भारत और वियतनाम के बीच व्यापक हितों के हुए तीन समझौते
वियतनाम के राष्ट्रपति क्वांग की यात्रा भारत और वियतनाम के बीच व्यापक भागीदारी को लेकर अहम रही. दोनों नेताओं नें द्विपक्षीय संबंधों के व्यापक क्षेत्रों की समीक्षा की और परस्पर हित के मुद्दों पर विचार-विमर्श किया।प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के बाद 3 समझौतों पर हस्ताक्षर हुए।
भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिसी के मद्देनज़र वियतनाम हिन्द प्रशांत सागर का एक अहम देश है। वियतनाम के राष्ट्रपति त्रान दाई क्वांग भारत के तीन दिवसीय दौरे पर हैं।दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों के मद्देनज़र उन्होंने हैदराबाद हाउस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाक़ात की।
दोनों देशों के बीच तीन क्षेत्रों में आपसी सहमति बनी।आर्थिक और व्यापार क्षेत्र में सहयोग को लेकर दोनों देशों के बीच समझौते हुए। साथ ही कृषि क्षेत्र के लिए 2018-2022 तक दोनों देशों के बीच एक कार्ययोजना पर हस्ताक्षर हुए। इसी के साथ तीसरा समझौता न्यूक्लियर ऊर्जा क्षेत्र में भी हुआ।दोनों देश इस क्षेत्र में मिलकर काम करेंगे। संयुक्त बयान के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने भारत-प्रशांत क्षेत्र को व्यापारिक गतिविधियों के लिए मुक्त बनाए जाने और सभी की समृद्धि और सहयोग को लेकर भारत की प्रतिबद्धता भी दोहराई।
साथ ही उन्होंने बढ़ते व्यापार और ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग की संभावनाओं को नई ऊंचाई पर ले जाने की बात कही।
प्रधानमंत्री ने दोनों देशों के 2 हज़ार साल पुराने सांस्कृतिक संबंधों को नया आयाम देने और दोनों देशों के बीच रक्षा सुरक्षा सहयोग बढ़ाने की बात कही।
इस मौके पर वियतनाम के राष्ट्रपति ने भारत के साथ संबंधों को कई क्षेत्रों में बढ़ाए जाने पर ज़ोर दिया।
अपने तीन दिवसीय दौरे पर वियतनाम के राष्ट्रपति ने इससे पहले विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाक़ात की। उन्होंने राजघाट जाकर महात्मा गांधी की समाधि पर श्रृद्धासुमन अर्पित किए।