प्रधानमंत्री ने की राष्ट्रीय ग्रामीण स्वराज अभियान की शुरुआत
प्रधानमंत्री ने की राष्ट्रीय ग्रामीण स्वराज अभियान की शुरुआत, असाधारण योगदान के लिए पंचायत प्रतिनिधियों को किया सम्मानित, कहा, अगर बेटे होंगे ज़िम्मेदार और शिक्षित तो बेटियां होंगी सुरक्षित|
प्रधानमंत्री ने आज मध्य प्रदेश के मंडला में राष्ट्रीय ग्रामीण स्वराज अभियान का शुभारंभ किया। इस दौरान प्रधानमंत्री ने अगले पांच वर्षों में जनजातीय लोगों के समग्र विकास के लिए रोड मैप प्रस्तुत किया और मंडला जिले के मनेरी में इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के एलपीजी बॉटलिंग संयंत्र की आधारशिला रखी। प्रधानमंत्री प्रशासन की निर्देशिका पुस्तक भी लांच की। प्रधानमंत्री ने स्वच्छता, स्वास्थ्य और विद्युतीकृत भारत की दिशा में सरकार के संकल्प के अनुरूप उन गांवों के सरपंचों का भी अभिनंदन किया जिन गांवों ने 100 प्रतिशत धुंआ रहित रसोईघर, मिशन इन्द्रधनुष के अंतर्गत 100 प्रतिशत टीकाकरण और सौभाग्य योजना के अंतर्गत 100 प्रतिशत विद्युतीकरण का लक्ष्य हासिल किया है।
इस अवसर पर सर्वश्रेष्ठ पंचायत योजना के अंतर्गत राष्ट्रीय ई-पंचायत पुरस्कार और ग्राम पंचायत पुरस्कार योजना के विजेताओं को सम्मानित किया गया। इस मौक़े पर प्रधानमंत्री ने कहा कि जब ग्रामीण विकास की चर्चा होती है, बजट बहुत महत्वपूर्ण होता है और पिछले कुछ वर्षों में इस बारे में हो रहे संवाद में भी काफ़ी बदलाव आया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि अब इस बात पर ज़ोर देने की बात होती है कि परियोजनाओं के लिए आवंटित धन का सदुपयोग सुनिश्चित हो और ये वक़्त पर और पारदर्शी तरीके से हो| प्रधानमंत्री ने ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों का आह्वान किया कि वे गांवों में जल संचयन के तरीकों के बारे में सोचें। उन्होंने कहा कि पानी की हर बूंद का संचयन होना चाहिए. प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार की कोशिश है कि कृषि क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की तरफ़ बढ़ा जाए|