कोरोना की तीसरी लहर को रोकना सबसे बड़ी चुनौती है – मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग से कोरोना संक्रमण रोकने के लिए किया संवाद
रीवा 01 दिसम्बर 2021. मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोरोना की तीसरी लहर को रोकना हमारे लिए सबसे बड़ी चुनौती है। भोपाल, इंदौर तथा प्रदेश के कुछ अन्य जिलों में पिछले एक सप्ताह में कोरोना संक्रमण के 118 मामले सामने आए हैं। जनता के साथ मिलकर कोरोना संक्रमण को रोकने के प्रयास किए जाएंगे। सभी जनप्रतिनिधि क्षेत्र में भ्रमण करके लोगों को कोरोना से बचाव के लिए जागरूक करें। कलेक्टर जिले में उपचार सुविधाओं की समस्त व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें। आपदा प्रबंधन दल के सभी सदस्य एवं सामाजिक संगठन पूरी सक्रियता के साथ कोरोना से बचाव के प्रयासों में योगदान दें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से अधिकारियों को कोरोना संक्रमण से बचाव के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने जनप्रतिनिधियों तथा जिला आपदा प्रबंधन समिति के सदस्यों से कोरोना संकट रोकने के लिए संवाद किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कोरोना संकट के दो भयावह दौर 9देखे हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने संकट के इन कालों में देश का सफल नेतृत्व करते हुए कोरोना की भयावहता को सीमित करने में सफलता पाई। प्रधानमंत्री जी ने संकटकाल में देश का सफल नेतृत्व किया। प्रदेश में पुन: कोरोना के संक्रमित मिलने शुरू हो गए हैं। यह समय हमारे सचेत होने का है। हमने अगर सावधानी नहीं बरती तो परिस्थितियां संकटपूर्ण हो जाएंगी। लॉकडाउन जैसे कठिन प्रावधानों से सबके लिए बहुत अधिक परेशानी होती है साथ ही सभी तरह की गतिविधियां थम जाती हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को सार्वजनिक स्थल पर मास्क के अनिवार्य रूप से उपयोग, फिजिकल डिस्टेंसिंग बनाए रखने तथा नियमित अंतराल से हाथों को स्वच्छ करने के लिए जागरूक करें। आमजनता भीड़ वाले स्थानों में जाने से बचे। हमने कोरोना प्रोटोकाल का पालन किया तथा कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज के टीके लगवा लिए तो कोरोना का असर बहुत कम हो जाएगा। यदि संक्रमण बढ़ता है तो लगभग 90 दिनों में संक्रमण का उच्चतम स्तर होगा। हमें बिना किसी देरी के हर पात्र व्यक्ति को कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज लगानी है। इसके लिए रणनीति बनाकर हर जिले में लगातार प्रयास करें। पूरे प्रदेश में 25 दिसम्बर तक दूसरी डोज के शत-प्रतिशत टीके अनिवार्य रूप से लगा दें।
मुख्यमंत्री ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग में शामिल विधायकों तथा अन्य जनप्रतिनिधियों से चर्चा करते हुए कहा कि प्रदेश में 178 ऑक्सीजन प्लांट शासकीय अस्पतालों में स्थापित किए गए हैं। इनका भ्रमण करके तथा प्लांट चलाकर ऑक्सीजन आपूर्ति का परीक्षण कर लें। प्रदेश में कोरोना संकट से निपटने के लिए दवाएं तथा चिकित्सा उपकरण पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। धर्मगुरूओं, कोरोना वालेंटियर्स, आपदा प्रबंधन समिति के सदस्य तथा जन अभियान परिषद के वालेंटियर्स मिलकर जागरूकता अभियान चलाएं। मीडिया के साथी भी कोरोना से बचाव के उपायों का लगातार प्रचार-प्रसार करके लोगों को जागरूक करने में सहयोग करें।
बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान ने कोरोना के संबंध में प्रस्तुतिकरण देते हुए कहा कि प्रदेश में 18 साल से अधिक आयु के 93.4 प्रतिशत व्यक्तियों को प्रथम डोज तथा 64.3 प्रतिशत व्यक्तियों को दूसरी डोज के टीके लगाए जा चुके हैं। शेष दूसरी डोज के पात्र व्यक्तियों को आगामी 20 दिनों में टीके लगाने का प्रयास करें। कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन की जांच आरटीपीसीआर टेस्ट से की जा सकती है। रैपिड किट के स्थान पर आरटीपीसीआर से टेस्ट कराएं। अभी प्रतिदिन 50 हजार टेस्ट किए जा रहे हैं। इसे 70 हजार तक बढ़ाएं। ओमिक्रोन वैरिएंट कोरोना के डेल्टा वैरिएंट से पांच गुना अधिक घातक हो सकता है, ऐसा वैज्ञानिकों का अनुमान है।
वीडियो कान्फ्रेंसिंग में कलेक्ट्रेट के एनआईसी केन्द्र से पूर्व मंत्री एवं विधायक रीवा श्री राजेन्द्र शुक्ल, विधायक त्योंथर श्री श्यामलाल द्विवेदी, कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी, आयुक्त नगर निगम मृणाल मीणा, डीन मेडिकल कॉलेज डॉ. मनोज इंदुलकर, सीएमएचओ डॉ. बीएल मिश्रा, डॉ. प्रभाकर चतुर्वेदी, श्री परमजीत सिंह डंग तथा आपदा प्रबंधन दल के सदस्य उपस्थित रहे।