360 किमी. की दूरी हो गई केवल 32 किमी.
प्रधानमंत्री ने गुजरात में रो-रो फेरी सेवा सहित विकास की विभिन्न परियोजनाओं का किया उद्घाटन, रो-रो सेवा से 8 घंटे में पूरी होने वाली यात्रा पूरी होगी मात्र 1 घंटे में, प्रधानमंत्री ने दिया पी टू पी, यानी पोर्ट से प्रास्पेरिटी का भी मंत्र।
प्रधानमंत्री ने घोघा भावनगर से रो-रो फेरी सर्विस की शुरूआत की ये सेवा खम्भात की खाड़ी में समुद्र का सफ़र तय करते हुए दक्षिण गुजरात के दहेज भरूच तक की होगी। प्रधानमंत्री ने इस सेवा की शुरूआत करते हुए ख़ुद घोघा से दहेज तक का सफ़र तय किया। साथ ही प्रधानमंत्री ने देश में सागरमाला परियोजना के तहत बंदरगाहों के विकास पर ज़ोर दिया। घोघा-दहेज सर्विस अपनी तक़नीक़ी चुनौतियों और देश में तत्तकालीन मौजूदा पॉलिसी के वजह से एक मुश्किल प्रोजेक्ट था। घोघा में टर्मिनल से लेकर पोर्ट को सर्विस के मुताबिक़ बनाने में कई नीतिगत अड़चने थी।लेकिन मौजूदा केंद्र सरकार की कोशिशों के बदौलत अब ये साकार हो चुका है। खम्भात में तेज़ लहरों के बीच चलती फेरी घोघा भावनगर और दहेज भरूच के बीच की 360 किमी. की दूरी को मजह 32 किमी. में समेट लाऐगी। साथ ही सौराष्ट्र के पर्यटन में भी मददगार साबित होगी।
घोघा से निकली फेरी में प्रधानमंत्री ख़ुद सवार थे तो उनके साथ खास मेहमान थे। ये खास मेहमान थे दिव्यांग बच्चे। बच्चों के लिए हमेशा-हमेशा के लिए यादगार ये यात्रा एक घंटे में पूरी हुई। ये सुखद पल ही था जब प्रधानमंत्री की अगुवाई में फेरी ने दहेज तक की एक ऐसी यात्रा पूरी की जिसके लिए अभी तक घोघा से दहेज तक 8 से 9 घंटे तक का समय ख़र्च होता था। सिर्फ एक मज़बूत इरादे की ज़रूरत थी और एक ईमानदार कोशिश करनी थी और इसका फायदा सीधे लोगों को मिलना था। ख़ैर अब 360 किमी. की दूरी तय करना बीते दिनों की बात होगी। अब दहेज घोघा का सफ़र सिर्फ एक घंटे में होगा। अब लोगों के लिए,सौराष्ट्र जाने वाले पर्यटकों के लिए नऐ युग की शुरूआत है। समन्दर की लहरों से होते हुए वे अब सीधे गुजरात के दूसरे छोर से जुड़ जाऐंगे।
प्रधानमंत्री अपने एक दिन के गुजरात दौरे के आख़िरी पड़ाव में वडोदरा पंहुचे और शहर को तमाम सौग़ातें दीं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की एक झलक पाने और उनसे हाथ मिलाने को बेताब लोग, प्रधानमंत्री के वडोदरा आगमन पर जैसे शहर भर के लोग सड़कों पर उतर आये हों,हर वडोदरावासी मानो खुद पीएम का स्वागत करना चाहता हो, प्रधानमंत्री की गाड़ी जैसे जैसे वडोदरा की सड़कों से गोकर गुज़री, लोग कतारें लगाकर पीएम की अगवानी को तैयार थे और लोगों के प्यार और लगाव को खुले दिन से स्वीकार करने में प्रधानमंत्री भी कहां पीछे रहने वाले थे,लोगों के चहेते पीएम मोदी ने भी सुरक्षा कवच की परवाह किये बग़ैर लोगों का अभिवादन स्वीकार किया और उनसे हाथ मिलाया. प्रधानमंत्री जब भी अपने गृह राज्य के दौरे पर जाते हैं, लोगों का उत्साह हमेशा नए चरम पर होता है। अब जब कि गुजरात में विधानसभा चुनाव की घोषणा में अब ज़्यादा वक़्त नहीं बचा है, प्रधानमंत्री के इस दौरे से एक स्पष्ट संदेश जाता दिखाई दिया
विकास के लिए गुजरात ने पूरे देश के सामने उदाहरण पेश किया है, जिसका प्रधानमंत्री अकसर ज़िक्र करते रहे हैं। प्रधानमंत्री ने विकास की दौड़ में शामिल होने वाले राज्यों को केन्द्र से पूरा सहयोग और समर्थन का वादा किया, इससे पहले प्रधानमंत्री ने वडोदरा शहर को कई परियोजनाओं की सौग़ात दी। ये परियोजनाएं वडोदरा शहर को स्मार्ट सिटी बनाने के और क़रीब ले जाएंगी। इन के तहत प्रधानमंत्री ने सिटी कमान्ड कन्ट्रोल सेन्टर और वाघोडिया क्षेत्रीय जल आपूर्ति योजना का लोकार्पण किया। साथ ही गेंदा सर्कल से मनीषा चौकड़ी तक फ्लाईओवर, डाभोई क्षेत्रीय जल आपूर्ति योजना, जल महल- एकीकृत मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट हब, संखेड़ा-बोडेली क्षेत्रीय जल आपूर्ति योजना का रिमोट कन्ट्रोल के ज़रिये शिलान्यास किया। पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) और प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के लाभार्थियों को घरों की चाबियां भी प्रदान की। साथ ही साथ उन्होंने वडोदरा में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों के लिए घर बनाने की योजना की भी शुरुआत की। पीएम मोदी ने एचपीसीएल की मुन्द्रा दिल्ली पाईपलाइन और कालका माताजी मन्दिर के विकास परियोजना का भी शिलान्यास किया। प्रधानमंत्री ने वडोदरा में बैंक ऑफ़ बड़ौदा के नए मुख्यालय की इमारत का भी लोकार्पण किया।
वडोदरा से प्रधानमंत्री का ख़ास लगाव रहा है। 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने इसे ही अपना लोकसभा क्षेत्र चुना था और वडोदरावासियों ने उन्हें यहां से ऐतिहासिक अंतर से जिताया था। वडोदरा के प्रति यही विशेष स्नेह पीएम के दौरे पर देखने को मिला, जिसमें वडोदरा के लिए विकास की नई राह प्रशस्त हुई।