सस्टेनेबल डेव्हलपमेंट लक्ष्य प्राप्त करने में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका
भारत आसियान यूथ समिट के चौथे दिन आसियान देशों में पॉलिटी एण्ड गवर्नेंस, संयुक्त राष्ट्र संघ के सस्टेनेबल डेव्हलपमेंट गोल तथा आईटी कनेक्टिविटि विषय पर समूह चर्चा हुई इसके साथ ही विभिन्न देशों के प्रस्तुतीकरण तथा फिलिपिन्स, थाईलैण्ड, म्यानमार के राजदूत और सिंगापुर के हाई कमिश्नर द्वारा वाणिज्य-व्यापार गतिविधियों पर प्रस्तुतीकरण दिया गया। चौथे दिवस के प्रथम सत्र में भोपाल डिक्लेरेशन-2017 पर भी विस्तृत चर्चा हई। डिक्लेरेशन में नियमों पर आधारित विश्व समाज के सृजन, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, महिला सक्तीकरण और समानता, बेरोजगारी जैसे विषय मुख्य रूप से शामिल हैं।
समूह चर्चा में प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस ने पॉलिटी एण्ड गवर्नेंस विषय पर अपने विचार रखे तथा प्रतिभागियों से चर्चा की। श्रीमती चिटनिस ने कहा कि यूथ समटि से आसियान देशों में समान बौद्धिक वातावरण निर्मित करने में सहायता मिली। उन्होंने कहा कि गवर्नेंस का विषय और कार्य क्षेत्र बहुत व्यापक है। कार्यपालिका के साथ-साथ स्वयंसेवी संगठन, सिविल सोसाइटी तथा अन्य अनेक घटक इसकी परिधि में शामिल है। श्रीमती चिटनिस ने आसियान देशों के प्रतिनिधियों को लाड़ली लक्ष्मी योजना, वन स्टाप सेन्टर, उदिता योजना आदि की जानकारी दी। उन्होंने प्रतिभागियों की प्रजातंत्र संस्थाओं के संचालन, शासन में सोशल मीडिया की भूमिका तथा सुशासन की दिशा में किये जा रहे प्रयासों से संबंधित प्रश्नों के उत्तर दिये।
समिट में आज समूह चर्चा में भारत में यूनीसेफ की प्रतिनिधि डॉ. यासमीन अली हक ने संयुक्त राष्ट्र संघ के सस्टेनेबल डेव्हलपमेंट गोल पर विस्तार से जानकारी प्रस्तुत की। पैनल डिस्क्शन में आसियान देशों के युवा प्रतिनिधियों ने विकास के लक्ष्य को प्राप्त करने में युवाओं की भूमिका के संदर्भ में विचार रखे। साधन, सुविधाएँ, स्वास्थ्य, शिक्षा और कौशल विकास के क्षेत्र में काम करने की बात कही। युवाओं ने पर्यावरण के संरक्षण में सरकार के साथ समुदाय और व्यक्तियों की निजी क्षमताओं के साथ योगदान देने पर जोर दिया। जेण्डर असमानता को कम करने और बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने पर भी युवा प्रतिनिधियों ने विचार रखें।
समिट में साफ्टवेयर टेक्नालॉजी पार्कस् ऑफ इंडिया के डायरेक्टर जनरल डॉ. ओमकार राय ने डिजिटल और आईटी कनेक्टिविटि में युवाओं की सहभागिता का उल्लेख करते हुए आसियान देशों के प्रतिनिधियों ने विचार रखें।
समिट में फिलिपिन्स, सिंगापुर, थाईलैण्ड, वियतनाम के प्रतिनिधियों ने इन देशों में युवक कल्याण तथा यूथ डेव्हलपमेंट की दिशा में संचालित गतिविधियों पर प्रस्तुतीकरण दिया। प्रस्तुतीकरण के पूर्व संबंधित देशों के राष्ट्रगान प्रस्तुत किये गये। प्रस्तुतीकरण में आसियान देशों में निर्मित होते समावेशी तथा बहु सांस्कृतिक समाज के प्रति सकारात्मकता पर विस्तार से जानकारी दी गई।
समिट में दोपहर बाद आसियान देशों में वाणिज्य तथा व्यापार विषय पर चर्चा हुई। सत्र में भारत में पिलिपिन्स की राजदूत टेरेसिटा सी डाज़ा, सिंगापुर के भारत में उच्चायुक्त श्री लिंम थुआन कुआन, थाईलैण्ड के भारत में राजदूत श्री शूटिनट्रार्न गाउन्गसाक्दी तथा म्यानमार के भारत में राजदूत श्री यू माउंगवाइ ने देशों के आर्थिक संबंधों तथा अगले 25 वर्ष में वाणिज्य-व्यापार के क्षेत्र में वृद्धि की संभावनाओं पर प्रस्तुतीकरण दिया। इस सत्र में आईटी तथा बीपीओ सेक्टर में वृद्धि की संभावना तथा युवाओं के लिये थ्री-ई (एजुकेशन-इम्प्लायमेंट-इंगेजमेंट) पर विस्तार से चर्चा हुई।
भोपाल के होटल जहॉनुमा में विदेश मंत्रालय, मध्यप्रदेश शासन तथा इंडिया फाउण्डेशन द्वारा आयोजित समिट में भारत सहित थाईलैंण्ड, इंडोनेशिया, वियतनाम, फिलिपिन्स, मलेशिया, सिंगापुर, म्यनमार, कम्बोडिया, लाओस तथा ब्रुनेई के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।