कमिश्नर रीवा संभाग डॉ. अशोक कुमार भार्गव ने किया सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र गोविन्दगढ़ का आकस्मिक निरीक्षण

रीवा 09 अप्रैल 2019. कमिश्नर रीवा संभाग डॉ. अशोक कुमार भार्गव ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र गोविंदगढ़ का आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान अस्पताल में कई अव्यवस्थायें देखने को मिली। साथ ही पर्याप्त साफ-सफाई का अभाव पाया गया। अस्पताल में उपयोग में आने वाली वस्तुयें टूटी-फूटी एवं अव्यवस्थित रखी हुई पायी गईं। अस्पताल के मुख्य द्वार एवं अन्य स्थानों पर दिव्यांगजनों के लिए रैम्प का अभाव भी पाया गया। इन सभी कमियों के कारण कमिश्नर डॉ. भार्गव ने यहां पदस्थ ब्लॉक मेडिकल ऑफीसर डॉ. सुधाकर पाण्डेय, मेडिकल ऑफीसर डॉ. आरके सोनी एवं डॉ. शरद सोंधिया पर कड़ी नाराजगी व्यक्त कर शीघ्रता से व्यवस्थाएं सुधारने के निर्देश दिए।
कमिश्नर डॉ. भार्गव औचक निरीक्षण के दौरान जैसे ही अस्पताल में प्रवेश किया तो यहां मुख्य प्रवेश द्वार पर मरीजों एवं दिव्यांगजनों की सुविधा के लिए रैम्प नहीं पाया गया। अस्पताल परिसर में एक स्थान पर रैम्प मिला लेकिन वह भी निर्धारित मानक के अनुसार नहीं था। इस पर कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के बाद भी दिव्यांगजनों की सुविधा के लिए अस्पताल में निर्धारित मानक के तहत रैम्प नहीं बनवाये गये हैं जिससे आपकी घोर लापरवाही प्रतीत होती है। उन्होंने अस्पताल के अंदर बरामदे में टूटा हुआ स्ट्रेचर रखा हुआ पाये जाने पर उसे ठीक कराने के निर्देश दिए। अस्पताल प्रांगण, शौचालयों एवं अन्य कक्षों में साफ-सफाई ठीक नहीं होने पर उन्होंने साफ-सफाई व्यवस्था में सुधार लाने के निर्देश दिए। अस्पताल के रसोई कक्ष में भी साफ-सफाई का अभाव देखने को मिला। कमिश्नर डॉ. भार्गव ने अलमारियों में रखे रिकार्ड को भी देखा जो अव्यवस्थित एवं गंदा पाया गया जिस पर उन्होंने रिकार्ड व्यवस्थित करने एवं अलमारियों की सफाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने रसोई कक्ष में पहुंचकर बीएमओ को निर्देशित करते हुए कहा कि मरीजों को समय पर नियमित रूप से गुणवत्तायुक्त भोजन दिलाना सुनिश्चित करें। समय-समय पर आप रसोई का निरीक्षण भी करें।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने पानी के लिए लगाए गए नलों के पास पानी की मितव्ययता संबंधी वाक्य लिखवाने के निर्देश दिए। इसी तरह उन्होंने अस्पताल में स्तनपान के महत्व, टीकाकरण के प्रति जागरूकता एवं अन्य बीमारियों के संबंध में जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से फ्लैक्स, बैनर एवं दीवाल लेखन के माध्यम से जानकारी देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अस्पताल में घर जैसा साफ-सुथरा वातावरण का निर्माण करें। अस्पताल को मात्र उपचार का केन्द्र नहीं बनायें बल्कि इसे स्वास्थ्य का मंदिर समझें।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने सम्पूर्ण अस्पताल का बारीकी से निरीक्षण किया। उन्होंने मरीजों से भी मुलाकात की और उनके हाल-चाल जानकर उनकी परेशानी और असुविधाओं की जानकारी ली। उन्होंने मरीजों को समझाइश देते हुए कहा कि मलेरिया से बचने के लिए मच्छरदानी का उपयोग करें। उन्होंने चिकित्सकों को निर्देशित किया कि महिला वार्ड में उनके साथ नवजात शिशुओं को गर्मी से बचाने के लिए कूलर चालू हालत में रखें। उन्होंने यहां महिलाओं को समझाइश देते हुए कहा कि प्रसव के 6 महीने तक अपने बच्चों को सिर्फ स्तनपान ही करायें। अन्य कोई खाद्य पदार्थ उन्हें खाने-पीने के लिए नहीं दें। उन्होंने अस्पताल में खुले हुए डस्टबिन पाये जाने पर कवर्ड डस्टबिन रखने के निर्देश दिए। उन्होंने चिकित्सकों को परिवार नियोजन के लिए जागरूकता फैलाने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रांगण में खुली हुई नाली ढंकवाने के निर्देश दिए।

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