उद्योग मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल द्वारा श्रीमती कृष्णा राजकपूर के निधन पर गहन शोक व्यक्त
कृष्णा-राजकपूर का रीवा से गहरा भावनात्मक रिश्ता रहा है
उद्योग मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने फिल्मजगत के ग्रेटेस्ट शोमैन स्व. राजकपूर की पत्नि श्रीमती कृष्णा-राजकपूर के निधन पर गहन शोक व्यक्त किया है। श्री शुक्ल ने अपने शोक संदेश में कहा है कि कृष्णा-राजकपूर का रीवा से गहरा भावनात्मक रिश्ता रहा है। उन्होंने स्व. श्रीमती कृष्णा राजकपूर की यादों का उल्लेख करते हुए कहा कि वे रीवा में पली-बड़ी, पढी और उनकी शादी भी रीवा में ही हुई। यादो को चिरस्थाई बनाने जिस बंगले में उनकी शादी हुई थी। उसे अब एक भव्य कृष्णा-राजकपूर ऑडिटोरियम की कल्पना को साकार किया गया है। स्व. श्रीमती कृष्णा राजकपूर का आज सुबह करीब 87 साल की उम्र में मुम्बई में निधन हो गया।
उद्योग मंत्री ने कहा कि ग्रेटेस्ट शोमैन स्व. राजकपूर की बारात रीवा आई थी। करतारनाथ मल्होत्रा रीवा राज्य के आईजी थे उनकी पुत्री कृष्णा जी के साथ 12 मई 1946 को यह विवाह संपन्न हुआ था। तब कृष्णाजी 16 तथा राजकपूर 20 वर्ष के थे। स्व.श्री राजकपूर के साथ दाम्पत्य सूत्र में जुड़ने के बाद वे बॉलीवुड की सर्वाधिक सम्मानीय महिला बनीं, जिनकी तीसरी पीढ़ी आज भी फिल्म जगत में कपूर खानदान के यश की ध्वजा फहराए हुए है। साथ ही कृष्णा-राजकपूर के लिए रीवा की अहमियत क्या रही इसका अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि उन्होंने अपनी बेटी का नाम ही “रीमा” रख दिया। रीवा का ऐतिहासिक नाम रीमा है।