सरकार का कृषि और मूलभूत ढ़ांचे पर खास ज़ोर: जेटली
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा, कृषि, ग्रामीण मूलभूत ढ़ांचे, शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र पर है सरकार का खास ध्यान। जेटली ने जताई उम्मीद कहा, सरकार के सुधार कार्यक्रमों और बेहतर कर व्यवस्था से अर्थव्यवस्था में आएगी तेज़ी से वृद्धि।
केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने एक बार फिर साफ किया है कि खेती, किसानी और ग्रामीण भारत के विकास से ही नये भारत का निर्माण होगा। वित्तमंत्री ने देश में आर्थिक गतिविधियों को बढावा देने के लिये किये जा रहे प्रयासो को और तेज करने की बात कही। कल राजधानी दिल्ली में फिक्की की राष्ट्रीय कार्यकारणी समिति की बैठक को संबोधित करते हुए जेटली ने कहा कि विकास और उच्च सकल घरेलू उत्पाद में वृद्धि की संभावना वास्तव में इन्हीं क्षेत्रों में दिखाई देती है। उन्होंने कहा कि ढांचागत क्षेत्र में कुछ कमी है लेकिन सरकार इसे ठीक करने के लिए अधिक व्यय कर रही है। वित्त मंत्री ने कहा कि कृषि, ग्रामीण अवसंरचना, स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्रों में अधिक सरकारी खर्च की ज़रुरत है।
बजट के बाद देश के बड़े वाणिज्यिक संगठन फेडरेशन ऑफ इंडियन चेम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री यानी फिक्की के कार्यक्रम में पहुंचे वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बजट से जुडे तमाम पहलुओं पर चर्चा की और साफ कहा कि खेती और किसान सरकार की प्राथमिकता में है। वित्त मंत्री ने कहा कि खेती को मदद की जरुरत है और अगले कुछ सालों में सरकारों को इस पर ज्यादा फोकस करना होगा । उन्होंने कहा कि कृषि , ग्रामीण ढांचागत विकास , शिक्षा और स्वास्थय पर ज्यादा खर्च की जरुरत है।
बजट में सरकार की ओर से पेश की गयी स्वास्थ्य योजना की चर्चा करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि कि ये बहुत महत्वाकांक्षी योजना है और सरकार इसको लागू करने पर तेजी से ध्यान देगी। उन्होंने कहा कि पिछले दो साल में सरकार ने सुधारों की चुनौती का सामना किया है और मुश्किल सुधारों को सरकार ने लागू किया है। अरुण जेटली ने कहा कि दुनिया भर में आर्थिक मंदी के बावजूद भारत प्रगति कर रहा है। घरेलू मांग और निर्यात में इजाफा हुआ है । वित्त मंत्री ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था सकारात्मक मोड पर है और सभी इंडीकेंटर बढ रहे हैं।
जीएसटी का जिक्र करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि इसको लेकर लगातार बैठकों का दौर जारी है उन्होंने कहा कि जीएसटी की दरों को तर्कसंगत बनाया जा रहा है और टैक्स कलेक्शन बढने से इसमें बदलाव का काम जारी रहेगा। वित्त मंत्री ने उम्मीद जतायी कि आने वाले दिनों में सुधारों का असर तेजी से दिखेगा और अर्थव्यवस्था की विकास दर तेजी से बढेगी।