उद्योग मंत्री श्री शुक्ल ने 10.78 लाख रूपये की लागत से निर्मित चौपाटी का किया लोकार्पण छोटे व्यापारियों के चेहरे पर आयी मुस्कान
उद्योग एवं खनिज साधन मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने पीली कोठी कंपाउंड में 10.78 लाख रूपये की लागत से निर्मित चौपाटी का लोकार्पण कर कहा कि रीवा नगर के सुव्यवस्थित एवं सर्व सुविधायुक्त चौपाटी की मांग काफी अर्से से की जा रही थी। आज चौपाटी निर्मित हो जाने पर 80 ठेले एवं गुमटी वाले छोटे व्यापारियों को अपने चाट के ठेले लगाने का व्यवस्थित स्थान मिल गया है। इसके निर्मित हो जाने से इन व्यापारियों के चेहरे पर मुस्कान आई है। यही हमारी सरकार का मकसद है। उन्होंने चौपाटी में हाई मास्क लाइट लगाने, पानी की व्यवस्था करने और पार्किंग की उचित व्यवस्था करने के निर्देश दिये। इस अवसर महापौर ममता गुप्ता, कौशलेश पाण्डेय, ललिता शर्मा, गौ संवद्र्धन बोर्ड के उपाध्यक्ष राजेश पाण्डेय, पार्षद, एमआईसी के सदस्य, नगर निगम आयुक्त आर पी सिंह, कार्यपालन यंत्री शैलेन्द्र शुक्ल सहित नागरिक उपस्थित थे। मंत्री श्री शुक्ल ने दीप्ती सोनी, निजता गुप्त एवं याशिका अग्रवाल को पेन्टिग के लिये पुरस्कृत किया।
मंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि चौपाटी में ढेला व्यापारी अपने ढेलों के पास डस्टबिन रखे ताकि कचरा न हो। उन्होंने कहा कि रीवा विकसित हो रहा है यहाँ के लोग संपन्न हो रहे हैं।
महापौर श्रीमती ममता गुप्ता ने कहा कि नगर की ह्मदय स्थली कोठी कम्पाउंड में चौपाटी का निर्माण मंत्री श्री शुक्ल जी के निर्देश के बाद नगर निगम द्वारा चौपाटी का निर्माण किया गया। चौपाटी में स्वच्छता का ध्यान रखा जाये प्रत्येक ढेले में दो-दो डस्टबिन अनिवार्य रूप से रखी जाये। सभी व्यवस्थायें सर्वसुविधायुक्त हो।
उल्लेखनीय है कि नगर पालिक निगम क्षेत्रांतर्गत वार्ड क्रमांक 18 में शहर के मध्य स्थित सार्इं मंदिर के सामने चौपाटी का विकास कार्य 10.78 लाख रूपये में कराया गया है। चौपाटी में कुल 80 ठेला लगाने का स्थान निर्धारित है शेष जगह खुली छोड़ी गई है ताकि ठेलों में उपलब्ध विभिन्न व्यंजनों के इच्छुक ग्राहकों को आसानी से घूमने हेतु सुविधा प्राप्त हो सके। प्रथमतया स्थल में पूर्व से रोजगार करने वाले 27 लोगों को प्राथमिकता क्रम में आवंटन पश्चात शेष अन्य जगहों में फुल्की/चाट/डोसा/आइसक्रीम आदि के ठेला व्यवसायियों को समायोजित किया जा सकेगा।
इस चौपाटी के निर्माण से जहां एक ओर ग्राहकों को सुन्दर एवं सुव्यवस्थित जगह प्राप्त होगी वहीं इस तरह के ठेला व्यवसाय करने वालों को एक स्थायी स्थान उपलब्ध होगा। इस चौपाटी में प्रवेश हेतु दो द्वार बनाये गये हैं। जिनमें कोई गेट नहीं लगाया गया है ताकि ठेला व्यसायियों द्वारा स्थायी निर्माण न किया जा सके। यहां पानी की निकासी के लिये आवश्यकतानुसार पाइप भी लगाये गये हैं।