पास्ता बनाने के उद्यम ने खोले रश्मि की आर्थिक सफलता के द्वार
पास्ता बनाने के उद्यम ने खोले रश्मि की आर्थिक सफलता के द्वार
रीवा 18 सितम्बर 2024. महिलाएं अब हर क्षेत्र में तेजी से प्रगति कर रही हैं। लघु उद्योगों के संचालन जैसे पुरूष प्रधान क्षेत्रों में भी महिलाओं ने पैठ बनाकर सफलतापूर्वक अपने उद्यम संचालित किए हैं। रीवा नगर निगम क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 15 की निवासी श्रीमती रश्मि देवी की परिवार की आय का एकमात्र साधन कृषि था। मौसम की प्रतिकूलता तथा अधिक श्रम के कारण कृषि से परिवार की आजीविका चलना मुश्किल हो रहा था। परिवार बड़ी कठिनाईयों में जीवन बसर कर रहा था। ऐसे में रश्मि देवी को प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उन्नयन योजना का सहारा मिला। इस योजना का लाभ लेकर रश्मि देवी ने पास्ता बनाने की इकाई की स्थापना की। इस इकाई से रश्मि देवी हर महीने 40 से 50 हजार रुपए की आय प्राप्त कर रही हैं।
प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उन्नयन योजना का लाभ लेने के लिए रश्मि देवी ने उद्यानिकी विभाग से संपर्क किया। सहायक संचालक उद्यानिकी योगेश पाठक ने योजना के प्रावधानों की जानकारी देते हुए रश्मि देवी का पंजीयन किया। पास्ता बनाने का प्रोजेक्ट रश्मि देवी ने तैयार कराया। बैंक के माध्यम से रश्मि देवी को 24 लाख रुपए की ऋण राशि प्राप्त हुई। इससे रश्मि देवी ने अपने घर में ही शेड बनाकर पास्ता बनाने की यूनिट स्थापित की। उद्यानिकी विभाग द्वारा हितग्राही को 6 लाख रुपए का अनुदान भी दिया गया। रश्मि देवी अपनी राजगुरू पास्ता इकाई से सूजी से बना हुआ मरकोनी पास्ता तैयार करती हैं। परिवार के अन्य सदस्य तथा दो श्रमिक उन्हें सहयोग प्रदान करते हैं। उत्पादित पास्ता रीवा शहर की दुकानों, बारात घर तथा घरों में विक्रय किया जा रहा है। साथ ही आसपास के कस्बों एवं अन्य शहरों से भी इसकी लगातार माँग आ रही है। प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उन्नयन योजना ने महिला उद्यमी को आर्थिक आत्मनिर्भरता देने के साथ विकास के द्वार खोले हैं।