पवित्र मंदाकिनी पूर्णतः प्रदूषणमुक्त होगी-मुख्यमंत्री श्री सिंह
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि पवित्र मंदाकिनी नदी को पूर्णतः प्रदूषण मुक्त किया जायेगा। उन्होनें कहा कि चित्रकूट नगर के प्रत्येक घर को सीवर लाइन से जोडा जायेगा और एकत्रित गंदा पानी को ट्रीटमेंट कर उपचारित जल का उपयोग कृषि कार्य के लिए किया जायेगा। मुख्यमंत्री चित्रकूट में मंदाकिनी नदी के तट भरतघाट में 28 करोड 87 लाख 61 हजार लागत के मंदाकिनी नदी संरक्षण योजनान्तर्गत चित्रकूट सीवरेज परियोजना द्वितीय चरण के कार्यो के भूमि पूजन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही। इस अवसर पर प्रदेश के उद्योग खनिज साधन, वाणिज्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल, खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री एवं सतना जिले के प्रभारी मंत्री ओमप्रकाश धुर्वे, सांसद गणेश सिंह विशेष रूप से मौजूद थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मंदाकिनी नदी के उदगम स्थल को भी पर्यावरण की दृष्टि से विकसित किया जायेगा। ताकि नदी में जल प्रवाह निरंतर बना रहे। इसके लिए 40 लाख स्वीकृत किये गये हैं। उन्होंने कहा कि मंदाकिनी नदी में सहायक नदियों को भी पुर्नजीवित किया जायेगा। मंदाकिनी नदी वहीं पवित्र नदी है जिसके संगम पर भगवान राम स्नान किया करते थे। चित्रकूट परम पावन तीर्थ है, यह देश के सर्वश्रेष्ठ तीर्थो में से एक है। उन्होंने कहा कि सरकार नदियों को प्रदूषण मुक्त बनाने के तहत हर प्रयास करेगी। चित्रकूट को तपोभूमि चित्रकूट योजना के अंतर्गत विकसित किया जोयगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि सीवरेज परियोजना के अंतर्गत गंदे जल के शुद्विकरण के लिए ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि गुप्त गोदावरी संरक्षण के लिए 40 लाख रूपये और गौ-सरंक्षण एवं गौशाला के लिए 2 करोड रूपये स्वीकृत किये जायेगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि पवित्र तीर्थ स्थल चित्रकूट आने वाले तीर्थ यात्रियों एवं श्रृद्वालुओं को सभी सुविधायें उपलब्ध कराई जायेंगी। इस धार्मिक क्षेत्र का संतुलित एवं समुचित विकास होगा। चित्रकूट नगरीय क्षेत्र में तीर्थ यात्रियों से नगर पालिका द्वारा टैक्स नहीं लिया जायेगा। टैक्स से एकत्रित होने वाली राशि राज्य शासन द्वारा नगर पालिका को प्रदान की जायेगी।