8 नवंबर को देशभर में भाजपा मनाएगी कालाधन विरोधी दिवस
बीते साल लागू हुआ विमुद्रीकरण के फैसले के खिलाफ विपक्षी दलो की लामबंदी के विरोध में भाजपा ने भी कमर कस ली है… अब से लेकर 8 नवंबर तक भाजपा देशभर में काला धन विरोधी दिवस मनायेगी जिसमें भाजपा के सभी बड़े नेता देशभर में होने बाले कार्यक्रमों में शिरकत करेगें।
बीते साल लागू हुआ विमुद्रीकरण के फैसला कितना फायदेमंद था इसको लेकर देश को जागरुक करने के लिये भाजपा लगभग एक पखबाडे तक एक देशव्यापी अभियान चलायेगी। पार्टी काला धन के खिलाफ मोदी सरकार के सख्त फैसलो और उससे अर्थव्यवस्था को हुए फायदे जनता को गिनाये जायेगी। इस अभियान में केन्द्रीय नेतृत्व से लेकर राज्य स्तर के बड़े नेता जनता के बीच जाकर अलग अलग कार्यक्रमों में शामिल होगें। भाजपा ने इस अभियान को काला धन विरोधी दिवस के तौर पर मनाने का फैसला किया है। पार्टी के मुताबिक अभी से लेकर 8 नवबंर तक चलने बाले इस अभियान ते जरिये न सिर्फ काले घन पर सरकार के द्दारा उठाये गये कदमो के बारे में जनमत तैयार किया जायेगा बल्कि विरोधियों के दुष्प्रचार से भी निपटा जा सकेगा।
अरुण जेटली ने कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलो को निशाने पर लिया जो विमुद्रीकरण के फैसले को लेकर भ्रामक प्रचार करने की कोशिश कर रहे है। अरुण जेटली ने विमुद्रीकरण के फैसले के फायदे गिनाते हुए कहा कि इससे काला धन पर लगाम लगी, टैक्स कलेक्शन बढा, आतंकी फंडिग रुकी, डिजिटल पेमेंट का दायरा बढा और बेकार पड़ा कराडो अरबो रुपये वापस व्यवस्था में शामिल हुआ। जेटली ने कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकार पर आरोप लगाया कि उन्होने काले धन की व्यवस्था को जन्म दिया और उसे रोकने के लिये समय रहते प्रयास नही किये। जेटली ने कांग्रेस पर देश की बैंकिग व्यवस्था को बर्बाद करने का भी आरोप लगाया। जेटली ने मोदी सरकार के कालाधन के खिलाफ अभी तक लिये गये तमाम फैसलो को सिलसिले बार गिनाया और कहा कि कैसे वर्तमान सरकार ने एक पारदर्शी व्यवस्था लागू कि जिसके चलते काग्रेस असहज हो गई है।
अरुण जेटली ने जीएसटी के फायदे भी गिनाये जिसके खिलाफ विपक्ष अभियान चला रहा है, जेटली ने कहा कि भारत दुनियां का एकलौता देश है जहां इंट्री लेबल पर सबसे कम 5 फीसदी टैक्स की व्यवस्था लागू की गई है।