उद्योग मंत्री श्री शुक्ल ने स्वीपिंग मशीन तथा काम्पैक्टर मशीन को हरी झण्डी दिखाकर किया रवाना
सफाई के मामले में बदलेगी रीवा की तस्वीर
उद्योग एवं खनिज साधन मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने विवेकानंद पार्क में मैकेनाइज्ड स्वीपिंग मशीन तथा पोर्टेबल काम्पैक्टर मशीन को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने कहा कि सफाई के मामले में इन्दौर को और गार्डेन सिटी के मामले में बैंगलोर को पीछे करना है। स्वच्छता अभियान अंतर्गत रीवा जिले में स्वीपिंग मशीन से झाड़ू और पोंछा लगाकर चमका देना है। इस मशीन के उपयोग से सड़कों, गलियों, मोहल्लों में धूल का एक कण भी नहीं दिखना चाहिए। स्वच्छता एवं विकास हमारा मिशन है और इस संकल्प को जनता की भागीदारी से पूरा किया जायेगा।
इस मौके पर महापौर ममता गुप्ता, अध्यक्ष सतीश सोनी, पार्षद संजना सोनी, मनीष श्रीवास्तव, सविता द्विवेदी, पिंटू सोनी, विवेक दुबे, कौशलेन्द्र तिवारी, कमिश्नर आरपी सिंह, अधीक्षण यंत्री शैलेन्द्र शुक्ला सहित गणमान्य नागरिक एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
उद्योग मंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि जन जागरूकता से स्वच्छता आयेगी। अत: सफाई के प्रति लोगों को संवेदनशील एवं जागरूक बनाया जाये। मोहल्लों में स्थापित कंटेनर हटवाये जायें। बंद गाड़ी से कचरा निकाला जाये। उन्होंने कहा कि पूरे देश में रीवा सबसे साफ एवं सबसे विकसित जिला बने इसके लिये वे प्रबिद्ध हैं। इन मशीनों के आने से सफाई की दिशा में नई पहल हुई है। आगे चलकर पीपीपी मोड में जिन स्थानों पर 50 किलो से अधिक कचरा से निकलता है वहां कचरे से खाद बनाने वाली मशीन स्थापित की जायेगी।
उन्होंने कहा कि वे आगामी दो अक्टूबर को चिरहुला तालाब पार्क का शुभारंभ करेंगे। रतहरा एवं विश्वविद्यालय तालाब का दो करोड़ रूपये की लागत से सौन्दर्यीकरण का कार्य किया जा रहा है। विक्रम पुल से राजघाट तक तथा पचमठा आश्रम में 30 करोड़ रूपये की लागत से विकास कर्य कराये जायेंगे।
महापौर श्रीमती गुप्ता ने कहा कि रीवा शहर को स्वच्छ एवं समृद्ध शहर बनाने में स्थानीय मंत्री का बहुत बड़ा योगदान है। वर्ष 2015 में प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत मिशन की शुरूआत के समय रीवा साफ-सुथरा शहर नहीं था उस समय शहर 38 प्रतिशत ही स्वच्छ था। लेकिन लोगों की स्वच्छता की प्रतिबद्धता के कारण यह शहर 91 प्रतिशत स्वच्छता की ओर बढ़ चला है। स्वच्छता सर्वेक्षण में पूरे देश के पांच सौ शहरों में रीवा जिला 38 वें स्थान पर आया। आज हम स्वच्छता के मामले में इंदौर से प्रतिस्पर्धा करने के लिए तैयार हैं। सभी स्वच्छता के प्रति सजग रहें और दूसरे को सजग करें।