बाढ़ प्रभावितों को बचाने सेना ने संभाला मोर्चा
गत तीन दिनों से हो रही अतिवृष्टि से त्यौंथर क्षेत्र के बाढ़ प्रभावितों को सुरक्षित स्थान में पहुँचाने के लिये आज भारतीय सेना ने मोर्चा संभाल लिया। कलेक्टर राहुल जैन एवं पुलिस अधीक्षक संजय कुमार सिंह ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण कर राहत व बचाव कार्य का निरीक्षण किया। उन्होंने सेना के अधिकारियों के साथ जल स्तर को देखा व बचाव हेतु किये जाने वाले कार्य की रूप रेखा तैयार की।
कलेक्टर ने राहत शिविरों में पहुँचकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया व वहाँ ठहराये गये लोगों से भोजन, पानी, चिकित्सा सुविधा मिलने की जानकारी ली। राहुल जैन ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि लोगों को राहत शिविर में पहुँचाने के उपरांत बाढ़ उतरने पर गांवों में बीमारी फैलने से रोकने के प्राथमिक उपाय सुनिश्चित करायें। मृत पशुओं को तत्काल हटाकर ब्लीचिंग पाउडर आदि के छिड़काव की व्यवस्था करें।
उल्लेखनीय है कि अतिवर्षा के कारण त्यौंथर, जवा के लगभग 80 गांव पानी से घिर गये थे जिनमें से फरहदी, चंदई, पंछा, उसगांव, मझिगवां, सतपुरा, चंदैला, अमिलिया आदि के बाढ़ प्रभावित गांवों के लोगों को होमगार्ड एवं एस.डी.आर.एफ. की टीम द्वारा सुरक्षित स्थानों में पहुँचा दिया गया। त्यौंथर बस्ती के 300 बाढ़ प्रभावित व्यक्तियों को भी निकाल कर सुरक्षित जगह में पहुँचाया गया। देर शाम जबलपुर से कर्नल रजनीश सेठी के नेतृत्व में पहुँचे सेना के दल ने चाकघाट, चन्द्रपुर सहित सर्वाधिक बाढ़ प्रभावित अन्य गांवों में पानी के जल स्तर का मौके पर जाकर निरीक्षण किया व बचाव कार्य प्रारंभ किये जाने की रूप रेखा तैयार की। सेना के 50 से अधिक जवानों द्वारा बाढ़ प्रभावितों को सुरक्षित स्थान में पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है।