संस्कारयुक्त शिक्षा व्यक्ति को संवेदनशील बनाती है – राजेन्द्र शुक्ल
उद्योग और वाणिज्य मंत्री ने किया तीन दिवसीय अभ्युदय महाशिविर का समापन
प्रदेश के उद्योग वाणिज्य खनिज साधन रोजगार और भारतीय प्रवासी विभाग मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि ज्ञान कौशल और संस्कार विकसित करना ही शिक्षा का प्रमुख उद्देश्य है। संस्कार युक्त शिक्षा व्यक्ति को गुणवान और संवेदनशील बनाती है। मंत्री श्री शुक्ल सोमवार को सतना मे सरस्वती आवासीय विद्यापीठ उतैली मे आयोजित तीन दिवसीय अभ्युदय महाशिविर के समापन अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर महापौर ममता पाण्डेय, समाजसेवी श्रीकृष्ण माहेश्वरी भी उपस्थित रहे।
उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री श्री शुक्ल ने मॉ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्जलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। मंत्री श्री शुक्ल ने अभुदय महाशिविर मे जिले के 25 विद्यालयो के लगभग 5 हजार छात्र-छात्राओ को संबोधित करते हुये कहा कि भारत देश अपनी अनमोल विरासत और आध्यात्मिक दृष्टि के फलस्वरूप विश्व गुरू का दर्जा प्राप्त करने का गौरव हासिल करने का अधिकार रखता है। उन्होने कहा कि भारत देश विश्व के कल्याण की भावना और प्राणी मात्र की चिंता नही बल्कि नदी पहाड चर और अचराचर जगत की चिंता रखता है। उन्होने कहा कि इन बच्चो के हाथो मे देश का भविष्य सुरक्षित है। इन्ही बच्चो से आगे चलकर महापुरूष वैज्ञानिक समाजसेवी चरित्रवान देशभक्त कर्मठ नागरिक निकलेगें। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि सरकार समाज के अंतिम छोर पर खडे व्यक्ति के उत्थान और उसके कल्याण के लिये संकल्पित है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने हर वर्ग हर क्षेत्र विशेषकर कमजोर वर्ग के विकास और कल्याण की योजनाए लागू कर समाज के अंतिम छोर के व्यक्ति को आगे लाने की परिकल्पना को चरितार्थ किया है। शिविर के समापन अवसर पर आयोजक योगेश ताम्रकार ने सफलतापूर्वक आयोजन सम्पन्न कराने मे दिये गये योगदान के लिये सभी का आभार व्यक्त किया।