स्कूल जाने योग्य एक भी बच्चा स्कूल जाने से वंचित नहीं रहना चाहिए – प्रभारी मंत्री
प्रदेश के खनिज साधन, वाणिज्य, उद्योग एवं रोजगार एवं प्रवासी भारतीय मंत्री एवं प्रभारी मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ला ने कहा कि स्कूल जाने योग्य एक भी बच्चा स्कूल जाने से वंचित नहीं रहना चाहिए। इसके लिए शासन द्वारा तरह-तरह की सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं।यह बात आज यहां डाइट परिसर कन्या छात्रावास सोहागपुर में स्कूल चलें हम अभियान के तहत आयोजित हुए जिला स्तरीय प्रवेशोत्सव कार्यक्रम में कही।
प्रभारी मंत्री ने कहा कि स्कूल चलें हम अभियान स्कूल शिक्षा विभाग का एक महत्वपूर्ण अभियान है, जिसका मकसद है कि स्कूल जाने योग्य कोई भी बच्चा स्कूल से वंचित ना रहने पाए। प्रभारी मंत्री ने कहा कि शासन का पूरा ध्यान शिक्षा पर केन्द्रित है और शिक्षा के लोक व्यापीकरण के तहत विभिन्न प्रकार की सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। स्टेशन पर सोने वाले व पन्नी बीनने वाले बच्चों को भी शिक्षा मुहैया कराने के लिए उन्हें छात्रावास से लेकर पढ़ने-लिखने की व्यवस्था की जा रही है।
प्रभारी मंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि जो बच्चे सामाजिक एवं आर्थिक कारणों से स्कूल नहीं जा पाते, उन बच्चों का शाला में प्रवेश करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि बच्चों के लिए शिक्षा बहुत आवश्यक है और जो बच्चा शिक्षित हो जाता है, वह अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हो जाता है। लिहाजा बच्चों को शिक्षा के साथ संस्कारवान भी वनाना होगा जो उनका भविष्य संवारने के लिए बहुत उपयोगी है। उन्होंने कहा कि बच्चों के लिए सरकारी स्कूलों में वे सारी सुविधाएं मौजूद हैं, जो विद्याध्ययन के लिए आवश्यक हैं। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे शिक्षा दिलाने के मामले में बच्चे-बच्चियों में कोई भेदभाव ना करें और सभी को समान रूप से शिक्षा दिलवाएं।
मंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि वर्तमान समय के अनुरूप शिक्षकों को अपने विद्यार्थियों को गुणवत्तायुक्त शिक्षा मुहैया करना चाहिए। उन्होंने कहा कि शिक्षक जब बच्चों को अच्छी शिक्षा देंगे, तभी बच्चों और देश के सुन्दर भविष्य का निर्माण हो सकेगा।शिक्षा के साथ बच्चों को संस्कारवान भी बनाना होगा तभी वह बच्चा बड़े पदो पर पहुँचने के बाद लाखों लोगों के जीवन प्रकाश फैलाने का काम करेगा। प्रभारी मंत्री ने कहा कि शिक्षक एवं माता-पिता दोनो का है कि उत्तरदायित्व है कि वे बच्चों को सही मार्ग बताएं, वर्तमान में बच्चों को जितनी शिक्षा की जरूरत है उतनी ही संस्कार की भी आवश्यकता है। इसके लिए शिक्षकों और माता-पिता दोनों को कुशलता से अपने उत्तरदायित्वों का निर्वहन करना आवश्यक है। अपने विद्यार्थियों पर पर्याप्त ध्यान देना यह जिम्मेदारी शिक्षकों की है। माता-पिता को भी यह देखना होगा कि उनके बच्चे स्कूल जा रहे हैं अथवा नहीं।
मंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री का सपना है कि प्रदेश का हरेक बच्चा स्कूल जाकर पढ़ाई करे। सरकार बच्चों की पढ़ाई के लिए उन्हें किताबों से लेकर साइकिल और निःशुल्क भोजन तक मुहैया करा रही है। जो बच्चे बाहर पढ़ना चाहते हैं, उनका खर्च भी सरकार वहन कर रही है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे आपके घरों के आस पास बच्चों कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित नहीं रहने पाये यह हम सव का दायित्व होना चाहिए।
विध्य विकास प्राधिकारण के अध्यक्ष श्री सुभाष सिंह ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्रीबच्चों की चिन्ता करते रहते है कि बच्चों का शैक्षणिक स्तर गुणवत्तायुक्त हो और कोई भी बच्चा स्कूल जाने से बंचित न रहे। इसी तरह श्री सिंह ने जिला प्रशासन की प्रशंसा करते हुए कहा कि कलेक्टर की अगुआई में जिले के अधिकारियों और जनप्रतिनियों के बीच अच्छा समन्वय होने के कारण शहडोल जिले का तेजी से सर्वांगीण विकास होना सुनिश्चित है।
इस मौके पर छात्रावास परिसर में प्रभारी मंत्री श्री शुक्ल ने आम के पौधे का रोपण किया तथा प्राथमिक विद्यालय एवं माध्यमिक विद्यालय के बच्चों को तिलक लगाकर, माला पहनाकर और पुस्तकें बांटकर शाला में प्रवेश दिया गया। डी. पी. सी. डॉ. मदन त्रिपाडी ने विभागीय योजनाओं की विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि 80 प्रतिशत बच्चों इनरोलमेन्ट हो चुका है शेष बच्चों शीघ्ज्ञ्र करने का प्रयास किया जा रह है उन्होने बताया कि सरकार के द्वारा निर्णय लिया जा चुका है कि शिक्षकों से अब केवल शिक्षकीय कार्य ही लिया जायेगा। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्री नरेन्द्र सिंह मरावी, कलेक्टर श्री मुकेश शुक्ल, पुलिस अधीक्षक श्री सुशांत सक्सेना, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री एस. कृष्ण चैतन्य, अध्यक्ष नगर पालिका परिषद शहडोल श्री प्रकाश जगवानी, अध्यक्ष नगर पंचायत बुढ़ार श्रीमती शालिनी सरावगी, उपाध्यक्ष जिला पंचायत शहडोल श्रीमती पूर्णिमा तिवारी, जनपद उपाध्यक्ष श्री भूपेन्द्र मिश्रा, श्री संतोष लोहानी, श्री अनिल दुवे, श्री नरेन्द्र दुवे, श्रीमती उर्मिला कटारे, श्री जयप्रकाश गर्ग सहितं बड़ी संख्या में बच्चे एवं अभिभावकगण उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन श्री महेन्द्र त्रिपाठी ने किया।