विद्यार्थियों के सामाजिक एवं आध्यात्मिक विकास के वाहक बनें स्काउट शिक्षक – कमिश्नर डॉ. भार्गव

भारत स्काउट एवं गाइड की संभागीय समीक्षा बैठक संपन्न

रीवा 26 जुलाई 2019. कमिश्नर रीवा संभाग डॉ. अशोक कुमार भार्गव की अध्यक्षता में भारत स्काउट एवं गाडड मध्यप्रदेश रीवा संभाग की समीक्षा बैठक जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में आयोजित की गई। बैठक में भारत एवं स्काउट गाइड मध्यप्रदेश के उप सचिव डी.पी. मिश्रा, संयुक्त संचालक लोक शिक्षण अंजनी कुमार त्रिपाठी, प्राचार्य डाइट श्यामनारायण शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी रामनरेश पटेल, जिला शिक्षा अधिकारी सतना बी.एस. देशलहरा, जिला शिक्षाधिकारी सीधी माल सिंह एवं जिला शिक्षा अधिकारी सिंगरौली बृजेश मिश्रा सहित संभाग के सभी जिलों के डीपसी, स्काउट शिक्षक आदि उपस्थित थे। बैठक में भारत स्काउट एवं गाइड की गतवर्ष की उपलब्धियों एवं नये वर्ष की वार्षिक कार्ययोजना बनाने के संबंध में विस्तार से चर्चा की गई।
बैठक में कमिश्नर डॉ. भार्गव ने अपना प्रेरणादायी उद्बोधन देते हुए स्काउट एवं गाइड के शिक्षकों से कहा कि किसी भी राष्ट्र की असली दौलत भौतिक चीजें न होकर उसके नागरिक होते हैं। नागरिकों में बलिदान की भावना कूट-कूट कर भरी होगी तो देश का विकास होगा। स्काउट एवं गाइड का आंदोलन बच्चों के सामाजिक एवं आध्यात्मिक विकास पर बल देता है। बाल्यावस्था छात्रों के जीवन का स्वर्णिम अवसर होता है। इस अवस्था में छात्रों के जीवन में चारित्रिक मानवीय आयामों को स्थापित कर दें तो हमारी जिम्मेदारी सार्थक हो जायेगी। हम अक्सर अपनी प्रतिभा, ऊर्जा का उपयोग इसलिए नहीं कर पाते हैं कि संसाधनों की कमी है। यह एक बहाना होता है। यदि चुनौतियों का सामना करने की शक्ति हमारे अंदर है तो कोई भी हमें सफलता प्राप्त करने से नहीं रोक सकता है। अपने संकल्प, निष्ठा एवं जिम्मेदारी पूर्वक रवैये से हम उपलब्धियों की इवारत लिख सकते हैं। उन्होंने कहा कि स्काउट-गाइड के नियमों का पालन करना हमेशा अनुशासन एवं प्रकृति से प्रेम करना सिखाता है। प्रकृति प्रेम सिर्फ कहने से जागृत नहीं होता यह हमारे आचरण से जागृत होता है। आप छात्रों के जीवन में बदलाव ला सकते हैं। उनमें अद्भुत व्यक्तिव का विकास कर सकते हैं। स्काउट गाइड के मूल मंत्र का हर संभव परिस्थितियों में निर्वहन करने की कोशिश करें।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कहा कि आपके अंदर सुसुप्तावस्था में एक अच्छा शिक्षक बैठा हुआ है जिसे जागृत करने की आवश्यकता है। अपने आचरण एवं व्यवहार से स्काउट एवं गाइड आंदोलन की छवि को उज्ज्वल बनाने की जरूरत है। हमेशा नया करने एवं बदलाव लाने का संकल्प लेंगे तभी स्काउट एवं गाइड की गौरवशाली परंपरा कायम होगी। हम अपने बच्चों में सेवा भावना को विकसित कर राष्ट्र के लिए उपयोगी नागरिक बना सकते हैं। इससे हम विद्यार्थियों के भविष्य को उज्ज्वल बनाने में सफल होंगे। उन्होंने कहा कि ज्ञान प्राप्त करने के बाद हमारे अंदर घमंड नहीं आना चाहिए। उन्होंने कहा कि रीवा संभाग में स्काउट-गाइड आंदोलन नये स्वरूप में उभरकर सामने आये। विद्यार्थियों की संख्या तथा दलों का गठन लगातार बढ़ाते रहना चाहिए। इसके अन्तर्गत विभिन्न गतिविधियां निरंतर चलती रहनी चाहिए। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी चाहते थे कि हिन्दुस्तान के हर घर में एक स्काउट एवं गाइड का मास्टर होना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसमें ज्यादा से ज्यादा विद्यार्थियों को जोड़ने की कोशिश करें ताकि विद्यार्थी सामाजिक बदलाव में सहायक बन सकें।
बैठक में भारत एवं स्काउट गाइड मध्यप्रदेश के उप सचिव डी.पी. मिश्रा ने कहा कि रीवा संभाग की राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर बच्चों की प्रतिभागिता करने के लिए प्रयास किये जा रहे हैं। स्काउट एवं गाइड के बेहतर प्रशिक्षण के लिए संभाग में निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं। वरिष्ठ स्काउटर एवं गाइडर आरके तिवारी ने कहा कि रीवा संभाग में स्काउट एवं गाइड की गतिविधियों को बढ़ावा दिये जाने की आवश्यकता है। श्रीमती संतोष सिंह ने कहा कि उन्हें खुशी है कि कमिश्नर महोदय की अध्यक्षता में पहली बार यह बैठक आयोजित हो रही है। उन्होंने कहा कि रीवा संभाग में स्काउटर एवं गाइडर की संख्या कम होने के कारण छात्रों की प्रतिभागिता कम होती है। उन्होंने कहा कि संभाग के प्रत्येक जिले में स्काउटिंग गतिविधियां बढ़ाई जायें जिससे संभाग प्रदेश में नम्बर एक स्थिति पर पहुंच सके। बैठक के अंत में प्राचार्य डाइट श्री शर्मा ने सभी का आभार व्यक्त किया। बैठक के उपरांत कमिश्नर डॉ. भार्गव ने डाइट परिसर में पौधारोपण भी किया।

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