रीवा सौर परियोजना सबसे सस्ती बिजली देने मे बनायेगा रिकार्ड
रीवा सौर परियोजना के लिये बुलाई निविदा में प्राप्त टेरिफ देश में सबसे कम
2.97 टेरिफ प्राप्त होने से 4100 करोड़ की बचत होगी
रीवा सौर परियोजना के लिये बुलाई गई निविदा में देश में अब तक की सबसे कम रूपये 2.97 टेरिफ प्राप्त हुई है। इससे पहले देश में यह न्यूनतम टेरिफ रूपये 4.43 थी। यह एक नया रिकार्ड प्रदेश में स्थापित हुआ है। उद्दोग मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त की थी क्योकि सस्ती उपलब्ध ऊर्जा ही प्रदेश और देश की तकदीर बदलने की धुरी बनेगी । यह सस्ती उपलब्ध ऊर्जा प्रगति के मार्ग को प्रसस्त करने का काम करेगी ।
रीवा सौर परियोजना की निविदा प्रक्रिया में 20 कम्पनी ने भाग लिया था। निविदा प्रक्रिया 9 और 10 फरवरी चली। रिवर्स ऑक्शन की समाप्ति पर औसत न्यूनतम टेरिफ दर रूपये 3.62 टेरिफ की तुलना में रूपये 2.97 का टेरिफ प्राप्त हुआ। यह टेरिफ पूर्व में प्राप्त न्यूनतम टेरिफ से 18 प्रतिशत कम है, जो देश में एक रिकार्ड है। रिवर्स ऑक्शन के बाद 250-250 की प्रत्येक यूनिट में यूनिट-1 महिन्द्र रिन्यूवेबल को, यूनिट-2, एक्में सोलर को और यूनिट-3 सोलइनर्जी को प्राप्त हुई है।
प्रमुख सचिव नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा श्री मनु श्रीवास्तव ने बताया कि परियोजना से उत्पादित विद्युत निविदा की प्राप्त कम दरों के कारण प्रदेश को 4100 करोड़ की बचत होगी। वहीं इससे दिल्ली मेट्रो को 100 करोड़ की प्रतिवर्ष बचत होगी। राज्य के बाहर ओपन एक्सेस के जरिये दिल्ली मेट्रो जैसी संस्था को विद्युत प्रदाय कर रीवा सौर परियोजना ने सौर ऊर्जा के क्षेत्र में नया आयाम स्थापित किया है। जिससे यह परियोजना एक मॉडल के रूप में स्थापित होगी। प्रमुख सचिव ने कहा है कि इस उपलब्धि के बाद विभाग टीम वर्क के साथ परियोजना को नियत समय-सीमा में पूरा कर प्रदेश को सौर ऊर्जा के क्षेत्र में अग्रणी बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगे।