जावरा शुगर मिल की भूमि पर फूड प्रोसेसिंग पार्क बनेगा-उद्दोग मंत्री
उद्योग मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने ली विभागीय परामर्शदात्री समिति की बैठक
उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा है कि रतलाम जिला उद्यानिकी में अग्रणी जिले के रूप में जाना जाता है। इस कारण यहाँ फूड प्रोसेसिंग यूनिट लगाई जाए। इसके साथ ही मंदसौर जिले में टेक्सटाइल पार्क भी स्थापित किया जाए। श्री शुक्ल आज वाणिज्य-उद्योग, रोजगार विभाग और एमएसएमई की परामर्शदात्री समिति की बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में समिति के सदस्य एवं विधायक श्री राजेन्द्र पाण्डे और विभागीय वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में बताया गया कि जावरा शुगर मिल की भूमि पर फूड प्रोसेसिंग पार्क स्थापित किया जाएगा। इसके लिए दिसम्बर अंत तक डीपीआर तैयार कर लिया जाएगा। बैठक में जानकारी दी गई कि झांझरवाड़ा में टेक्सटाइल पार्क स्थापित करने के लिए अनुकूल माहौल है। इसी के नजदीक राजस्थान का भीलवाड़ा क्षेत्र भी लगता है। उद्योग मंत्री ने टेक्सटाइल पार्क की स्थापना के लिए अधिकारियों को प्रभावी कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
उद्योग मंत्री ने जानकारी दी कि प्रदेश में निवेशकों को प्रोत्साहित करने के लिए राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर रोड-शो किये जा रहे हैं। वर्ष 2017-18 में अक्टूबर माह तक 9 विभिन्न राज्यों में और 5 अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर रोड-शो किये गए हैं। निवेशकों को उद्योग लगाने में सुविधा हो, इसके लिए ईज ऑफ डूइंग पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। भारत सरकार और विश्व बैंक के सहयोग से किये गए सर्वे में मध्यप्रदेश को ईज ऑफ डूइंग में पाँचवां स्थान मिला था। इस वर्ष मध्यप्रदेश को प्रथम स्थान पर लाने के प्रयास किये जा रहे हैं।
उद्योग मंत्री श्री शुक्ल ने बताया कि निवेशकों के प्रस्ताव पर पारदर्शी तरीके से कार्यवाही करने के लिए विभाग ने ‘इन्वेस्ट” पोर्टल तैयार कर लिया है। इंदौर में हुई इन्वेस्टर समिट के प्रस्ताव पर विभाग द्वारा कार्यवाही की जा रही है। समिट में उद्योग क्षेत्र से संबंधित 4.38 लाख करोड़ रुपये के 2171 प्रस्ताव अंतिम रूप से स्वीकार कर लिये गए हैं। श्री शुक्ल ने बताया कि इंदौर में 1113 हेक्टेयर भूमि पर मल्टी प्रोडक्ट एसईजेड विकसित किया गया है। इनमें 49 औद्योगिक इकाइयों में 3,820 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है और करीब 20 हजार व्यक्तियों को रोजगार भी उपलब्ध करवाया गया है।
बैठक में प्रमुख सचिव उद्योग एवं वाणिज्य मोहम्मद सुलेमान, प्रमुख सचिव एमएसएमई श्री व्ही.एल. कांताराव, प्रबंध संचालक ट्रायफेक श्री डी.पी. आहूजा सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद थे।