माल्या द्वारा माल वापसी की पेशकश
लगता है प्रधानमंत्री मोदी न तो माल्या को बख्शने वाले हैं ना ही भगोड़े मोदियों को। अभी तक तो यही होता था कि खा पीकर लोग दूसरे देश चले जाते थे और उन्हें धीरे-धीरे लोग भी भूल जाते थे ।लेकिन कांग्रेस वालों ने प्रधानमंत्री को चिड़ा चिढ़ाकर बेचारे भगोड़ों पर शामत ला दी है। हो सकता है कांग्रेस को इस बात का इल्म ना रहा हो कि जिन भगोड़ों का नाम ले लेकर वह सरकार को घेर रहे हैं उनको मोदी सरकार वापस लाने का भी प्रयास कर सकती है ।सरकार को भी अपनी साख बचानी है क्योंकि सरकार के ऊपर सीधे भ्रष्टाचार के आरोप लग नहीं पा रहे हैं ।विपक्ष उन भगोड़ों को ही सरकार का सहयोगी बता कर सरकार को घेर रहा है जिन्होंने कर्जा उस समय लिया था जब विपक्ष सत्ता में था।दूसरा जो भगोड़े हैं उनका उपनाम मोदी है इसलिए मोदी मोदी करके भी सरकार को चिढ़ाया जाता है।विपक्ष कहता है कि मोदी भगोड़े देश का पैसा लेकर भाग गये और प्रधानमंत्री मोदी जो अपने आप को देश का चौकीदार कहते हैं देखते रह गए। यह सब चौकीदार की मिलीभगत से काम हो गया ।2019 में लोकसभा के चुनाव होने वाले हैं ऐसे में सत्ताधारी पक्ष विपक्ष के पास है ऐसे मुद्दे नहीं रहने देना चाहता जिससे विपक्ष सत्ता पक्ष की खाल खींचे। भगोड़ों पर प्रत्यार्पण का सही दवाब बनाया गया है और सरकार ने ईमानदारी से प्रत्यार्पण का प्रयास किया है उसका ही परिणाम है कि विजय माल्या जो बैंकों का हजारों करोड़ रूपये खा कर भाग गया था अब बैंकों का पैसा वापस करना चाहता है। एक शर्त वह जरूर लगा रहा है कि मूलधन वापस करूंगा ब्याज मुझसे ना लिया जाए ।बैंक तो भागते भूत की लंगोटी में ही खुश हो जाएंगे लेकिन अगर उनको अपना पूरा मूलधन मिल गया तो उन्हें किसी प्रकार की शिकायत न होनी चाहिए ।वैसे पैसा वापस करने की सह्दयता ही माल्या को विदेश मे भी जेल जाने से बचा सकती है अगर प्रत्यार्पण न भी हो तो । क्योंकि विदेशों में विशेषकर इंग्लैंड का कानून यह देखता है कि आरोपी की मंशा क्या है। ब्रिटेन की अदालत में प्रत्यार्पण का फैसला होना है उसके पहले माल्या ने माल वापस करने कि पेशकश कर अपनी सुरक्षा की है ।पैसा वापसी की पेशकश करके माल्या प्रत्यार्पण में अपनी जान को खतरा बताकर इंग्लैंड में ही रहना चाहेगा। मोदी सरकार का दवाब तो सही काम कर रहा है सरकार को अब सकारात्मक सोच रखकर लोगों के पैसे वापस करने पर ध्यान देना चाहिए। पहले पैसे वापस हो जाए बाद में अगर सरकार उसको कोई सजा दिलवा पाती है तो ठीक।वैसे माल्या ने लोगों के माल पर बड़ी ऐय्याशी की है । आधुनिक नवाब बनकर माल्या जिया है। शराब के कारोबार और एयरलाइंस के कारोबार में उसने अपने सारे शौक पूरे कर लिए हैं ।सुरा सुंदरी के मेल को उसने जी भर जिया है तो दूसरी और गांधीजी से जुड़े कुछ सामान और टीपू सुल्तान की तलवार को भी भारत ला कर देश भक्त होने का दिखावा भी किया है। जब आयकर विभाग का छापा माल्या के घर में पड़ा था और विभाग ने गाड़ियों की जब्ती बनाई थी तो लगातार घंटों उसके घर से चार पहियों का जखीरा निकलता रहा था। माल्या ने जनता के पैसों से आधुनिक मशीनों का भरपूर लुत्फ उठाया था। अगर माल्या जनता का माल वापस करना चाहता है तो बिना देरी सरकार को यह स्वीकार कर लेना चाहिए देर करने में क्या पता फिर कोई और चाल चल दे आखिर है तो माल छानने वाला माल्या ही।
अजय नारायण त्रिपाठी ” अलखू “
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