टीएल बैठक में अनुपस्थित अधिकारियों पर कमिश्नर हुए नाराज संभागीय अधिकारियों की अब प्रति सप्ताह आयोजित होगी टीएल बैठक

रीवा 25 नवम्बर 2019. कमिश्नर रीवा संभाग डॉ. अशोक कुमार भार्गव की अध्यक्षता में कमिश्नर कार्यालय के सभाकक्ष में संभागीय अधिकारियों की टीएल बैठक आयोजित की गई। बैठक में निर्धारित समय पर कई अधिकारियों के नहीं पहुंचने एवं अनुपस्थित रहे अधिकारियों पर कमिश्नर ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि भविष्य में सभी अधिकारी प्रात: 10.30 बजे टीएल बैठक में अनिवार्य रूप से उपस्थित रहें अन्यथा उनके विरूद्ध कड़ी अनुशासनात्मक कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने टीएल बैठक में देरी से आये अधिकारियों को सभाकक्ष में प्रवेश करने से रोकते हुए नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि अब प्रति सप्ताह सोमवार को टीएल बैठक आयोजित की जाएगी जिसमें आवश्यक जानकारी के साथ सभी संभागीय अधिकारी उपस्थित रहें।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत रीवा के नहीं पहुंचने पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की जानकारी देने के लिए मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत रीवा को संभागीय नोडल अधिकारी बनाया गया है। फिर भी वह इस बैठक में उपस्थित नहीं हुए हैं। उन्होंने बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत रीवा को उपस्थित होने के लिए कलेक्टर रीवा को सूचित करते हुए संयुक्त आयुक्त को पत्र लिखने के निर्देश दिए। कमिश्नर डॉ. भार्गव ने सीएम हेल्पलाइन के आवेदनों की समीक्षा करते हुए संभाग के सभी कलेक्टरों को ठीक ढंग से मॉनीटरिंग सुनिश्चित करने एवं आवेदनों का निराकरण तेजी से कराने के लिए संयुक्त आयुक्त को पत्र लिखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विभिन्न विभागों के अंतर्गत सीएम हेल्पलाइन की शिकायतें अत्यधिक संख्या में लंबित हैं जिनका निराकरण विशेष रूचि लेकर किया जाना जरूरी है।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कहा कि कोई भी अधिकारी बिना अवकाश स्वीकृत कराए एवं बिना अनुमति के मुख्यालय नहीं छोड़े। मुख्यालय से बाहर जाने के लिए पहले से सूचना देना जरूरी है। संभागीय अधिकारी यदि मुख्यालय से बाहर जाएं तो निर्धारित प्रोटोकाल के तहत उसकी सूचना कमिश्नर को भी दें। कमिश्नर डॉ. भार्गव ने विभिन्न विभागों की योजनाओं एवं उनके क्रियान्वयन की भी समीक्षा की। कमिश्नर डॉ. भार्गव ने संयुक्त संचालक सामाजिक न्याय को निर्देशित करते हुए कहा कि जिन दिव्यांग व्यक्तियों के मुख्यमंत्री कन्या विवाह एवं निकाह योजना में विवाह संपन्न हुए हैं उनके विवाह प्रमाण-पत्र जरूर बनवाए जाएं। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को जननी सुरक्षा योजना की सतत समीक्षा करने के निर्देश दिए।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कहा कि प्रदूषण नियंत्रण मंडल द्वारा संभाग में प्रदूषण रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं। प्रदूषण रोकने के लिए निर्धारित मापदंडों का पालन करें। किसी भी तरह से प्रदूषण न हो इस बात का ध्यान रखें। आम आदमी के स्वास्थ्य को अच्छा बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक उपाय करें। जहां प्रदूषण मापने के लिए उपकरण एवं यंत्र लगाए जाना हैं वहां इसकी कार्रवाई द्रुतगति से करें। लोगों को धूल रहित शुद्ध हवा मिल सके इसके लिए पुख्ता इंतजाम सुनिश्चित करें।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कहा कि संभाग में परिवार कल्याण कार्यक्रम के लक्ष्य की प्रगति तेजी से बढ़ाए जाने के लिए प्रयास करें। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को इस संबंध में आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विभिन्न विकास कार्यों एवं सड़कों के निर्माण और मरम्मत कार्य निर्धारित समय-सीमा में गुणवत्ता के साथ पूरा करें। उन्होंने उद्योग विभाग की योजनाओं की प्रगति ठीक नहीं होने पर अप्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने आगामी 3 दिसम्बर को विश्व विकलांग दिवस मनाए जाने के संबंध में अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने मिशन इंद्रधनुष के तहत संपूर्ण टीकाकरण के कार्य में सहयोग करने के लिए विभिन्न विभागों को समन्वय बनाकर कार्य करने के निर्देश दिए। बैठक में संयुक्त आयुक्त पीसी शर्मा, उप संचालक कमिश्नर कार्यालय सतीश निगम, संयुक्त संचालक महिला एवं बाल विकास ऊषा सिंह सोलंकी, संयुक्त संचालक सामाजिक न्याय एवं निशक्तजन कल्याण अनिल दुबे, उप संचालक स्वास्थ्य सेवाएं डॉ. एनपी पाठक सहित विभिन्न विभागों के संभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

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