निष्पक्ष और स्वतंत्र निर्वाचन कराना मुख्य प्राथमिकता – व्यय प्रेक्षक

व्यय अनुवीक्षण के लिए नियुक्त दल तत्परता पूर्वक कार्यवाही करें – जिला निर्वाचन अधिकारी

रीवा 12 अप्रैल 2019. लोकसभा निर्वाचन 2019 के तारतम्य में रीवा लोकसभा क्षेत्र क्रमांक दस के लिये नियुक्त व्यय प्रेक्षक त्रिभुवन यादव एवं जिला निर्वाचन अधिकारी ओमप्रकाश श्रीवास्तव की उपस्थिति में व्यय अनुवीक्षण के लिए गठित विभिन्न दलों की बैठक सह प्रशिक्षण कार्यक्रम आज कलेक्ट्रेट के मोहन सभागार में संपन्न हुआ।
इस अवसर पर भारत निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त व्यय प्रेक्षक त्रिभुवन यादव ने कहा कि पूर्ण पारदर्शिता के साथ स्वतंत्र और निष्पक्ष निर्वाचन सम्पन्न कराना हम सबकी प्राथमिकता है। निर्वाचन कार्य से जुड़े सभी लोग निर्वाचन आयोग द्वारा सौंपे गये दायित्व को पूरा कर रहे हैं इसलिए सभी लोगों को पूरी निष्ठा लगन और सर्मपण भाव से अपने कर्तव्य का निर्वहन करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि सभी ने प्रशिक्षण प्राप्त किया है अपने प्रशिक्षण और अनुभव के साथ कार्य करें। अवैध शराब, रूपया, सामग्री वितरण पर कड़ी नजर रखी जाए और तत्परता के साथ समुचित कार्यवाही करायें। आदर्श आचरण संहिता का पालन कराते हुए हमें मतदाताओं को स्वतंत्र और निष्पक्ष निर्वाचन प्रक्रिया के प्रति आश्वस्त करना है जिससे वे निर्भीक होकर मतदान में भाग लें। उन्होंने निर्वाचन व्यय पर निगरानी रखने वाले अधिकारियों से कहा कि आयोग के दिशा निर्देशानुसार निर्वाचन व्यय पर निगरानी रखी जाए। उन्होंने सभी अधिकारियों से समन्वय बनाकर सूचनाओं व जानकारियों का लगातार एक दूसरे से अदान-प्रदान करने की बात कही।

इस अवसर पर जिला निर्वाचन अधिकारी ओमप्रकाश श्रीवास्तव ने कहा कि निर्वाचन की सुचिता बनाये रखने के लिये आवश्यक है कि अभ्यर्थियों के लिए निर्धारित व्यय सीमा पर नियंत्रण रखा जाए। निर्वाचन व्यय पर निगरानी रखने वाले विभिन्न दल पूरी तत्परता के साथ क्षेत्रों में भ्रमण करें तथा शिकायतें प्राप्त होने पर उनकी जांच करें। एसएसटी, वीएसटी आदि दलों को पूरी तरह से मुस्तैद होकर ईमानदारी के साथ काम करना होगा। नगद राशि, शराब व अन्य ऐसी वस्तुएं जो स्वतंत्र निर्वाचन को प्रभावित करने वाली हैं उनकी जब्ती की कार्यवाही कराते हुए वीडियोग्राफी भी करायी जाना सुनिश्चित करें। नगद राशि के साथ टी-शर्ट, साड़ी, सोने-चांदी के आभूषण, बर्तन आदि मतदाताओं को बांटे जाने के संबंध में कड़ाई से रोक लगाते हुए संबंधित के विरूद्ध थानों में एफआईआर दर्ज करायी जाए।
इस अवसर पर उप जिला निर्वाचन अधिकारी इला तिवारी ने निर्वाचन आयोग द्वारा दिये गये दिशा-निर्देशों के अनुसार निर्वाचन व्यय पर निगरानी रखे जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी समन्वय बनाकर सूचनाओं व जानकारियों का लगातार एक-दूसरे से आदान-प्रदान करें। स्टेट लेवल मास्टर ट्रेनर एवं नोडल अधिकारी प्रशिक्षण डॉ. अमरजीत सिंह ने व्यय अनुवीक्षण के लिये नियुक्त दलों को उनके कर्तव्य व अधिकार से संबंधित प्रशिक्षण पावर प्वाइंट के माध्यम से दिया। उन्होंने आयोग के दिशा निर्देशों से भी उपस्थितों को अवगत कराया। इस अवसर पर सहायक व्यय प्रेक्षक, एफएसटी, एसएसटी, व्हीएसटी, एमसीएमसी आदि व्यय निगरानी के लिये गठित टीमों के सदस्य उपस्थित थे।

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