बाहा इंडिया इंजीनियरिंग छात्रों को अपना हुनर दिखाने का सुनहरा अवसर-उद्योग मंत्री
उद्योग मंत्री श्री शुक्ल द्वारा पीथमपुर में नेट्रिप के दसवें बाह्य आयोजन का समापन
प्रदेश के खनिज साधन, वाणिज्य, उद्योग और रोजगार विभाग के मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने रविवार को पीथमपुर में नेट्रिप में आयोजित बाहा सी-इंडिया 2017 के समापन कार्यक्रम में भाग लिया। नेट्रिप में बाहा का यह दसवॉं आयोजन था, जिसमें देश के आई.आई.टी. व इंजीनियरिंग संस्थानों के छात्रों की टीम ने अपनी ए.टी.वी. कार लेकर एंड्यूरंस राउण्ड में भाग लिया। इस अवसर पर विधायक धार श्रीमती नीना-विक्रम वर्मा, महिन्द्रा कंपनी के मैनिजिंग डायरेक्टर डा. पवन गोयनका, आई.आई.टी रोपड़ के डायरेक्टर डा. एस.के. दास, नेट्रिप के सीईओ श्री संजय बंधोपाध्याय व अन्य अतिथिगण मंचासीन थे।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित उद्योग मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि बाहा सी-इंडिया 2017 आई.आई.टी. व इंजीनियरिंग कॉलेजों के छात्रों को हुनर दिखाने का अवसर प्रदान करता है। उन्होने कहा कि हमारा देश ओटोमोबाईल के क्षेत्र में हब बनता जा रहा है। दुनिया की नामी कंपनियों ने हमारे देश में निवेश किया है। इन कंपनियों में ऐसे प्रतिभावान इंजीनियरों की जरूरत होगी, जो अपने हुनर को दिखा सके। उन्होने बाहा 2017 में विजेता पुणे की टीम को बधाई व शुभकामनाएं देते हुए कहा कि बाहा जैसे आयोजनों में भाग लेने का असवर ही अपने-आप में बड़ी सफलता है।
उद्योग मंत्री श्री शुक्ल ने मध्यप्रदेश को शांति का टापू बताते हुए कहा कि मध्यप्रदेश बहुत तेजी से विकास कर रहा है। यहॉं राजनीतिक स्थिरता भी है। औद्योगिक गतिविधियों के अनुकूल माहौल है। विद्युत सरप्लस में है। इसके अलावा लैण्डबैंक के रूप में 1.20 लाख हेक्टेयर जमीन भी उपलब्ध है। उन्होने उपस्थित ओटोमोबाईल कंपनियों के संचालकों को मध्यप्रदेश में निवेश करने का आग्रह भी किया। कार्यक्रम में आई.आई.टी. रोपड़ के डायरेक्टर डा. एस.के. दास ने भी अपने विचार रखे और कहा कि बाहा इंडिया जैसे कार्यक्रम हमारे देश को तरक्की की ओर ले जाने में महत्वपूर्ण है। प्रारम्भ में स्वागत उद्बोधन नेट्रिप के सीईओ श्री संजय बंधोपाध्याय ने दिया।
प्रारंभ में उद्योग मंत्री श्री शुक्ल ने बाहा इंडिया कार्यक्रम के तहत टेस्टिंग ट्रेक की विभिन्न साईटों का अवलोकन किया। इंजीनियरिंग छात्रों द्वारा बनाई गई कारों, उनके द्वारा तकनीकों में किए गए नवाचारों तथा ट्रेक पर जाकर कारों की फाईनल रेस का अवलोकन भी किया। कार्यक्रम के अंत में कार रेसिंग की विभिन्न प्रतिस्पर्धाओं में विजेता टीमों को पुरस्कृत किया गया।