संजय गांधी हास्पिटल के प्रसव केन्द्र का कायाकल्प होगा – कलेक्टर

रीवा 06 फरवरी 2021. कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने स्वास्थ्य विभाग के कार्यों की समीक्षा की। बैठक में कलेक्टर ने कहा कि कम पोषित बच्चों का पोषण स्तर सुधारने के लिये नव जीवन अभियान चलाया जा रहा है। इसके दो चरणों में 746 बच्चे अति कुपोषित से कुपोषित की श्रेणी में तथा 587 बच्चे कुपोषित से सामान्य वजन की श्रेणी में आये हैं। सभी बीएमओ तथा महिला एवं बाल विकास विभाग के परियोजना अधिकारी नव जीवन अभियान से लाभान्वित बच्चों का फालोअप करें। इस संबंध में हर सप्ताह रिपोर्ट प्रस्तुत करें। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी तथा जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास भी अभियान की संयुक्त रूप से मॉनीटरिंग करें। नव जीवन अभियान के दौरान चिन्हित बीमार बच्चों के उपचार की तत्काल व्यवस्था संबंधित बीएमओ करें। कम पोषित बच्चों को पोषण पुनर्वास केन्द्र में भर्ती करायें। यदि इसकी सीटें रिक्त रहीं तो कड़ी कार्यवाही की जायेगी।
बैठक में कलेक्टर ने कहा कि हर गर्भवती महिला का अनिवार्य रूप से पंजीयन करके उसकी नियमित जांच करायें। स्वास्थ्य केन्द्र से रेफर होने पर गर्भवती महिला के संबंध में पूरी जानकारी संजय गांधी हास्पिटल के संबंधित डॉक्टरों को दें। संजय गांधी हास्पिटल तथा जिला चिकित्सालय में इंटरकॉम एवं लैण्डलाइन फोन की सुविधा उपलब्ध करायें। जिले में 15 फरवरी से दस्तक अभियान शुरू किया जा रहा है। अभियान के दौरान कुपोषित पाये गये सभी बच्चों को उचित उपचार की सुविधा दें। उन्हें दिये गये पोषण कार्ड का सत्यापन भी करें। कलेक्टर ने गंगेव तथा हनुमना में टीकाकरण कम होने पर संबंधित बीसीएम को नोटिस देकर कार्यवाही के निर्देश दिये। उन्होंने रीवा शहरी तथा गोविंदगढ़ का डाटा अलग-अलग फीड करने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने कहा कि अभियान के दौरान कटे-फटे होठ, ह्मदय रोग से पीडि़त तथा अन्य गंभीर रोगी बच्चों को राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य मिशन की टीम उपचार की व्यवस्था कराये। अगली बैठक में आरबीएसके के कार्यों की समीक्षा की जायेगी। संजय गांधी हास्पिटल के प्रसव केन्द्र तथा मैटरनिटी वार्ड का आगामी दो माह में कायाकल्प किया जायेगा।
बैठक में कलेक्टर ने हाई रिस्क प्रसव के संबंध में निर्देश देते हुए कहा कि जो महिलाएं ह्मदय रोग से पीडि़त हैं अथवा खून की कमी है उन पर विशेष ध्यान दें। उनकी नियमित जांच तथा समय पर उपचार सुविधा दें जिससे किसी भी प्रसूता की मृत्यु न हो सके। संपूर्ण टीकाकरण 86.2 प्रतिशत है। इसे मॉनीटरिंग करके हर हाल में 95 प्रतिशत तक ले जायें। आगामी 28 फरवरी को होने वाली बैठक में जिस बीएमओ के क्षेत्र में टीकाकरण 92 प्रतिशत से कम होगा उनके विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी। कलेक्टर ने टीकाकरण तथा कुपोषित बच्चों के चिन्हांकन में लापरवाही बरतने पर बीपीओ एवं परियोजना अधिकारी महिला एवं बाल विकास सिरमौर तथा नईगढ़ी को नोटिस देने के निर्देश दिये।
बैठक में कलेक्टर ने कुष्ठ उन्मूलन अभियान, क्षय नियंत्रण कार्यक्रम, पल्स पोलियो अभियान, कोरोना टीकाकरण तथा दस्तक अभियान के संबंध में निर्देश दिये। बैठक में कलेक्टर ने कहा कि परिवार कल्याण कार्यक्रम की उपलब्धि 61 प्रतिशत है। कुल 7521 परिवार कल्याण ऑपरेशन हुए हैं। पुरूष नसबंदी का प्रतिशत बढ़ाने के प्रयास करें। बैठक में कलेक्टर ने मातृ मृत्यु दर तथा शिशु मृत्यु दर में नियंत्रण, अनमोल पोर्टल में शत-प्रतिशत जानकारी दर्ज करने एवं जननी सुरक्षा योजना के संबंध में निर्देश दिये। बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एमएल गुप्ता, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. बीके अग्निहोत्री, डॉ. अनुराग शर्मा, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास श्रीमती प्रतिभा पाण्डेय, सभी बीएमओ तथा अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

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