मुकुन्दपुर व्हाइट टाइगर सफारी को बनायेंगे विश्व की श्रेष्ठ सफारी में से एक
विन्ध्य के गौरव हैं सफेद बाघ
शीघ्र भोपाल में होगी उच्च-स्तरीय बैठक
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सपत्निक किया सफारी का भ्रमण
सफेद बाघ विन्ध्य की शान है। मुकुन्दपुर व्हाइट टाइगर सफारी बनने से विन्ध्य का गौरव वापस आया है। इस सफारी को विश्व की सर्वश्रेष्ठ टाइगर सफारी में से एक बनाया जाएगा। रीवा के निकट सतना जिले में स्थित महाराजा मार्तण्ड सिंह जू देव व्हाइट टाइगर सफारी मुकुन्दपुर में भ्रमण के समय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यह बात कही। इस दौरान मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी साधना सिंह, उद्योग-वाणिज्य और खनिज साधन मंत्री राजेन्द्र शुक्ल और उनकी धर्मपत्नी श्रीमती सुनीता शुक्ल मौजूद थी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि निश्चित ही मध्यप्रदेश सरकार मुकुन्दपुर स्थित व्हाइट टाइगर सफारी को दुनिया की श्रेष्ठ सफारी में से एक बनायेगी। इसके लिये अगले सप्ताह भोपाल में उच्च-स्तरीय बैठक बुलायी जावेगी। इस सफारी को श्रेष्ठतम बनाने संबंधी निर्णय लिये जायेंगे। सफारी एवं जू के लिये किसी भी स्तर पर धन की कमी नहीं होने दी जायेगी। उद्योग मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने इस व्हाइट टाइगर सफारी के लिये जैसी कार्य-योजना बनायी है और जैसी उनकी कल्पना है उसी अनुरूप इस सफारी को स्वरूप प्रदान किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने परिवार से साथ मुकुन्दपुर व्हाइट टाइगर सफारी एवं जू-रेस्क्यू सेन्टर का आनन्द उठाया। मुख्यमंत्री ने इस दौरान रीवा में सफेद बाघ के इतिहास के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि विभिन्न स्थान पर जो भी सफेद बाघ हैं, वे सभी विन्ध्य अंचल में जन्में सफेद बाघ मोहन के वंशज हैं। मोहन को महाराजा मार्तण्ड सिंह जू देव ने विन्ध्य के जंगल से पकड़ा था। उद्योग मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने लम्बे समय के अन्तराल के बाद सफेद बाघ को विन्ध्य की धरती पर वापस लाकर सराहनीय काम किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह जानकर प्रसन्नता हुई कि इस सफारी में विदेशी पर्यटकों की रूचि बढ़ी है और उन्होंने यहाँ आकर सफेद बाघ देखा है। उन्होंने निर्देश दिये कि सफेद बाघ, बंगाल टाइगर और अन्य वन्य-प्राणियों की समुचित देखभाल होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि विशेषज्ञों की निगरानी में ऐसे प्रयास हों कि सफेद बाघ का कुनबा बढ़े। मुकुन्दपुर का क्षेत्र सफेद बाघों का प्राकृतिक रहवास है। जलवायु उनके अनुकूल है। मुख्यमंत्री ने सफेद बाघिन विन्ध्या और बंगाल टाइगर और अन्य वन्य-प्राणियों को देखकर खुशी जाहिर की।
मुख्यमंत्री ने भ्रमण के दौरान ही रीवा में गत वर्षा ऋतु के समय आयी भीषण बाढ़ को रोकने के उपायों के क्रियान्वयन की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि रीवावासियों को बाढ़ की भीषण आपदा से बचाने के लिये हर सम्भव उपाय करने में शीघ्रता लायी जानी चाहिये। उद्योग मंत्री श्री शुक्ल, सम्भागायुक्त श्री एस.के. पॉल और कलेक्टर श्री राहुल जैन ने बाढ़ की विभीषिका को रोकने के लिये अब तक किये गये प्रयास और कार्यों से मुख्यमंत्री को अवगत कराया।