मध्यप्रदेश और अपने जिले को जानने-समझने का मौका मिला

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क्विज प्रतियोगिता में शामिल होकर हमें मध्यप्रदेश और अपने जिले के पर्यटन महत्व के स्थानों और ऐतिहासिक धरोहर को जानने-समझने का दुर्लभ अवसर मिला है। हमने यह जाना कि भोपाल और इसके आसपास घूमने-फिरने के इतने अच्छे स्थान हैं। क्विज में बड़े रुचिकर और ज्ञान बढ़ाने वाले प्रश्न पूछे गये। इस प्रतियोगिता में भाग लेकर हमारा सामान्य ज्ञान बढ़ा है। यह कहना है पर्यटन क्विज में भाग लेने वाले प्रतिभागियों का। इन बच्चों ने आज भोपाल के मॉडल स्कूल में पर्यटन क्विज में हिस्सा लिया।

दसवीं कक्षा की छात्रा आरती पांचाल का कहना है कि प्रतियोगिता में विजेता जो भी बने, लेकिन इसमें शामिल होना ‘ग्रेट एक्सपीरियंस” रहा। इसी तरह चंद्रभान अहिरवार, दानिश, अभय शुक्ला, ज्योति तिवारी, विधि राठौर, नेहा पंडित और हर्षिता विश्वकर्मा ने भी प्रतियोगिता को लेकर अपने अनुभव बताये। शिक्षकों की ओर से सुश्री वीणा जैन, अर्चना शर्मा, सागर रायकवार और सुश्री मनीषा ने इस प्रतियोगिता को ज्ञान बढ़ाने वाली बताते हुए इसके कुशल प्रबंधन को सराहा।

प्रतियोगिता स्थल पर आकर्षक स्लोगन – ‘जवाब देगा जो अच्छे सा-ईनाम पायेगा वो पक्के सा’, ‘मार्बल पहाड़ चमके-जैसे चंदा मामा’ और ‘एम.पी. में दिल हुआ बच्चे सा’ आदि प्रदर्शित किये गये थे। प्रतिभागी ऊब न जायें, इस उद्देश्य से गीत-संगीत का कार्यक्रम प्रतियोगिता के अंतराल में रखा गया था।

के.बी.सी. की तर्ज पर फाइनल राउण्ड

क्विज प्रतियोगिता का दूसरा राउण्ड के.बी.सी. की तर्ज पर हुआ, जिसमें ऑडियो-विजुवल के जरिये प्रश्नोत्तर हुए। प्रतिभागियों को तीन लाइफ लाइन- गुरु की शरण में, दोस्त की मदद और दो में एक ऑप्शन चुनने का मौका दिया गया। द्वितीय और फायनल राउण्ड में ग्वालियर फोर्ट, जहाज महल, राजा महल, माण्डू फोर्ट, चंदेरी फोर्ट आदि के नाम से तीन-तीन प्रतिभागी ने हिस्सा लिया। फायनल राउण्ड में उपस्थित दर्शकों से भी प्रश्न पूछे गये।

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