कमिश्नर डॉ. भार्गव ने किया संजय गांधी स्मृति चिकित्सालय का औचक निरीक्षण

स्वास्थ्य के मंदिर को साफ-सुथरा रखना हम सबकी जिम्मेदारी है – कमिश्नर डॉ. भार्गव

रीवा 07 अप्रैल 2019. कमिश्नर रीवा संभाग डॉ. अशोक कुमार भार्गव ने संजय गांधी स्मृति चिकित्सालय पहुंचकर पल्स पोलियो अभियान के तहत बच्चों को दवा पिलाने के बाद चिकित्सालय का आकस्मिक निरीक्षण किया। उन्होंने पुराने एवं नये संजय गांधी स्मृति चिकित्सालय के विभिन्न वार्डों में पहुंचकर मरीजों से मुलाकात की। उन्होंने मरीजों को चिकित्सालय द्वारा प्रदान की जा रही सुविधाओं की जानकारी ली। उन्होंने चिकित्सकों एवं स्टाफ को निर्देशित करते हुए कहा कि मरीजों को भोजन एवं दवायें समय पर मिलें और किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना नहीं करना पड़े। उन्होंने अस्पताल में साफ-सफाई रखने के निर्देश दिए।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कहा कि चिकित्सालय सिर्फ मरीजों के उपचार का केन्द्र नहीं है बल्कि यह स्वास्थ्य का मंदिर है। स्वास्थ्य के मंदिर को साफ-सुथरा रखना हम सबकी जिम्मेदारी है। कमिश्नर डॉ. भार्गव को भ्रमण के दौरान चिकित्सालय में कई स्थानों पर गंदगी देखने को मिली। साथ ही विभिन्न वस्तुएं अव्यवस्थित रखी हुई पाई गईं। इस पर उन्होंने अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए साफ-सफाई की व्यवस्था को बेहतर बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अव्यवस्थित रखी हुई वस्तुएं शीघ्रता से व्यवस्थित कर ली जायें। पान एवं गुटका की पीक दीवालों पर नहीं दिखे। लोगों को इस संबंध में समझाइश भी दी जाये। उन्होंने अस्पताल में रखे हुए डस्टबिन बिना ढक्कन के पाये जाने पर अप्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि कचड़ा डालने के लिए कवर्ड डस्टबिन रखे जायें। उन्होंने अस्पताल में टूटा-फूटा सामान अव्यवस्थित ढंग से पड़ा होने पर नाराजगी व्यक्त की। चिकित्सालय में उपयोग में आ रही कई वस्तुएं टूटी हुई पायी जाने पर उन्होंने मरम्मत कराने एवं नई लगाने के निर्देश दिए।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने चिकित्सालय में मरीजों, उनके परिजनों एवं अन्य लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से विभिन्न स्थानों पर डिस्प्ले बोर्ड लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि लोगों को मालूम हो सके कि किस कक्ष में क्या कार्य होता है जिससे उन्हें वहां पहुंचने में सुविधा हो सके। इसकी जानकारी देना जरूरी है। उन्होंने बच्चों को स्तनपान के प्रति जागरूकता बढ़ाने एवं विभिन्न बीमारियों के प्रति सावधानी रखने के लिए अस्पताल में फ्लैक्स, बैनर, बोर्ड आदि के माध्यम से प्रदर्शन के निर्देश दिए।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कहा कि चिकित्सालय में एक्सपाइरी डेट की दवाएं उपयोग में नहीं लाई जायें। यदि ऐसा पाया जायेगा तो संबंधित पर कड़ी कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने विभिन्न वार्डों में मरीजों से चर्चा कर दवाओं की जानकारी ली। उन्होंने महिला वार्ड में पहुंचकर उन्हें आयरन एवं फोलिक एसिड की गोलियों का सेवन करने के संबंध में समझाइश दी। उन्होंने अस्पताल में उपयोग में आ रही दवाओं का निरीक्षण भी किया। उन्होंने ओपीडी में पर्ची काटने की खिड़कियों के लिए अलग-अलग डिवाइडर बनाये जाने के निर्देश दिए। उन्होंने वाहन रखने के लिए शेड का निर्माण कराने के निर्देश दिए। उन्होंने गर्मी के मौसम को देखते हुए अस्पताल में कूलर एवं पंखों की पर्याप्त व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पंखे एवं कूलर यदि खराब होते हैं तो उनकी तुरंत मरम्मत कराई जाये।
कमिश्नर डॉ. भार्गव चिकित्सालय में स्थित एनआरसी भी पहुंचे। उन्होंने यहां महिलाओं को समझाइश देते हुए कहा कि उन्हें खाने के लिए जो सामग्री दी जा रही है उसका उपयोग वह स्वयं करें किसी अन्य को वह सामग्री खाने के लिए नहीं दें। इसी तरह बच्चों को मिलने वाली खाद्य सामग्री बच्चों को खिलायें। उन्होंने यहां बच्चों के वजन की भी जानकारी ली। उन्होंने चिकित्सालय के आईसीयू, जनरल वार्ड, नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई, बाल्य एवं शिशु रोग विभाग सहित विभिन्न वार्डों का बारीकी से निरीक्षण किया। कमिश्नर डॉ. भार्गव ने चिकित्सालय में ड्यूटी के दौरान समस्त डॉक्टरों को निर्धारित गणवेश एवं नाम पट्टिका के साथ रहने के निर्देश दिए। उन्होंने इमरजेंसी ड्यूटी पर तैनात चिकित्सकों का नाम डिस्प्ले बोर्ड पर प्रदर्शित करने के निर्देश दिए। उन्होंने अस्पताल में डॉक्टरों की उपस्थिति के संबंध में उनके उपस्थित होने के स्थान एवं मोबाइल नम्बर की भी जानकारी प्रदर्शित करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान डीन मेडिकल कॉलेज डॉ. पीसी द्विवेदी, अधीक्षक डॉ. एपीएस गहरवार, क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य सेवायें डॉ. एस.के. शालम, डॉ. ज्योति सिंह सहित अन्य चिकित्सक उपस्थित थे।

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