मोदी मंत्रिमंडल मे शामिल होने वाले संभावित नौ नये नाम
शिव प्रसाद शुक्ला,अश्वनी कुमार चौबे,वीरेन्द्र कुमार ,अनंत कुमार हेंगड़े ,राजकुमार सिंह ,हरदीप सिंह पुरी,राजेंद्र सिंह शेखावत ,सत्यपाल सिंह ,अलफ़ोंज कन्नंथन।
उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सांसद हैं. वह संसदीय समिति (ग्रामीण विकास) के सदस्य भी हैं. शुक्ला 1989 से 1996 तक लगातार चार बार विधायक रहे और यूपी सरकार में आठ साल तक कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं. उन्होंने गोरखपुर विश्वविद्यालय से कानून की पढ़ाई की और फिर 1970 के दशक में बतौर छात्र नेता राजनीति में कदम रखा. ग्रामीण विकास, शिक्षा और जेल सुधार को लेकर किए गए अपने कामों के लिए जाने जाते हैं.
अश्विनी कुमार चौबे
बिहार के बक्सर से लोकसभा सांसद हैं. वह केंद्रीय सिल्क बोर्ड के मेंबर भी हैं. वह संसदीय समिति (ऊर्जा) के सदस्य भी हैं. चौबे इससे पहले बिहार में लगातार 5 बार विधायक रहे और 8 साल तक राज्य में स्वास्थ्य, शहरी विकास और जनस्वास्थ्य, इंजिनियरिंग जैसे विभागों की जिम्मेदारी संभाली. चौबे पटना विश्वविद्यालय से प्राणि विज्ञान में स्नातक हैं. यहां वह छात्र संघ के अध्यक्ष रहे और जेपी आंदोलन के दौरान भी सक्रिय थे.
वीरेंद्र कुमार
वीरेंद्र कुमार मध्य प्रदेश के टिकमगढ़ से लोकसभा सांसद हैं. दलित समुदाय से आने वाले वीरेंद्र 6 बार से लोकसभा सांसद हैं. वह श्रम मामलों पर संसद की स्थायी समिति के अध्यक्ष भी रह चुके हैं. लेबर एंड वेलफेयर और एससी-एसटी वेलफेयर कमिटी के सदस्य भी रहे हैं.
अनंतकुमार हेगड़े
अनंत कुमार हेगड़े कर्नाटक के उत्तर कन्नड़ से सांसद हैं. वह विदेश और मानव संसाधन मामलों पर बनी संसदीय समिति के सदस्य भी हैं. हेगड़े पहली बार 28 साल की उम्र में सांसद बने थे. लोकसभा सांसद के तौर पर यह उनका 5वां कार्यकाल है. अपने संसदीय कार्यकाल के दौरान हेगड़े वित्त, गृह, मानव संसाधन, वाणिज्य कृषि और विदेश विभाग से जुड़ी कई संसदीय समितियों में शामिल हैं.
राज कुमार सिंह
बिहार के आरा से लोकसभा सांसद हैं. वह बिहार काडर के 1975 बैच के आईएएस अधिकारी हैं. मौजूदा समय में वह फैमिली वेलफेयर पर बनी संसदीय समिति के मेंबर भी हैं. वह देश के गृह सचिव के पद पर भी रह चुके हैं. सांसद बनने से पहले वह डिफेंस प्रोडक्शन सेक्रेटरी, ज्वाइंट सेक्रेटरी (गृह मंत्रालय) और अन्य कई अहम पदों पर काबिज रह चुके हैं.
हरदीप सिंह पुरी
हरदीप सिंह पुरी रिसर्च एंड इंफोर्मेशन सिस्टम फॉर डेवलपिंग कंट्रीज (आरआईएस) के प्रेसिडेंट हैं. वह 1974 बैच के पूर्व आईएफएस ऑफिसर हैं. उन्हें विदेश नीति और राष्ट्रीय सुरक्षा में उनके अनुभव के लिए जाना जाता है. वह इंटरनेशनल पीस इंस्टीट्यूट के वाइस प्रेसिडेंट भी रह चुके हैं. वह संयुक्त राष्ट्र की कई अहम समितियों में भी पद संभाल चुके हैं.
गजेंद्र सिंह शेखावत
गजेंद्र सिंह राजस्थान के जोधपुर से लोकसभा सांसद हैं. वह वित्तीय मामलों पर बनी संसदीय समिति के प्रमुख भी हैं. उन्हें उनकी सिंपल लाइफ के लिए जाना जाता है. तकनीक-प्रेमी और प्रगतिशील किसान के रूप में वह ग्रामीण समाज के लिए एक आदर्श हैं.
सत्यपाल सिंह
सत्यपाल सिंह मौजूदा समय में उत्तर प्रदेश के बागपत से लोकसभा सांसद हैं. सत्यपाल महाराष्ट्र काडर के आईपीएस ऑफिसर रह चुके हैं. वह महाराष्ट्र काडर की 1980 बैच के अधिकारी हैं. उन्हें अपनी सर्विस के दौरान भारत सरकार की तरफ से आंतरिक सुरक्षा सेवक पदक से भी सम्मानित किया जा चुका है. आंध्र प्रदेश के नक्सली इलाकों में उनका असाधारण काम के लिए भी उन्हें सम्मानित किया जा चुका है. वह मुंबई, पुणे और नागपुर के पुलिस कमिश्नर भी रह चुके हैं.
अलफोंज कन्ननथन
अलफोंज केरल काडर के 1979 बैच के आईएएस ऑफिसर रह चुके हैं. वह डीडीए के कमीशनर भी रह चुके हैं. इस दौरान उन्होंने 15, 000 अवैध इमारतों का अतिक्रमण हटाया, जिसके बाद वह दिल्ली के डिमॉलिशन मैन के रूप में प्रसिद्ध हो गए