कलेक्टर ने सेमरिया विकासखंड में पेयजल व्यवस्था का लिया जायजा
जिले में पेयजल की समस्या उत्पन्न न हो इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा सतत प्रयास किये जा रहे हैं। कलेक्टर ओमप्रकाश श्रीवास्तव ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों को जिले में पेयजल की समस्याएं दूर करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि जहाँ भी पेयजल की शिकायतें मिलें उनका तत्परता से निराकरण सुनिश्चित किया जाये। पेयजल संबंधी शिकायतों एवं समस्याओं का जायजा लेने के उद्देश्य से कलेक्टर श्रीवास्तव ने स्वयं कल सेमरिया विकासखंड के ग्रामों का भ्रमण किया। उन्होंने ग्राम अटरिया एवं अमझरा में पहुंचकर ग्रामीणों से पेयजल की समस्याओं के संबंध में चर्चा की।
कलेक्टर ने उक्त ग्रामों के भ्रमण के दौरान पाया कि ग्रामीणों को पेयजल की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। यहां जितने मोटर पंप बंद होने की सूचना मिली थी उससे कहीं अधिक मोटर पंप बंद पाये गये। इस पर उन्होंने पीएचई विभाग के संबंधित अधिकारियों पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने निर्देश दिए कि सीईओ जनपद पंचायत बंद पड़े हुए मोटर पंपों की गणना करके शीघ्र अवगत करायें। यदि गणना के दौरान पहले से प्राप्त सूचना से अधिक मोटर पंप बंद पाये जाते हैं तो संबंधित अधिकारी-कर्मचारी पर कड़ी कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने कहा कि जहां नये बोर कराये गये हैं वहां एक सप्ताह के अंदर मोटर पंप डालकर पेयजल की व्यवस्था दुरूस्त की जाये।
कलेक्टर श्रीवास्तव ने सेमरिया नगर पंचायत में नदी से जल लाने की योजना का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि नदी से जल लाने की पूरी तैयारी कर ली गई है लेकिन यहां विद्युत कनेक्शन नहीं होने से पेयजल योजना शुरू नहीं हो पाई है। कलेक्टर ने पिछले माह सीएमओ नगर परिषद सेमरिया केके मिश्रा को पेयजल योजना शुरू कराने के निर्देश दिए थे लेकिन सीएमओ द्वारा एक माह में कोई कार्य नहीं किया गया। इस पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए सीएमओ केके मिश्रा को कारण बताओ नोटिस जारी किया। साथ ही विद्युत वितरण कंपनी को चेतावनी दी है कि 31 मार्च तक हर हालत में विद्युत कनेक्शन कराकर पानी शहर तक पहुंचाना सुनिश्चित किया जाये। इस पर कंपनी के अधिकारियों ने 31 मार्च तक शहर में पानी लाने का आश्वासन दिया है। इससे सेमरिया में पेयजल की समस्या हल हो सकेगी।
कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को जिले के पेयजल समस्या ग्रस्त चिन्हित किये गये लगभग 250 ग्रामों का भ्रमण कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि कार्य योजना बनाकर अगले माह तक पेयजल संकट का निवारण किया जा सकेगा। उन्होंने इस संबंध में पीएचई के कार्यपालन यंत्री अथवा एसडीओ को क्षेत्र में जाकर ग्रामीणों से चर्चा कर शीघ्र ही कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए हैं। चयनित किए गए सभी 250 ग्रामों में पीएचई विभाग के कार्यपालन यंत्री अथवा एसडीओ व्यक्तिगत भ्रमण करेंगे। कलेक्टर ने कहा है कि इनके द्वारा भेजी गई रिपोर्ट की एसडीएम, तहसीलदार एवं जनपद पंचायत सीईओ के माध्यम से क्रॉस चेकिंग भी कराई जायेगी। इस तरह से पूरे जिले की व्यवस्था में तेजी से सुधार करा लिया जायेगा।