प्रदेश में नहरों से सिंचाई में 433 प्रतिशत की वृद्धि

 

मध्यप्रदेश में नहरों से सिंचाई का प्रतिशत आज बढ़कर 40 लाख हेक्टेयर हो चुका है। यह वर्ष 2003 में मात्र 7.5 लाख हेक्टेयर था। जनसम्पर्क एवं जल-संसाधन मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र ने बताया कि बीते 14 वर्षो में नहरों से सिंचाई कार्य में 433 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। मंत्री डॉ. मिश्र ने बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी शनिवार, 23 जून को मध्यप्रदेश में सिंचाई क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों से रू-ब-रू होंगे। प्रधानमंत्री इस दिन राजगढ़ जिले की मोहनपुरा सिंचाई योजना का लोकार्पण करेंगे। राजगढ़ जिले में मोहनपुरा और कुंडालिया सिंचाई योजनाओं से लगभग आठ लाख एकड़ क्षेत्र में सिंचाई होगी। इन दोनों योजनाओं से बांध से लगे क्षेत्रों की पेयजल समस्या भी समाप्त हो जायेगी। डॉ. मिश्र ने बताया कि प्रदेश में प्रति माह नवीन सिंचाई परियोजनाओं के क्रियान्वयन के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। सिंचाई परियोजनाओं से विस्थापित लोगों के समुचित पुनर्वास की व्यवस्था भी की जा रही हैं। विभिन्न परियोजनाओं के लिये आवश्यकतानुसार विशेष पुनर्वास पैकेज का लाभ विस्थापितों को दिया जाता है, जिससे वे पूर्व की तुलना में नई बसाहट में अधिक सुविधाओं के साथ जीवन व्यतीत कर सकें। नई सिंचाई योजनाओं की स्वीकृति के क्रम में इस माह मंत्रि-परिषद द्वारा डिण्डौरी और दमोह जिले की सिंचाई योजनाओं को मंजूरी दी गई है।

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