फसलों को पाले से बचाव के लिए किसानों को सलाह

रीवा 01 जनवरी 2020. जिले में पिछले एक सप्ताह से तापमान लगातार कम बना हुआ है न्यूनतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच रहा है बीच-बीच में हल्के बादल और बुदा-बांदी से नमीं की मात्रा बढ़ने से कोहरे का भी प्रकोप हो रहा है। ऐसे मौसम में फसलों पर पाले का प्रकोप हो सकता है। उप संचालक कृषि यू.पी. बागरी ने किसानों को फसलों को पाले से बचाव की सलाह दी है। उन्होंने कहा है कि दिन में मौसम साफ रहने तथा तापमान लगातार कम बने रहने से फसलों पर पाले की आशंका रहती है। पाले का प्रकोप सबसे पहले दलहनी फसलों तथा सब्जियों पर होता है।
उप संचालक ने कहा है कि पाले से बचाव के लिए फसलों में हल्की सिचाई करें। खेत के चारों कोनों में धुंआ करके भी पाले के प्रकोप से फसल को बचाया जा सकता है। दलहनी फसल तथा सब्जियों में गंधक दो ग्राम प्रति लीटर का घोल बनाकर छिड़काव करने से भी पाले का प्रकोप फसलों पर नहीं होता है। मटर तथा चनें की फसलों में इल्लियों का प्रकोप हो सकता है। इल्लियों से बचाव के लिए जैविक विधि अपनाए किसान खेतों में 3-3 फिट की दूरी पर टी-आकार की खुटियां लगा दें। इनमें बैठकर पक्षी फसलों की इल्लियां नष्ट कर देंगे। इल्ली से बचाव के लिए प्रोफेना फास-40 प्रतिशत घोल अथवा साईपर मैथ्रिन 40 प्रतिशत घोल का 400 मि.ली. प्रति एकड़ छिड़काव किया जा सकता है। किसान भाई फसलों की नियमित निगरानी करें।

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