पिंक ड्रायविंग लायसेंस मिलने से निडर बनीं छात्राएँ
रीवा जिले के ठाकुर रणमत सिंह महाविद्यालय की बी.ए. प्रथम वर्ष की छात्रा सृष्टि शुक्ला रानू सिंह और आरती बंसल सहित सभी छात्राएँ पिंक ड्राइविंग लाइसेंस पाकर प्रसन्न हैं। वे कहती हैं कि जब से पिंक ड्राइविंग लाइसेंस मिला है, तब से गाड़ी चलाते समय चालान कटने का डर खत्म हो गया है।
मध्यप्रदेश में महिला सशक्तिकरण के अंतर्गत हर क्षेत्र में महिलाओं को आगे बढ़ने के अवसर उपलब्ध कराये जा रहे हैं। महाविद्यालयीन छात्राओं को पिंक ड्रायविंग लायसेंस का वितरण इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। शासन की पिंक ड्राइविंग लाइसेंस योजना में लड़कियों एवं महिलाओं के ड्राइविंग लाइसेंस निशुल्क और आसानी से बन रहे हैं। रीवा जिले में वर्ष 2017-18 में लगभग 1504 छात्राओं को नि:शुल्क ड्राइविंग लाइसेंस जारी किए गए हैं। इनमें चार पहिया वाहनों के 70 लाइसेंस शामिल हैं।
पिंक ड्राइविंग लाइसेंस योजना महिला सशक्तिकरण तथा परिवहन विभाग द्वारा लागू की गई है। पात्र बेटियों के चिन्हांकन के लिए विभिन्न शिक्षिण संस्थाओं में शिविर लगाए गए हैं। आवेदन पत्र और अन्य अभिलेख ऑनलाइन दर्ज किये जा रहे हैं। परिवहन विभाग ने समस्त औपचारिकतायें पूरी कर नि:शुल्क पिंक ड्राइविंग लाइसेंस जारी किए हैं।
कुमारी अनीता चौधरी, सुशीला, शेलपुत्री बंसल, भारती पटेल, काजल साकेत, रूपाली मिश्रा तथा अंजलि त्रिपाठी सभी मानते हैं कि पिंक ड्राइविंग लाइसेंस की छोटी सी सुविधा ने उन्हें निडर बना दिया है।