जेल में परिरूद्र पुरुष एवं महिला बंदियों के लिए प्रारंभ हुआ स्व-रोजगार मूलक प्रशिक्षण
जेल में परिरूद्र पुरुष एवं महिला बंदियों के लिए प्रारंभ हुआ स्व-रोजगार मूलक प्रशिक्षण
रीवा 20 फरवरी 2025. ग्रामीण विकास भारत सरकार द्वारा संचालित उद्यमिता विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत यूनियन ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान रीवा एवं यूनियन बैंक ऑफ इण्डिया के सहयोग से आर.एस.ई.टी.आई. द्वारा जेल में परिरुद्ध महिला बंदियों के लिए जूट उत्पाद निर्माण एवं पुरुष बंदियों के लिये मोटरसाईकल रिपेयरिंग स्व-रोजगार मूलक प्रशिक्षण प्रारंभ किया गया। जूट उत्पाद निर्माण प्रशिक्षण में 35 महिला बंदियों का रजिट्रेशन किया गया।
क्षेत्रीय प्रमुख यूनियन बैंक अजय खरे द्वारा प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे बंदियों को अवगत कराया गया कि जेल से रिहा होने के पश्चात स्व-रोजगार प्रशिक्षण हेतु यूनियन बैंक द्वारा आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। सतीश कुमार उपाध्याय जेल अधीक्षक ने बताया कि आर.एस.ई.टी.आई. रीवा द्वारा प्रथम चरण में 35 महिला बंदियों को जूट उत्पाद निर्माण का प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। इसके पश्चात पुरूष बंदियों के लिये मोटरसाईकल रिपेयरिंग प्रशिक्षण स्व-रोजगार मूलक प्रशिक्षण प्रारंभ होगा।
स्व-रोजगार मूलक प्रशिक्षण में एम.जे. राव निर्देशक आर.एस.ई.टी.आई., अखिलेश मिश्रा वरिष्ठ प्रशिक्षक, श्रीमती सीमा गौतम प्रशिक्षक संजीव कुमार गेंदले एवं योगेन्द्र पमार उप जेल अधीक्षक, श्याम सिंह कुशवाह, सहायक जेल अधीक्षक राजेश शुक्ला सहित जेल में पदस्थ समस्त स्टॉफ का योगदान सराहनीय रहा ।