पूरे प्रदेश में 13 अक्टूबर को सिंचाई बैठकों का आयोजन
जल-संसाधन, जनंसपर्क तथा संसदीय कार्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि प्रत्येक अभियंता अपने कार्य क्षेत्र में नहरों और अन्य सिंचाई माध्यमों से किसानों के खेतों तक पानी पहुँचाना सुनिश्चित करें। डॉ. मिश्रा आज यहाँ जल-संसाधन विभाग के अधिकारियों के साथ एक बैठक में सिंचाई परियोजनाओं के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। मंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा कि श्रेष्ठ कार्यों के लिए अभियंता पुरस्कृत भी किए जायेंगे। बैठक में जानकारी दी गई कि पूरे प्रदेश में आगामी 13 अक्टूबर को सिंचाई नहरों के रख-रखाव और सिंचाई क्षेत्र में वृद्धि के लिए विशेष बैठकों का आयोजन किया जायेगा। इन बैठकों में जल उपभोक्ता संथाएँ भी हिस्सा लेंगी। जल उपभोक्ता संथाओं की ओर से कठिनाइयों की जानकारी भी दी जा सकेगी। जिसका निराकरण अभियंता करेंगे। प्रदेश स्तर पर इन बैठकों के होने के बाद 15 अक्टूबर को प्रतिवेदन प्रस्तुत करना होगा। इसके साथ ही आगामी 31 अक्टूबर तक सिंचाई संबंधी किसानों की समस्याओं के निराकरण का कार्य भी किया जाएगा।
मंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा कि अभियंता क्षेत्र में निरीक्षण करने के बाद नहरों के आखिरी छोर तक पानी पहुँचाना सुनिश्चित करें। मंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा कि नहरों के उचित रख-रखाव और अन्य सिंचाई साधनों को दुरूस्त रखने के लिए क्षेत्र के किसानों से सतत संवाद भी रखें। जानकारी दी गई कि प्रदेश में सिंचाई क्षेत्र को इस वर्ष 30.92 लाख हेक्टेयर तक ले जाने के मुकाबले 26.73 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई की जा रही है। मुख्य अभियंता स्तर पर नियमित समीक्षा से लक्ष्य तेजी से पूरा होगा। मंत्री डॉ. मिश्रा ने सिवनी, रीवा और सागर के मुख्य अभियंताओं को अपने कार्यक्षेत्र में लक्ष्य पूर्ति के प्रयास बढ़ाने के निर्देश दिए।