उद्योग मंत्री बने शिक्षक विद्यार्थियों से कहा शिक्षित होकर संस्कारित बनें
मिल बांचे कार्यक्रम में आज उद्योग मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने शहर के शा. उ. मा. विद्यालय क्रमांक एक एवं शा. कन्या विद्यालय पाण्डेन टोला में विद्यार्थियों को पढ़ाया। इस दौरान उन्होंने कहा कि सभी बच्चे शिक्षित होकर संस्कारवान बनें व अपने लक्ष्य को निर्धारित कर खूब उन्नति करें।
उद्योग मंत्री ने बच्चों से कहा कि पढ़ाई का जीवन में बड़ा महत्व है। उन्होंने सत्य घटना बताते हुए कहा कि एक रिक्शे वाले का लड़का जो गरीब था मगर संस्कारित परिवार बच्चों के साथ रहता था उसे यह आभास हुआ कि आगे बढ़ने के लिए जुनून होना चाहिए और उसने लक्ष्य निर्धारित किया परिणाम यह रहा कि वह देश की सबसे बड़ी यूपीएससी परीक्षा में उत्तीर्ण हुआ उसके साथ उसके पिता जी का भी सम्मान किया गया। इससे यह सीख मिलती है कि लक्ष्य का निर्धारण कर समय चक्र बनाते हुए यदि पढ़ाई की जाय तो सफलता अवश्य मिलती है। उन्होंने बच्चों को अर्जुन की कहानी भी सुनाई जिसमें मछली के लक्ष्य भेदन में अर्जुन को सिर्फ उसकी आँख दिखी व उसने उस पर ही निशाना साधा।
उद्योगमंत्री ने विद्यार्थियों को बड़ों का सम्मान करने, मन में दया, करूणा भाव रखकर ईमानदार होने का पाठ पढ़ाया। उन्होंने कहा कि स्वस्थ्य शरीर से ही अच्छा मन विकसित होता है। अत: शिक्षा के साथ खेलें, कूंदें भी। आलसी न बनें क्योंकि आलस्य से विकास रूक जाता है। उन्होंने छात्रों से स्वच्छता से रहने व अपने आस-पास साफ-सफाई रखने की बात भी कही। इस दौरान छात्रों से उन्होंने समयचक्र बनाकर पढ़ाई करने व विद्यालय में खेल मैदान, मध्यान्ह भोजन, पेयजल व्यवस्था की भी जानकारी दी। मंत्री जी से संवाद करते हुए छात्र विशाल बंसल ने कहा कि वह आर्मी में जाकर देश की सेवा करना चाहता है। इसी प्रकार दीपू बेलदार ने पढ़कर बड़ा आदमी बनने की बात कही। मंत्री जी ने कहा कि सपने खुली आँखों से भी देखें व लक्ष्य बनाकर उसे पाने का प्रयास करें। उन्होंने बच्चों से योग करने की भी बात कही।