीर्घकालिक कार्यों को करने में विश्वास रखते हैं। जिससे आने वाली पीढ़ी को लाभ मिल सके ठोस अपशिष्ट प्रबंधन का कार्य घर घर से कचरा एकत्रित करना तथा  उसका उचित स्थान पर निष्पादन करना ऐसा ही कार्य है।

एयरपोर्ट निर्माण कार्य

लगभग 50 करोड़ की लागत से इसका निर्माण कार्य प्रस्तावित है जिसकी मंजूरी केंद्र से मिल चुकी है क्षेत्रीय कनेक्टिविटी योजना के तहत इसका कार्य होगा इसके निर्माण से रीवा मे रात में भी प्लेन टेक ऑफ तथा लैंड कर सकेंगे। एयरपोर्ट रीवा के अन्य विकास कार्यों की कड़ी के रुप में कार्य करेगा।

बीहर रिव्हर फ्र्ंंट तथा पचमठा का विकास

देश में अभी तक 2 नदियों के किनारे रिवर फ्रंट का निर्माण हुआ है ।पहला गुजरात के साबरमती और दूसरा लखनऊ की गोमती नदी का अब तीसरा निर्माण कार्य रीवा की बीहर नदी के रिवर फ्रंट का है। कार्य योजना पूर्ण हो चुकी है निर्माण कार्य भी अद्भुत होगा इसके साथ ही पचमठा धार्मिक स्थल का भी विकास होगा ।पंचमठा में आदि शंकराचार्य ने अपने भारत भ्रमण के दौरान कुछ समय बिताया था। इस स्थान को पांचवे मड के रूप में मान्यता मिली है। पिछले दिनों प्रदेश की सरकार ने इसका मान सम्मान रखने के लिए यात्रा निकाली थी ।श्रद्धा और आस्था के इस केंद्र का विकास और रिवर फ्रंट का विकास रीवा की खूबसूरती को बढ़ाने का एक अविस्मरणीय कार्य होगा।न

विन्ध्य  महोत्सव और विकास

3से 5 अप्रैल तक विंध्य महोत्सव को आपने मध्य प्रदेश की सरकारी कैलेंडर में स्थापित करा दिया ।यह उत्सव जहां विंध्य को देश विदेश में प्रसिद्ध कलाकारों से परिचित कराता है वहीं विन्ध्य को अपनी सभ्यता संस्कृत को प्रचारित करने का अवसर देता है। आयोजन दिनोंदिन लोकप्रियता की ओर अग्रसर है। लाखों की संख्या में इस उत्सव में शामिल होने के लिए जनता आती है ।इसके साथ ही यहां के खान-पान और व्यंजनों के लिए भी काम हुआ है ।रीवा में विंध्य रिट्रीट का निर्माण हुआ जिसमें प्रशिक्षण भी है यहां के व्यंजनों को प्राथमिकता दी जाती है विकास का यह शानदार विन्ध्य की जीवंतता को बरकरार रखने में मददगार है।

बसामन मामा पर्यावरण संरक्षण पुरस्कार, गौवंश वन विहार निर्माण तथा गौशाला

भारत एक धर्मपरायण देश है वन संरक्षण हमारे दैनिक जीवन का अंग है ।रीवा से सटे पुरवा के पास बसामन मामा तीर्थ स्थल है ।बसामन शुक्ल जी ने अपने प्राण वृक्ष संरक्षण के लिए दिए थे ।उन्हीं की स्मृति में आपने प्रदेश स्तरीय बसामन मामा पर्यावरण संरक्षण पुरस्कार स्थापित कराया है ।बसामन मामा का भव्य मंदिर निर्मित होने जा रहा है ।इसके पास में पुरवा वाटरफॉल है और उससे लगा हजारों एकड़ का जंगल जहां गोवंश विहार का निर्माण कार्य चल रहा है जहां बेसहारा गोवंश को सहारा मिलेगा ।लक्ष्मण बाग में गौशाला पहले से ही सुचारु रुप से संचालित है ।भारतीय संस्कृति मे गाय को माता तुल्य मानते हैं उसे पूजनीय मानते हैं लेकिन उसके सम्मान रक्षा के कार्य में  पीछे रह जाते हैं आप जैसे संवेदनशील जनप्रतिनिधि ने इस दिशा मे भी बहुत अच्छा काम किया है।

मक्खन लाल चतुर्वेदी पत्रकारिता तथा संचार विश्वविद्यालय परिसर रीवा का निर्माण

60 करोड़ की लागत वाले इस विश्वविद्यालय निर्माण का कार्य प्रारंभ हो चुका है। निर्माण क्षेत्र के युवाओं को पत्रकारिता शिक्षा के साथ सामान्य विधाओं की शिक्षा काफी मदद देगा। निर्माण विभिन्न क्षेत्र में शिक्षा के कार्य में अग्रणी कार्य करेगा युवाओं को रोजगार परक शिक्षा प्राप्त करने में मददगार होगा।

आपने लगभग सभी क्षेत्रों में विकास कार्यों को प्राथमिकता के साथ किया है शिक्षा के क्षेत्र में विद्यालयों के उन्नयन की बात हो उनके नवीन भवनों के निर्माण की बात हो अन्य भवनों के निर्माण की बात हो सामुदायिक भवन के निर्माण की बात है अपनी पार्टी के लिए अटल कुंजी जैसा भव्य पार्टी कार्यालय निर्माण की बात हो रीवा विश्वविद्यालय के कुलपति के निवास की बात हो व्यावसायिक स्थलों के निर्माण की बात हो क्या लिखूं क्या ना लिखूं वाली स्थित हमेशा रहती है ।आप एक विकास की नई इबारत लिखते हैं उसकी इमारत तामीर कराते हैं आने वाले समय में विंध्य में फूड प्रोसेसिंग पार्क, आईटी पार्क का निर्माण प्रस्तावित है ।जिन जिन निर्माण कार्यों की भूमिका बन रही है वह जल्द ही साकार रूप लेगी।

विकास विकास विकास को समर्पित ऐसे जनप्रतिनिधि  राजेन्द्र शुक्ल जी का आज जन्मदिन है ।उनके दीर्घायु तथा मंगलमय जीवन की ईश्वर से कामना के साथ ही दिल की गहराइयों से अपनी शुभकामनाएं प्रेषित करते हैं

अजय नारायण त्रिपाठी ” अलखू ”

17-08-2018
*भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री आदरणीय अटल जी के दिवंगत होने के कारण इस वर्ष राजेन्द्र शुक्ल जी ने अपना जन्मदिन नही मनाया।
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