70 साल में पहली बार भारत की प्रतिष्ठा विश्व में बढ़ रही है: मोहन भागवत
विजयदशमी के मौके पर अपने संबोधन में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा भारत ने आतंकियों और अलगाववादियों को मुंहतोड़ जवाब दिया है। आंतकी वित्तपोषण पर प्रभावी नियंत्रण के लिए सरकार और सुरक्षा बलों की सराहना की।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने नागपुर में विजयादशमी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले सत्तर साल में पहली बार भारत की प्रतिष्ठा विश्व में बढ़ती हुई महसूस हो रही है।
विजयदशमी के मौके पर अपने संबोधन में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा भारत ने आतंकियों और अलगाववादियों को मुंहतोड़ जवाब दिया है। आंतकी वित्तपोषण पर प्रभावी नियंत्रण के लिए सरकार और सुरक्षा बलों की सराहना की।
आरएसएस प्रमुख ने कहा देश की जरूरतों के हिसाब से बनाया जाये विकास का मॉडल। उन्होंने यह भी कहा कि बड़े,छोटे और मझोले उद्यमियों तथा किसानों को ध्यान में रखकर हो नीतियों का निर्माण किया जाए।
सरसंघचालक ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय सीमा और मंचों पर भारत ने विरोधियों को उन्हीं की भाषा में जवाब दिया है। सरसंघचालक ने कहा कृषि में उत्पादन बढ़ाने के लिए अजमाए हुए तरीकों पर लौटना होगा।
संघ प्रमुख ने फिर कहा कि गोरक्षा या धर्म के आड़ में हिंसा नहीं होनी चाहिए।
मोहन भागवत ने ये भी कहा कि रोहिंग्या मुसलमानों को शरण देने से वे देश पर भार बनेंगे।